हैकाथॉन में इन्नोवेटिव आइडियाज़ को टीएमयू ने कसी कमर

रविवार दिल्ली नेटवर्क

केंद्र सरकार की 181 सॉफ्टवेयर, जबकि 58 हार्डवेयर की दुश्वारियों के स्थाई समाधान के लिए इस अखिल भारतीय मुकाबले में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग, कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग साइंसेज एंड आईटी, कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज और कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस की टीमें भी करेंगी शिरकत

  • प्रथम चरण में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की 24 टीमों का चयन
  • ग्रांड फिनाले-2023 की टीमें द्वितीय चरण के बाद तय होगीं
  • अपने विचारों को सीमित न करें स्टुडेंट्स: प्रो. मंजुला जैन
  • दोनों डोमेन में उत्कृष्टता की दरकार: प्रो. आरके द्विवेदी
  • ग्रांड फिनाले में इन्नोवेटिव आइडियाज़ देने वाले होंगे पुरस्कृत

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग, कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग साइंसेज एंड आईटी, कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज और कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस के मेधावी स्टुडेंट्स और फैकल्टीज़ ने इन्नोवेटिव आइडियाज़ यानी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2023 की कड़ी परीक्षा के लिए कमर कस ली है। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2023 के ग्रांड फिनाले में इन्नोवेटिव आइडियाज़ देने वाले विजेताओं को शिक्षा मंत्रालय की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा। उल्लेखनीय है, केंद्र सरकार की 181 सॉफ्टवेयर, जबकि 58 हार्डवेयर की दुश्वारियों के स्थाई समाधान के लिए यह अखिल भारतीय मुकाबले होने जा रहा है। इसके लिए प्रथम चरण में सॉफ्टवेयर की 18 और हार्डवेयर की 06 यानी कुल 24 टीमों का चयन कर लिया गया है। द्वितीय चरण के बाद ही फाइनल के लिए टीमों का चयन होगा। इस बार एक यूनिवर्सिटी से अधिकतम 35 टीमें जा सकती है, जिसमें 30 टीमें रेगुलर होंगी और 05 टीमों को प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा। प्रत्येक टीम में अधिकतम छह स्टुडेंट्स होंगे, जिसमें 01 छात्रा का होना अनिवार्य है। इससे पूर्व डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने बतौर मुख्य अतिथि, सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी, डॉ. पंकज गोस्वामी, डा. आशेन्द्र सक्सेना, डॉ. शंभू भारद्वाज, श्री प्रदीप वर्मा, श्री आशीष विश्नोई, श्री आरसी पाण्डेय, डॉ. विपिन कुमार, डॉ. शुभेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. आशीष सिमालती, डॉ. गन्धर्व कुमार आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

आईआईसी की प्रेसिडेंट और डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, स्टुडेंट्स अपने विचारों को सीमित न रखें। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों से निपटने के लिए बहुविषयक मानसिकता पर जोर देते हुए कहा, बुद्धि और प्रौद्योगिकी के संलयन के रूप में वास्तविक समय प्रसंस्करण का पता लगाएं। एसपीओसी- टीएमयू एसआईएच-2023 एवम् सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी ने सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों डोमेन में उत्कृष्टता को आवश्यक बताया। उन्होंने कवांटम शिक्षा के बढ़ते हुए महत्व और आधुनिक दुनिया में इसकी प्रासंगिकता का उल्लेख किया। हार्डवेयर संस्करण की जिम्मेदारी श्री प्रदीप कुमार वर्मा, जबकि सॉफ्टवेयर संस्करण की जिम्मेदारी श्री आशीष विश्नोई और श्री राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय को सौंपी गई है। इसके अतिरिक्त एसपीओसी- टीएमयू एसआईएच-2023 एवम् सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी के अलावा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर संस्करणों में छह-छह सदस्य जूरी में शामिल हैं। मूल्यांकन मानदंड के लिए आठ बिन्दु रखे गए हैं, जिनके 100 अंक हैं। इन बिन्दुओं में विचार की नवीनता और व्यवहार्यता 20-20 अंक के हैं, जबकि जटिलता, निर्धारित प्रारूप में स्पष्टता, साध्यता, स्थिरता, प्रभाव का पैमाना और उपयोगकर्ता अनुभव एवम् भविष्य के कार्यप्रगति की क्षमता बिन्दु 10-10 अंक के हैं।