केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शास्त्री भवन में डीएमएफ गैलरी का उद्घाटन किया

Union Minister Mr. Kishan Reddy inaugurates DMF Gallery at Shastri Bhavan

जिला खनिज संस्थान/ प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों और खनन कंपनियों द्वारा समर्थित एसएचजी के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नयी दिल्ली : केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज शास्त्री भवन में डीएमएफ गैलरी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे भी उपस्थित थे। डीएमएफ गैलरी में जिला खनिज संस्थान/ प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और खनन कंपनियों द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत समर्थित स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को शास्त्री भवन परिसर में प्रदर्शित किया जाएगा।

मंत्रियों ने स्वयं सहायता समूहों के साथ संवाद किया और ओडिशा के डीएमएफ क्योंझर और कोरापुट के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उनके उत्पादों की सराहना की तथा देश के विभिन्न जिलों में स्वयं सहायता समूहों को सहयोग देने के लिए हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड और हिंडाल्को के विशेष प्रयासों की सराहना की।

डीएमएफ क्योंझर द्वारा वित्तपोषित कृष्णा स्वयं सहायता समूह इस सप्ताह मोटे अनाज से जुड़े खाद्य पदार्थों, बीज और तसर रेशम उत्पादों का प्रदर्शन कर रहा है। वहीं डीएमएफ कोरापुट द्वारा वित्तपोषित महिमेमा स्वयं सहायता समूह इस सप्ताह लेमनग्रास, जापानी मिंट ऑयल उत्पादों का प्रदर्शन कर रहा है। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) द्वारा समर्थित 25 स्वयं सहायता समूह रोटेशन के आधार पर डीएमएफ गैलरी में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे।

सतत खनन चार्टर अधिदेश (सस्टेनेबल माइनिंग चार्टर मैंडेट) के अनुसार, हिंडाल्को कई स्वयं सहायता समूहों को समर्थन दे रहा है, जिससे 3000 से अधिक कारीगर सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। इसके तहत, कोसल – छत्तीसगढ़ कोसा बुनाई को पुनर्जीवित करना, काशी घास से बुनाई की कला के लिए एक पहल त्रिना, जिरहुल – नवीन जैल सैनिटरी नैपकिन, वंशला – बांस और काशी घास शिल्प, कठौतिया और विवर्तन – लैंटाना खरपतवार से लेकर जैव-मिश्रित कलाकृतियां सहित अन्य उत्पादों का उत्पादन हो रहा है।

खान मंत्रालय ने खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) (एमएमडीआर) अधिनियम, 2015 में संशोधन करके खनन से प्रभावित सभी जिलों में जिला खनिज संस्थान (डीएमएफ) की स्थापना का प्रावधान किया है। डीएमएफ का उद्देश्य खनन से संबंधित कार्यों से प्रभावित व्यक्तियों और क्षेत्रों के हित और लाभ के लिए काम करना है। डीएमएफ के माध्यम से विभिन्न जिलों ने विभिन्न स्थानीय उत्पादों का उत्पादन करने वाले स्वयं सहायता समूहों की स्थापना की है।