रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : परेड ग्राउंड में जौनसार बावर पौराणिक सांस्कृतिक लोक कला मंच एंव सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित ठोउड़ा नृत्य एंव सांस्कृतिक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड अध्यात्म और योग की भूमि होने के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी है। उन्होंने कहा कि पौराणिक संस्कृति पर आधारित दल के मुख्य-नृत्य-ढोल सागर, केदार वाच्छा, विरूडी, हारूल, तलवार जुड़ा नृत्य, गुड़िया रासो, मैंता, जौनसारी नाटी, ठोऊडा धनुष तीर-कमान नृत्य आदि प्रस्तुत करना संस्था की लोक संस्कृति के प्रति सजगता का द्योतक है। इस तरह के आयोजन से हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन तथा सांस्कृतिक समारोह, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।
इस मौके पर विधायक श्री दुर्गेश्वर लाल, ब्लाॅक प्रमुख कालसी मठोर सिंह चौहान के साथ लोक कलाकार व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।