
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के वाइस प्रिंसिपल प्रो. प्रीथपाल सिंह मटरेजा मेडिकल फार्माक्लोजिस्ट सोसायटी- एमपीएस की ओर से मोस्ट प्रोमिसिंग सीनियर एमडी फार्माक्लोजिस्ट अवार्ड से सम्मानित, प्रो. मटरेजा ने एमपीएस कॉन में टारगेडेट ड्रग डिलीवरी इन नैनो टेक्नोलॉजी एडवांसेज पर दिया व्याख्यान
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के वाइस प्रिंसिपल प्रो. प्रीथपाल सिंह मटरेजा को मेडिकल फार्माक्लोजिस्ट सोसायटी- एमपीएस की ओर से मोस्ट प्रोमिसिंग सीनियर एमडी फार्माक्लोजिस्ट अवार्ड से नवाजा गया। प्रो. मटरेजा को यह अवार्ड मेडिकल फार्माक्लोजी के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया। एम्स, गुवाहटी की ओर से क्रॉसरोड्सः इन्नोवेशन, एविडेंस एंड फ्यूचर फ्रंटियर्स पर आयोजित इंटरनेशनल क्रॉन्फ्रेंस- एमपीएस कॉन-2025 में प्रो. मटरेजा को यह अवार्ड मिला। प्रो. मटरेजा ने एमपीएस कॉन में टारगेडेट ड्रग डिलीवरी इन नैनो टेक्नोलॉजी एडवांसेज पर अपना व्याख्यान दिया। एम्स, गुवाहटी के डॉ. शिवा मूर्थि एन., डॉ. प्रतिभा डी. नडिग, डॉ. मेलविन जॉर्ज, डॉ. अशोक गोयल, डॉ. सचिन मंचोला, डॉ. जयश्री ने प्रो. मटरेजा को अवार्ड देकर सम्मानित किया।
प्रो. मटरेजा ने अपने व्याख्यान में बताया, नैनो टेक्नोलॉजी दवा वितरण की एक अनूठी विधि है। अस्थमा, सिस्टिक फाइब्रोसिस या चिरकालिक फुफ्फुसीय रोग, एचआईवी, कैंसर आदि से पीड़ित रोगियों या लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का उपयोग करने वाले रोगियों के लिए यह लाभदायक सिद्ध हो सकती है। नैनोकणों को कैंसर कोशिकाओं जैसे रोग स्थलों पर सीधे दवाएं पहुंचाने के लिए विकसित किया जाता है, जिससे स्वस्थ ऊतकों को होने वाला नुकसान कम होता है। उल्लेखनीय है, प्रो. मटरेजा 09 बरस से तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विभिन्न इंटरनेशनल और नेशनल स्तर पर 100 से अधिक रिसर्च पेपर्स प्रकाशित हो चुके हैं। प्रो. मटरेजा की अब तक दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।