6 सितंबर से 8 सितंबर तक तीन दिवसीय उत्सव ‘सुर ताल’ का आयोजन

Three-day festival 'Sur Taal' organized from 6th September to 8th September

हवेली संगीत, कोरियोग्राफ्ड नृत्य, शास्त्री गायन, ओडिसी नृत्य व ग़ज़ल गायन से सजेगी सुर ताल की महफिल, ‘सुर ताल’ संगीत उत्सव और फोटोग्राफी – 6 से 8 सितंबर तक जवाहर कला केंद्र में

रविवार दिल्ली नेटवर्क

जयपुर : डेल्फीक काउंसिल ऑफ़ राजस्थान, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के संयुक्त तत्वाधान में एवं जवाहर कला केंद्र के सहयोग से दिनांक 6 सितंबर से 8 सितंबर तक तीन दिवसीय उत्सव ‘सुर ताल’ का आयोजन जवाहर कला केंद्र के रंगायन और कृष्णायन में होगा । तीन दिवसीय उत्सव को नाम के अनुरूप ही जहां एक ओर सुरों से सजाया गया है वहीं दूसरी ओर नृत्य की ताल भी दर्शकों को रोमांचित करेगी । इसी के साथ 6 से 8 सितंबर को तीन दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला भी होगी जिसमें मुंबई के प्रसिद्ध फोटोग्राफर शिरीष कर्राले फोटोग्राफी के गुर सिखाएंगे । ये कार्यशाला पूर्णतया अभ्यासाधारित होगी जिसमें प्रैक्टिकल सेशन होंगे ।

डेल्फिक काउंसिल ऑफ़ राजस्थान की अध्यक्ष श्रेया गुहा ने बताया इस बार ये आयोजन संयुक्त रूप से किया जा रहा है जिसमें सम्मिलित तीनों संस्थाएं अपना अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने बताया कि सुर ताल की शुरुआत 6 सितंबर शुक्रवार को प्रातः 10.30 कृष्णायन में उद्घाटन कार्यक्रम के साथ होगी । कृष्णायन में ही फोटोग्राफी वर्कशॉप प्रातः 11बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी जिसमें रजिस्ट्रेशन करवाने वाले प्रतिभागी फोटोग्राफी के नए नए पहलू सीखेंगे । 6 सितंबर की सांय को गुरु रणछोड़लाल के हवेली संगीत से कार्यक्रम आरंभ होगा उसके पश्चात दिल्ली के प्रसिद्ध कोरियोग्राफर संतोष नायर के 30 सदस्यीय दल द्वारा विभिन्न नृत्यों की आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी । 7 सितंबर को जयपुर के ही शास्त्रीय गायक सौरव वशिष्ट की प्रस्तुति होगी उसके बाद उदयपुर के ओडिसी गुरु कृष्णेनेंदु साहा के दल द्वारा ओडिसी नृत्य की कलात्मक प्रस्तुति होगी । ‘ सुर ताल’ के अंतिम दिवस ग़ज़ल की प्रस्तुति होगी जिसमें डॉ प्रेम भंडारी, डॉ देवेंद्र हिरण व डॉ पामिल मोदी द्वारा ग़ज़लों की प्रस्तुति दी जाएगी । डॉ प्रेम भंडारी कवि और शायर होने के साथ साथ संगीत निर्देशक भी हैं।

कम ही लोग जानते हैं कि जगजीत सिंह ने अपना आखरी गाना डॉ प्रेम भंडारी के संगीत निर्देशन में फिल्म महाराणा प्रताप के लिए रिकॉर्ड किया था । डॉक्टर देवेंद्र हिरण ने जगजीत सिंह की गायकी पर पीएचडी भी की है । श्रेया गुहा ने बताया कि रंगायन में कार्यक्रम का समय 6.30 रहेगा तथा प्रवेश निशुल्क होगा । फोटोग्राफी कार्यशाला हेतु एक टोकन राशि रजिस्ट्रेशन हेतु जमा करवानी होगी ।