नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली में 74वें गणतंत्र दिवस की मुख्य परेड की फूल ड्रेस रिहर्सल परेड और दिल्ली केंट में झांकियाँ के पूर्वावलोकन के दौरान गुजरात की झाँकी ने सभी का ध्यान एक विशेष कारण से अपनी ओर आकर्षित किया है।
यह विशेष कारण है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छोटे भाई पंकज भाई मोदी ….।
पंकज भाई गुजरात के सूचना विभाग में कई वर्षों तक प्रदर्शनी अधिकारी रहें है । अब रिटायर्ड होने के बाद भी वे पुनः विभाग को बतौर अनुबन्ध पर अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहें हैं।
बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि पंकज मोदी पिछलें कई वर्षों से गुजरात की झाँकी के मुख्य सूत्रधार बने हुए हैं और बिना किसी प्रचार-प्रसार के अपने कर्तव्य को निभाते आ रहें हैं ।वे दिल्ली केंट स्थित रंगशाला में झाँकियों के पूर्वावलोकन कार्यक्रम में पत्रकारों द्वारा पूछें जाने वाले सवालों का सहज भाव से जवाब देते हैं। इनके योगदान से गुजरात की झाँकी को पुरस्कार के साथ ही प्रायः सभी की ओर से सराहना मिलती रही है।
वे नई दिल्ली प्रवास में अन्य अधिकारियों की तरह गुजरात भवन में ही ठहरते है और किसी को कभी यह अहसास नही होने देते कि वे देश के प्रधानमंत्री के सगे छोटे भाई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्थापित आदर्शों का पालन करने के लिए सभी मोदी जी और उनके परिवार की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते है।नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी पंकज मोदी इसी तरह चुपचाप अपना काम करते थे।
गुजरात सूचना केन्द्र की प्रेस विज्ञप्ति में भी कहा गया है कि गणतंत्र दिवस की मुख्य परेड में इस साल निकल रही सत्रह प्रदेशों सहित कुल 23 झांकियां में शामिल ‘क्लीन-ग्रीन ऊर्जा युक्त गुजरात’ थीम पर आधारित गुजरात की झांकी,गुजरात सरकार के सूचना विभाग की ओर से प्रस्तुत की जा रही है । इस झांकी को तैयार करने में गुजरात की सूचना एवं प्रसारण सचिव अवंतिका सिंह औलख, सूचना निदेशक आर.के. महेता और अतिरिक्त निदेशक अरविन्द पटेल के मार्गदर्शन में पंकज भाई मोदी और उप सूचना निदेशक संजय कचोट ने अपना सक्रिय योगदान दिया हैं। इस रंग बिरंगी झांकी के माध्यम से गुजरात के कच्छ-मोढेरा की सांस्कृतिक झलक और सौर-पवन ऊर्जा के वैज्ञानिक एवं तकनीकी दृष्टिकोण का एकीकरण कर हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा के निर्माण से ऊर्जा क्षेत्र में देश और दुनिया को नई राह दिखाने का सुंदर प्रयास किया गया है।साथ ही यह दर्शाया गया है कि कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क तेज़ी से आकार ले रहा है । साथ ही गुजरात का मोढेरा गांव देश का सबसे पहला सौर ऊर्जा संचालित गाँव भी बन गया है।