देवेंद्र सिंह रावत
नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज देश के पहले एलिवेटेड 8 लेन एक्सेस कंट्रोल 29.6 किलोमीटर लंबे द्वारिका एक्सप्रेसवे का निरक्षरण दिल्ली कें उप राज़्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ किया। इस एक्सप्रेसवे को बनाने की लागत लगभग 10, हज़ार करोड़ आयेगीं । परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने बताया कि एक्सप्रेसवे और बनाने वाली 3.6 km लंबी 8 लेन वाली यह देश की सबसे बड़ी सुरंग होगी।
एक मीडिया वार्ता में नितिन गडकरी ने बताया कि दिल्ली और आस पास के राज्यों में उनके मंत्रालय ने पिछले कुछ वर्षों में लगभग 65, हजार करोड़ की लागत से कई हाईवे और सड़को का निर्माण् किया है। द्वारिका नवनिर्मित एक्सप्रेसवे से हाईवे पर जो 3 लाख PCUS का दबाव है वो कुछ कम होगा जिससे लोग अपने गंतव्य पर आसानी से पोहुच सकेंगे लेकिन नितिन गडकरी ने यह आशंका जतायी कि जिस तेजी से भारत की जनसंख्या बढ़ रही है उसे देखते हुए उन्हें और भी कई विकल्पों पर काम करने की आवश्यकता हैl
मुंबई की ट्रैफिक समस्या को बढ़ती जनसंख्या और बढ़ते ट्रेफिक के दबाव के कारण आवागमन सुगम नहीं किया जा सका है एसे ही वर्तमान में बन रहे दिल्ली गुड़गाँव एक्सप्रेसवे से कुछ सालों कि लिए ट्रैफिक की समस्या से निजात मिल सकती है पर यह स्थाईं समाधान नहीं है। हमे निरंतर अन्य विकल्पो पर काम जारी रखना होगा। गडकरी ने कहा कि वह कुछ वर्षों में दिल्ली और गुरुग्राम के बीच रोपवे पर चलने वाली गाड़ियों पर विचार कर रहे है ,एसा करने से यात्री हवा में ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ और जा सकेंगे।
एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया की मुंबई की ट्रैफिक समस्या को उनकी सरकार ने लगभग 32 फ़्लाइओवरो का निर्माण पिछले कुछ सालों में किया है।