रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में रेडियालॉजी विभाग की पीजी रेजीडेंट डॉ. रचना गुप्ता ने स्टेट कॉन्फ्रेंस के पोस्टर प्रेजेंटेशन में थर्ड पोजिशन पाई है। डॉ. रचना ने थ्रोम्बोस्ड कैल्सिफाइड कोरोनरी साइनस एस ए पैरीकाडियल मास- रेयर एन्टिटी पर अपना पोस्टर प्रेजेंट किया था। यूपी स्टेट नोएडा सिटी चैप्टर की ओर से आयोजित यूपी स्टेट चैप्टर ऑफ इंडियन रेडियोलॉजीकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन- आईआरआईए की 36वीं आरआईसीओएन-2024 में यह अवार्ड मिला है। डॉ. गुप्ता ने अपने पेपर में खुलासा किया, सीटी स्कैन में पता चला कि हार्ट की सबसे बड़ी वेन में क्लोट जमा हो गया था, जो कैल्शिफाइड हो चुका था। इसीलिए पेशेंट को हार्ट की समस्या है। यह माना जा रहा है, विश्व में यह इस तरह का पहला केस है।
इंडियन रेडियोलॉजीकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन की इस कॉन्फ्रेंस में यूपी, हरियाणा, दिल्ली और एनसीआर के डॉक्टर्स की ओर से 100 पोस्टर प्रस्तुत किए गए। दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में रेडियालॉजी विभाग के सीनियर रेडियोलॉजिस्ट प्रो. राजुल रस्तोगी ने अल्ट्रासाउंड ऑफ द शोल्डर्स ज्वाइंट पर व्याख्यान दिया। प्रो. रस्तोगी ने बताया, कंधे की अंदरूनी स्थिति को जानने के लिए एमआरआई के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड भी अधिक उपयोगी है। अल्ट्रासाउंड एमआरआई की अपेक्षा कम खर्चीला और कम समय लेने वाला है। एमआरआई में एक बार में एक साइड को ही देखा जा सकता है, जबकि अल्ट्रासाउंड में दोनों कंधों का एक बार में जांच की जा सकती है। नेशनल कॉन्फ्रेंस में करीब 350 रेडियोलॉजिस्ट ने शिरकत की।