दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्रियां

Union Minister Bhupendra Yadav awarded degrees to the students in the convocation ceremony

  • 21 गोल्ड मेडल सहित कुल 344 विद्यार्थियों को प्रदान की गई डिग्रियां
  • हिज एक्सीलेंसी मोहम्मद अलब्बर डॉक्टरेट डिग्री से सम्मानित

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली/नीमराणा : दिल्ली जयपुर राष्ट्रीय राज मार्ग पर नीमराणा स्थित रैफल्स यूनिवर्सिटी के छठा दीक्षांत समारोह में केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने 21 गोल्ड मेडल सहित कुल 344 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की ।

इस अवसर पर भूपेन्द्र यादव ने कहा कि आज के डिजिटल और सामाजिक युग में, जो व्यक्ति अपनी जानकारी और बौद्धिक क्षमता के बीच संतुलन बना लेता है, वही जीवन में सफलता प्राप्त करता है। अब, विद्यार्थियों के जीवन में अगला कदम अपनी इमोशनल इंटेलिजेंस (ईआई) को निखारने का है। लर्निंग का सिलसिला कभी खत्म नहीं होता और यही समय है जब वे अपने भावनात्मक और मानसिक कौशल को सशक्त बना सकते हैं। यादव ने यूनिवर्सिटी के सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा कहा कि आज विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी से विभिन्न क्षेत्रों में प्रोफेशनल योग्यता हासिल की है, जो न केवल उनके व्यक्तिगत विकास में सहायक होगी, बल्कि समाज की सेवा में उनके योगदान को भी बढ़ाएगी। अब आगे जब विद्यार्थी यहां से बाहर कदम रखेंगे, तो असली दुनिया का सामना करेंगे, जहां जीवन की वास्तविकताओं से उनका सामना होगा।

यादव ने इस अवसर पर आज के ग्लोबल वॉर्मिंग समय में पर्यावरण के महत्वपूर्ण विषय पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कहा कि भारत विश्व में पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करने वाला देश है, न कि समस्या का हिस्सा। यादव ने यह भी कहा कि कि पृथ्वी पर जीवित (लिविंग) और जीवित प्राणी (लिविंग बींग) का सहअस्तित्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। तभी हम आने वाले समय में अपनी जीवनशैली को पर्यावरण के अनुकूल बनाने में सक्षम हो पाएंगे।

कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के न्यायाधीश, जस्टिस दीपांकर दत्ता और एमार, दुबई के संस्थापक, हिज एक्सीलेंसी मोहम्मद अलब्बर, विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान इमार ग्रुप के संस्थापक हिज एक्सीलेंसी मोहम्मद अलब्बर को डॉक्टरेट डिग्री (ऑनोरिस कॉसा) से सम्मानित किया गया।

यूनिवर्सिटी कैम्पस में दीक्षांत समारोह की शुरुआत अकादमिक प्रोसेशन के साथ हुई। जिसके बाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) राजेंद्र सिंह सांगवान द्वारा यूनिवर्सिटी की वार्षिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। इस अवसर पर, प्रो. (डॉ.) सांगवान ने कहा कि आज का दिन विद्यार्थियों के जीवन का एक अहम क्षण है, जो न केवल उनके अकादमिक उपलब्धियों का जश्न है, बल्कि उनकी मेहनत, समर्पण और बौद्धिक विकास का प्रमाण भी है। यह दीक्षांत समारोह एक अंत नहीं, बल्कि सीखने, नवाचार और आत्म-खोज की निरंतर यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

समारोह की अध्यक्षता, यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन, विवेक गोम्बेर ने की। इस अवसर पर गोम्बेर एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरपर्सन, डॉ. जस्टिस मीना वी. गोम्बेर भी उपस्थित रही। समारोह का समापन रजिस्ट्रार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।