- केंद्रीय मंत्री संस्कृति जुड़ाव का एक तरीका है जो सभी को एक साथ ला सकता है
- लेखी के साथ अन्य देशों के प्रतिनिधिमंडल ने गांधी शांति केंद्र और खंडगिरि और उदयगिरि की गुफाओं का किया दौरा
- एक दिन पहले प्रतिनिधिमंडल के साथ ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर का किया था दौरा
रविवार दिल्ली नेटवर्क
भुवनेश्वर : ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित G20 देशों के संस्कृति कार्य समूह की बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। अंतिम दिन केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ अन्य देशों के प्रतिनिधिमंडल ने गांधी शांति केंद्र और खंडगिरि और उदयगिरि की गुफाओं का दौरा किया। एक दिन पहले G-20 प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री के साथ कोणार्क सूर्य मंदिर का दौरा किया था। 14 से 17 मई तक आयोजित की गई इस बैठक में सदस्य देशों और कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, संस्कृति जुड़ाव का एक तरीका है जो सभी को एक साथ ला सकता है। लेखी ने कहा, “G20 के लिए हमारी दूसरी संस्कृति कार्य समूह की बैठक के लिए ओडिशा राज्य में उपस्थित होना खुशी और सम्मान की बात है। हमें अपनी विरासत पर बहुत गर्व है और मुझे बहुत खुशी है कि दूसरी बैठक के लिए ओडिशा राज्य को चुना गया। लेखी ने कहा कि भारत के लिए G20 की अध्यक्षता एक ऐसा अवसर है जब भारत दुनिया को दिखाएगा कि भारतीय विरासत और संस्कृति क्या है। इस बीच ब्राजील के एक प्रतिनिधि लेटिसिया ने अपनी इस यात्रा को अद्भुत बताया। इसके अलावा अन्य विदेशी प्रतिनिधि भी अपनी इस यात्रा की प्रशंसा की।
14 से 17 मई तक आयोजित G20 संस्कृति कार्य समूह की इस बैठक के दौरान संस्कृति क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा हुई जिनमें चार प्रमुख मुद्दों पर फोकस किया गया। खासतौर पर सांस्कृतिक संपदा का संरक्षण और पुनर्स्थापन; सतत भविष्य के लिए सजीव विरासत का इस्तेमाल; सांस्कृतिक और रचनात्मक उद्योगों और रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन जैसे मुद्दे पर चर्चा की गई।
इस दौरान विदेशी मेहमानों के लिए कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। सभी प्रतिनिधियों ने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दौरा किया। इससे पहले पद्म श्री पुरस्कार विजेता सुदर्शन पटनायक ओडिशा के पुरी बीच पर एक सैंड आर्ट का भी प्रदर्शन किया। जिसका टॉपिक ‘संस्कृति सभी को एकसूत्र से जोड़ती है’ रखा गया।
कार्यक्रम के पहले दिन पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय संस्कृति और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल हिस्सा लिया। इसके बाद बैठक के दूसरे दिन ओडिशा शिल्प म्यूजियम में सस्टेन द क्राफ्ट इडिओम एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, अर्जुन राम मेघवाल, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय हिस्सा लिया।