हरमनप्रीत की अगुआई में भारतीय महिला टीम श्रीलंका को फाइनल में फिर हरा आठवीं बार एशिया कप जीतने उतरेगी

Under the leadership of Harmanpreet, the Indian women's team will again defeat Sri Lanka in the final and win the Asia Cup for the eighth time

  • श्रीलंका के लिए भारत को फिर खिताब जीतने से रोकना बेहद मुश्किल
  • भारत को श्रीलंका की कप्तान चामरी अट्टापट्टू से जरूर चौकस रहना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : हरमनप्रीत कौर की अगुआई में मौजूदा और सात बार की चैंपियन भारतीय महिला क्रिकेट टीम एसीसी एशिया कप में अपनी तरह अजेय रह फाइनल में पहुंची मेजबान श्रीलंका को रविवार को उसके घर दाम्बुला में पिछले संस्करण की तरह एक बार फिर हरा आठवीं बार खिताब जीतने के मकसद से उतेरगी। शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की सलामी जोड़ी ने मौजूदा संस्करण अब तक मिल कर जिस तरह एक- एक अर्द्धशतक सहित कुल 303 रन जोड़, मध्यक्रम में कप्तान हरमनप्रीत कौर और विकेट कीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने एक -एक अर्द्धशतक जड़ और ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा नौ और तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने आठ विकेट चटका भारत को अजेय रह जिस तरह फाइनल में पहुंचाया है उसके मद्देनजर श्रीलंका के लिए उसे फिर खिताब जीतने से रोकना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है। स्मृति (कुल 3433 रन) अब टी-20अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में न्यूजीलैंड की सूजी बेटस ( कुल 4338) के बाद कुल सबसे ज्यादा रन बनाने में दूसरे स्थान पर हैं। वहीं भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर (कुल 3415 रन) ऑस्ट्रेलिया की मेग लेनिंग (3405 रन) के बाद इस क्रम में चौथे स्थान पर हैं। भारत को एक शतक और एक अर्द्धशतक सहित मौजूदा संस्करण में चार मैचों में कुल 243 रन बना रन बनाने में शीर्ष पर रही श्रीलंका की कप्तान ऑलराउंडर चामरी अट्टापट्टू से जरूर चौकस रहना होगा। बेशक चामरी श्रीलंका की सबसे बड़ी ताकत हैं लेकिन उन पर जरूरत से निर्भरता मेजबान श्रीलंका टीम की सबसे बड़ी कमजोरी भी है।

महिला एशिया कप के शुरू के चार संस्करण वन डे थे और मौजूदा संस्करण सहित बाद के पांचों संस्करण टी-20 आधार पर खेले गए। भारतीय महिला टीम के नए कोच अमोल मजूमदार और कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इसी साल के आखिर में होने वाले आईसीसी महिला टी 20 विश्व कप के मद्देनजर शीर्ष क्रम में डायलान हेमलता, बाएं हाथ की स्पिनर तनुजा कंवर, तेज गेंदबाज अरुंधति रेड्डी , उमा छेत्री और संजीवन सजना को मौजूदा टी 20 एशिया कप में आजमाया। सबसे अहम बात यह रही कि खुद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक मैच में एकादश से बाहर रह कर नवोदितों को मौके दिए। भारत की महिला टीम ने शुरू के छह संस्करण जीते और इसके बाद सिर्फ एक बार 2018 में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में उनके कुल सबसे ज्यादा 215 रन बनाने और टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किए जाने के बावजूद मात्र एक बार फाइनल में बांग्लादेश तीन विकेट से हार खिताब जीतने से चूकी । 2022 में एशिया कप फाइनल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रही तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर (3/5) की कहर बरपाने वाली गेंदबाजी और स्मृति के अविजित अर्द्धशतक से भारत ने आठवें एशिया में सिलहट में श्रीलंका को बेहद एकतरफा फाइनल में आठ विकेट से हरा कर सातवीं बार खिताब जीता । 2022 के संस्करण जहां उसकी धुरंधर बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्ज ने सबसे ज्यादा 217 रन बनाए और ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा 13 विकेट लेकर टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रही थी।

तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने सही वक्त पर रंग में आ मौजूदा संस्करण में बांग्लदेश को सेमीफाइनल में पहले पॉवरप्ले में ही में ही मात्र दस रन देकर उसके तीन विकेट चटका ऐसा बिखेरा की वह आठ विकेट पर 80 रन ही बना सकी और स्मृति मंधाना के तूफानी अविजित अर्द्धशतक से जीत का लक्ष्य बिना कोई गंवाए हासिल कर दस विकेट से जीत के साथ फाइनल में स्थान बनाया। वहीं श्रीलंका ने अपनी कप्तान चामरी अट्टापट्टू के अर्द्धशतक से पाकिस्तान पर दूसरे बेहद रोमांचक सेमीफाइनल में मात्र एक गेंद के बाकी रहते तीन विकेट से जीत के साथ लगातार दूसरी और कुल पांचवीं बार फाइनल में स्थान बनाया। श्रीलंका ने पिछले संस्करण के सेमीफाइनल में भी पाकिस्तान को मात्र एक रन से हराया था। भारत रेणुका से गेंद से और स्मृति से मौजूदा संस्करण में बांग्लादेश के खिलाफ सेमीफाइनल और श्रीलंका के खिलाफ 2022 के फाइनल के प्रदर्शन को दोहराने के साथ जीत दिला खिताब पर अपना कब्जा बरकरार रखने को बेताब है।

