केजरीवाल को सशर्त जमानत देने के बाद दिल्ली के सियासी पारे में जबर्दस्त उफान

Tremendous rise in political atmosphere in Delhi after conditional bail given to Kejriwal

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सशर्त जमानत देने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सियासी पारे के जबर्दस्त उफान देखा गया और तिहाड़ जेल से मुख्यमंत्री निवास के मार्ग में केजरीवाल के समर्थकों का जन सैलाब उबाल पड़ा और लोगों ने भारी उत्साह उमंग और नारेबाजी कर केजरीवाल का भावभीना स्वागत किया। जेल से बाहर आकर एक खुली जीप में सवार हुए केजरीवाल के साथ उनकी पत्नी सुनीता और बेटी भी मौजूद थी।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी अपने समर्थकों को निराश नहीं किया और उनमें जोश भरते हुए कहा कि मैंने आपसे वादा किया था कि मैं आपके यथाशीघ्र आऊंगा और मैने अपना यह वादा निभाया है। आप सभी के मध्य आकार मुझे बहुत खुशी हो रही हैं। उन्होंने केंद्र सरकार विशेष कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तानाशाही करने का आरोप लगाया और कहा कि मैंने भी उसे भुगता हैं लेकिन अब यह तानाशाही अधिक दिनों नही चलने वाली तथा जनता अवश्य इसका हिसाब चुकता करेगी।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से 1 जून तक अंतरिम जमानत मिली है। अब केजरीवाल के चुनाव प्रचार पर कोई भी रोक नहीं रहेगी। केजरीवाल को यह जमानत को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी की दलीलों को सामने ईडी की दलीलों को अस्वीकार कर दिया और यह टिप्पणी भी कि आम चुनाव पांच साल बाद आते हैं। यह हर छह माह में फसल काटने वाली स्थिति नही है,फिर केजरीवाल जनता द्वारा चुने हुए एक मुख्यमंत्री है कोई आदतन अपराधी नहीं । इसलिए उन्हें अंतरिम जमानत से रोका नहीं जा सकता। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत देते हुए केजरीवाल के उपर कुछ शर्तें लगाई है। केजरीवाल सीएम ऑफिस और सचिवालय नहीं जाएंगे तथा बिना राजपाल की अनुमति के किसी फाइल पर साइन नहीं करेंगे। दिल्ली शराब घोटाला केस में अपनी भूमिका को लेकर कोई बयानबाजी नहीं करेंगे। किसी भी गवाह से संपर्क करने की कोशिश नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी है। केजरीवाल को फिर से 2 जून को अदालत के समक्ष सरेंडर करना होगा।

सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत के बाद अब अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण तक चुनाव प्रचार कर पाएंगे। सात चरणों के लोकसभा चुनाव में 1 जून को आखिरी चरण के लिए वोटिंग होगी।

इस मध्य अमेठी में वरिष्ठ पर्यवेक्षक बन कर पहुंचे राजस्थान के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने भी अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत का स्वागत करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडिया गठबंधन को मिल रहे जन समर्थन को देख घबरा रहे है । उन्होंने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ता इस बार अपेक्षा के अनुरूप चुनाव प्रचार के लिए घरों से बाहर नही निकले। साफ दिख रहा है कि भाजपा इस बार आम चुनाव हार रही है और इंडिया गठबंधन को उम्मीद से अधिक सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश में लोकतन्त्र समाप्त हो रहा हैं। चुनावी मुद्दों को छोड़ मोदी अब अडानी अंबानी पर आ गए है।

उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेलंगाना और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झारखंड में कांग्रेस नेताओं पर फिर से गरजे और कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों से कश्मीर समस्या पैदा हुई। पाकिस्तान से परणामु बम के नाम पर डराने की कोशिश की गई जबकि हमारी मजबूत सरकार की कार्यवाही से दुश्मन की हिम्मत नही कि हमे बुरी नजर से देख लेवें। आज यह स्पष्ट है कि पाक अधिकृत कश्मीर की हर इंच जमीन भारत की है।

अब देखना है कि 13 मई को देश में होने वाले लोकसभा के चौथे चरण के चुनाव सहित आने वाले तीन और चरणों में देश का चुनावी तापमान और कितना अधिक बढ़ता है?