रविवार दिल्ली नेटवर्क
सिवनी मालवा : नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा के लही गांव के एक प्राइमरी स्कूल में स्कूली बच्चे लगातार अनुपस्थित रहते थे। यह समस्या देखते हुए बच्चों को स्कूल लाने के लिए वहां के शिक्षक संजू बारंगे ने एक अनूठा काम किया, शिक्षक गांव में ढोल बजा कर बच्चों के घर-घर पहुंचने लगे, जो बच्चा अनुपस्थित रहता शिक्षक संजू उसके घर के सामने ढोल बजाते और उसे अपने साथ स्कूल लेकर आते। इस कार्य को देख गांव के लोग भी खुश हुए और शिक्षक संजू को प्रोत्साहित करने लगे, गैरहाजिर हर बच्चे के घर शिक्षक संजू पहुंचने लगे और सभी बच्चों को अपने साथ स्कूल लेकर आने लगे। अब ग्राम लमी में जिस घर के सामने शिक्षक ढोल बजाते नजर आते हैं।
गांव के अन्य लोग समझ जाते हैं कि उस घर से बच्चा स्कूल नहीं पंहुचा, इस पहल से जो बच्चे स्कूल नहीं आते थे अब सभी बच्चे स्कूल आने लगे हैं अभी भी यदि बच्चे अनुपस्थित रहते हैं तो शिक्षक ढोल लेकर उनके घर पहुंच जाते हैं। शिक्षक संजू बारंगे बताते हैं कि जब मुझे लही प्राइमरी स्कूल का प्रभार दिया गया था उस समय स्कूल की स्थिति बंद होने की थी, सिर्फ स्कूल में 6 बच्चे थे। अब स्कूल में 25 बच्चें है और 5 अन्य आने वाले है। उनके इस नवाचार की शिक्षा विभाग के अधिकारी भी तारीफ कर रहे हैं।