श्रीलंका की कप्तान चामरी अट्टापट्टू के बाद मौजूदा संस्करण में भारत की विस्फोटक ओपनर शैफाली वर्मा एक अर्द्धशतक सहित 194 रन बनाकर दूसरे स्थान पर हैं जबकि उपकप्तान स्मृति मंधाना बांग्लादेश के खिलाफ अविजित अर्द्धशतक जड़ कर 113 रन बार सातवें स्थान पर हैं। भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने भी एक एक अर्द्धशतक जड़ा है। हैं। श्रीलंका के लिए ऑफ स्पिन लेग ब्रेक गेंदबाजी करने वाली कविषा दिलहारी ने सबसे ज्यादा सात विकेट चटकाए हैं और इसमें सेमीफाइनल एक ही ओवर में पाकिस्तान के खिलाफ चटकाए दो विकेट भी शामिल हैं। श्रीलंका के लिए 38 बरस की बाएं हाथ की तेज गेंदबाज उदिष्का प्रबोधिनी ने चार तथा बाएं हाथ की स्पिनर सहिषनी गिमहानी ने तीन विकेट चटकाए हैं। भारत को श्रीलंका की एक तरह से मिस्ट्री स्पिनर कही जा रही कविषा दिलहारी को जरूर कुछ संभल कर खेलने की जरूरत है।

वहीं एक शतक और एक अर्द्बशतक सहित रन बनाने में मौजूदा संस्करण में सबसे चल रही श्रीलंका की कप्तान चामरी अट्टापट्टू के बाद उसके लिए विश्मी देवमिनी ने एक अर्द्धशतक सहित 91 रन बनाए हैं। श्रीलंका के लिए बाएं हाथ की बल्लेबाज हर्षिता माधवी ने एक अर्द्धशतक सहित 71 रन बनाए हैं। कुल मिलाकर श्रीलंका की कमजोरी उसकी बल्लेबाजी रही है। भारत की चार मैचों में मौजूदा संस्करण में सबसे ज्यादा नौ विकेट चटका कर शीर्ष पर चल रही ऑफ ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा, आठ विकेट चटकाने वाली तेज गेंदबाज रेणुका सिंह और छह विकेट चटका चुकी बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव और तीन मैच खेल चार विकेट चटकाने वाली पूजा वस्त्रकर के सामने बांग्लादेश की बल्लेबाजों के लिए फाइनल में बड़ा स्कोर खड़ा करना अथवा इसे पार करना बेहद मुश्किल होगा।

फाइनल का समय : दोपहर बाद तीन बजे (दाम्बुला)।

’श्रीलंका के खिलाफ फाइनल के हम तैयार हैं‘

’हमारी गेंदबाजों ने बांग्लादेश के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार गेंदबाजी की।मुझे अपनी गेंदबाजों पर गर्व है। हम एशियाई क्रिकेट में हावी रहे हैं इसलिए हम पर दबाव था। हम वही करते रहना चाहते हैं जो लंबे समय से कर रहे हैं। हमने नेटस पर शिद्दत से तैयारी की थी और इसलिए मैदान पर उतरने पर हम पर दबाव नहीं था। हर दिन हमारी गेंदबाज सकारात्मक सोच के साथ मैदान पर उतरीं। हमारी गेंदबाजों ने सही लाइन लेंग्थ के साथ गेंदबाजी कर मुझे भरोसा दिया। निरंतरता हमारे लिए जरूरी है और बस लगातार बढ़िया प्रदर्शन करना चाहते हैं। श्रीलंका के खिलाफ फाइनल के हम तैयार हैं।‘ -हरमनप्रीत कौर, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान

’अहम फाइनल में हम दबाव नहीं लेना चाहते‘

बढ़िया प्रदर्शन सुखद‘ ’पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल बेहद संघर्षपूर्ण रहा। मैं श्रीलंका को जिता कर मैदान से लौटना चाहिए बदकिस्मती से मैं जल्दी आउट हो गई। मुझे खुशी है कि हमारी लड़कियों ने जोरदार अंदाज में जिता फाइनल में पहुंचाया। मैंने जमने में कुछ वक्त लिया क्योंकि हमने कुछ वक्त जल्दी गंवा दिए थे। मैं टीम की सबसे वरिष्ठ बल्लेबाज हूं और इसलिए मैंने अपनी शैली बदल मैच को खत्म करने की कोशिश की लेकिन मैं इससे पहले ही आउट हो गई। अहम फाइनल में हम दबाव नहीं लेना चाहते हैं। फाइनल भी बस एक मैच है और हम इसका लुत्फ उठाना चाहते हैं। चामरी अट्टापट्टू, श्रीलंका की कप्तान