विनोद तकियावाला
धन्य-धन्य वह घरा जहाँ देश को जन्म भुमि अर्थात माँ का स्थान दिया है।जिसकी उपमा स्वर्ग से बड़ कर दिया जाता है।वह अपना देश भारत है।जिसे भारत माता कहा जाता है। तभी इस पर राम कृष्ण नानक बुद्ध गाँधी,भगत वआजाद समेत कई क्रान्ति कारीयों लिया।आज एक ऐसे संत महात्मा के जीवन से जुडी ही स्थली का साक्षी बन गए है। जिसकी मुझे वर्षों से इंतजार था।दिल्ली से अहमदाबाद के इंडिगो एयरलाइंस के प्लाईट पूर्व निधार्रित समय से उड़ान अपने सहयोगी मीडिया मित्र मण्डली के संग सुखःद यात्रा के करने स्वर्णिम अवसर मिल रहा है।इस यात्रा वृत्तान्त में हमारी कोशिस रहेगी कि आप को जमीनी हकीकत से वाकिफ कराया जाए।आज को बता दे कि कल यानि 28 अक्तुबर 24 को माननीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी अमरेली जिले के लाटी नामक जगह से भुज-नाली में वीडियो कान्फेंस के माध्यम से लगभग 11000 करोड़ की लागत वाली नई रेल लाईन विकाश परियोजनाओं की आधार शिला व लोकापर्ण करने वाले है।इस स्वर्णिम पल के साक्षी बनने के कुछ चिर परिचित तो कुछ अर्द्ध परिचित मीडिया मित्रों के संग रेल मंत्रालय के अधिकारी भी शरीक ताकि मीडिया कर्मी व स्थानीय रेलवे के संग समांजस्य स्थापित करने रेलवे बोर्ड मुख्यालय के प्रतिनिधि कर रयुवा अधिकारी कुबर जी,जो काफी सरल,सहज व सुलझे व्यक्ति थें।इस मध्य में इंडिगो की विमान परिचायिका व उद्घोषिका द्वारा यात्रा के दिशा निर्देश दी जा रही है।मेरी विमान-हवाई पटी पर अपनी उड़ान भर नें को बिलकुल तैयार है।शैनः शैनःअपनी रणवे पर गति पलक झपकते ही पकड़ ले हमें तब अहसास होता इसी बीच कुछ अजीब से आवाज आ रही है।मेरे चेहरे की लकीरें को भापते हुए बगल में बैठे सहयात्री शयाद वह कोई एन आर आई थी,उसके स्वर में अंग्रेजों जैसी थी,उन्होंने यु टॉक सम साउण्ड,यु टेल एयर होस्टेस खैर इतनें में हमारी विमान नीले आसमान में उमड़-घुमड़ बादल को चीरते हुए हवाओं से गल बादी करते जमीन से हजारो मीटर दुर निकल गया था,तभी मेरे अगले सीटे-कई मीडिया मित्र इसी विमान में यात्रा कर रहे थें ,इतने में नीले अम्बर के नयनाविराम दृश्य को अपने मन मस्तिक में अंकित हो गया।मै भी विमान के साथ हवा,नीले आसमान से कुछ मौन स्वर में मुखातिब हो रहे थें तभी मेरे मि० सिंह-मेरे कानों मधुर स्वर पड़े,वह स्वर विमान परिचायिक थी ‘ इंडिगो एयरलाइंस की सौजन्य से अल्पाहार देना चाह रही थी,जिसकी मुझे इस वक्त सक्त जररूत थी।मै सुस्वादिष्ट अल्पाहार का आनंद लेते हुए।अपने सहयात्री की क्रियाकलाप पर अपने स्वाभाव के मुताबिक पैनी निगाह रखे हुए थे।कुछ पल बाद ही पुनः विमान परिचायिका के सु मधुर स्वर सुनाई आपकी यात्रा मंगलमय हो कुछ पल हम विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतर ने वाला है। कुछ मिनट अहमदावाद – सरदार वल्लभ भाई पटेल हवाई अड्डे से बाहर निकल ही थें।आगे के कार्यक्रम का संचालन हेतू वेर्स्टन रेलवे मुख्यालय मुम्बई के युवा अधिकारी सुनील सिंह ‘ प्रियंका व संदीप जी 6 कारों की कफिला के साथ गर्म जोशी से स्वागत करने के लिए तत्पर थें,हवाई अडडे से औपचारिक परिचय के हम सभी होटल के अल्पविराम व दोपहर की गुजराती व्यंजन के आनंद के बाद स्थानीय भ्रमण व दर्शन के गाँधी जी के शहर जो सादगी व शांति का प्रतीक बन गया ‘ जिसकी ख्याति भारत ही वरन सम्पूर्ण विश्व में अपनी पहचान का परचम लहराया है।संध्याकालीन नगर भ्रमण व दर्शन सावरमती नदी के दो तटों पर बसी अहमदाबाद की विकाश की गाथा गा रही थी। तत्पश्चात गाँधी जी तपोस्थली,ज्ञान स्थली व कर्म स्थली साबरमती आश्रम में को जीवन के स्वर्णिम पल बिताने का मौका मिला, बड़भागी वे लोग जिन्होने अपना जीवन का महात्मा गाँधी के संग जीवन विताये ‘ उनके जीवन से सीख लेकर अपने जीवन में परिवर्तन लाया।तभी हम भारतवासी वापु कहते है व दुनिया वाले महात्मा व साधु व मनीष संत कहते है।ना खडग ना डाल साबरमती के संत तुने कर दिया कमाल ‘ सदियों से गुलामी की जंजीरो से भारत माँ को आजादी दिला दी।ऐसे संत के पवित्र भुमि की जिसकी रजकण किसी चरण घुली के सर के लगानें से जीवन धन्य हो गया मेरा।गाँधी जी सादी जीवन -उच्च विचार आज समचीन ही उपयोगी है ।गाँधी एक व्यक्ति ही विचार है।जो सदा के लिए अमर रहेगा।गाँधी जी जीवन परिचय व उनके जीवन से जुडी जानकारी मिली।तदोपरान्त नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व कई विकाश की जीती जागती जैसे पूर्व प्रधान मंत्री अटल विहारी जी नाम अटल सेतू पर सैर -सपाट के तैयार पैदल पथ,प्रकृति प्रेमी के रंग बिरंगे फूल के बगीचे ‘ रंग बिरंगी रोशनी से जगमगा रही थी कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र जी विकाश की ऐतिहासिक पल के हम साझा करें l