टीएमयू स्टुडेंट्स को दी इंवेस्टमेंट की प्रैक्टिकल नॉलेज

TMU students were given practical knowledge of investment

रविवार दिल्ली नेटवर्क

बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के एसईबीआई विश्लेषक एवम् सेवानिवृत्त प्रो. एके त्रिपाठी ने स्टुडेंट्स को म्यूचुअल फंड्स, एसआईपी- सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, निवेश रणनीतियां, जोखिम वर्गीकरण, विविधीकरण और तरलता जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, म्यूचुअल फंड्स में बाजार, ट्रेडिंग, ब्याज दर, तरलता जोखिम शामिल हैं। अतः म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय इन सभी जोखिमों के बारे में जनाना जरूरी है। प्रो. त्रिपाठी ने कहा, कहीं भी निवेश करने से पहले उसका प्री प्लान तैयार करना जरूरी है। वास्तविक उदाहरणों के जरिए उन्होंने स्टुडेंट्स को निवेश की व्यावहारिक समझ प्रदान की। वर्कशॉप में स्टुडेंट्स ने प्रो. त्रिपाठी से पीपीएफ और ईपीएफ में अंतर पूछा। इसके अलावा स्टुडेंट्स ने पूछा, पीपीएफ और एनपीएस में से आम आदमी के लिए कौन-सी स्कीम अधिक मुफीद है?

प्रो. त्रिपाठी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फिजियोथैरेपी विभाग की ओर से स्मार्ट्स इंवेस्टर्स अवेयरनेस प्रोग्राम एक दिनी वर्कशॉप में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। इससे पूर्व मुख्य वक्ता प्रो. एके त्रिपाठी और फिजियोथैरेपी की विभागाध्यक्ष डॉ. शिवानी एम. कौल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके वर्कशॉप का शुभारम्भ किया। वर्कशॉप में संयुक्त रजिस्ट्रार डॉ. वैभव रस्तोगी भी मौजूद रहे। विभागाध्यक्ष डॉ. शिवानी एम. कौल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए वित्तीय साक्षरता के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वर्कशॉप में फैकल्टीज़ श्री हरीश शर्मा, मिस कंचन, श्री नंदकिशोर साह, मिस हिमानी, मिस शिप्रा गंगवार, मिस समर्पिता सेनापति, मिस नीलम चौहान, मिस प्रिया, श्री रंजीत, मिस शिवी, मिस सिमरन, श्री शुभम के संग-संग एमपीटी और बीपीटी के 110 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।