आनंद पांडे
देहरादून : देहरादून में स्थित मल्टीडिसप्लनेरी विश्वविद्यालय यूपीईएस का 22वां दीक्षांत समारोह शुरू हुआ।
पहली बार, यह दीक्षांत समारोह पाँच दिनों तक चलेगा, जिसमें यूपीईएस के सातौं विद्यालयों में से प्रत्येक को समर्पित अलग-अलग समारोह होंगे, जो प्रत्येक विषय के छात्रों को व्यक्तिगत रूप से सम्मानित करने के लिए एक विशेष मंच प्रदान करेगा। 22 से 26 नवंबर तक यूपीईएस के सभी सात विद्यालयों के छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी, जिससे स्नातकों और उनके परिवारों के लिए एक सार्थक और यादगार अनुभव होगा क्योंकि वे गर्व के साथ अपनी डिग्री प्राप्त करेंगे।
समारोह की शुरूआत स्कूल आॅफ हेल्थ साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (एसओएचएसटी) और स्कूल आॅफ लॉ (एसओएल) के दीक्षांत समारोह से हुई। यूपीईएस ने मुख्य अतिथि के रूप में लॉ और जस्टिस मंत्रालय के माननीय राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल का स्वागत किया, साथ ही इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति जे. जे. मुनीर और उत्तराखंड के महाधिवक्ता माननीय श्री एस.एन. बाबुलकर को उनके दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। स्कूल आॅफ हेल्थ साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल और डीएसआईआर के सेक्रेटरी डॉ. कलईसेलवी ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, उनके साथ आईएनएसईआरएम, पेरिस के डायरेक्टर डॉ. श्रीनि कावेरी भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
23 नवंबर को स्कूल आॅफ बिजनेस (एसओबी) के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कॉन्सबर्ग डिजिटल इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री दीपक कुमार स्वैन और भारत और श्रीलंका में नॉर्वे की राजदूत महामहिम मे-एलिन स्टेनर शामिल होंगे।
प्रमुख उपस्थित लोगों की सूची में हिंदुजा हॉस्पिटल्स के सीईओ श्री गौतम खन्ना, सेतु आयोग, उत्तराखंड के उपाध्यक्ष श्री राजशेखर जोशी, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुश्री वर्तिका शुक्ला शामिल होंगी। इसके बाद, 24 नवंबर को स्कूल आॅफ डिजाइन (एसओडी) और स्कूल आॅफ लिबरल स्टडीज एंड मीडिया (एसओएलएसएम) हैवेल्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और सीटीओ श्री मुकुल सक्सेना और इंडिया टुडे की वरिष्ठ संपादक सुश्री अंजली इस्तवा को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करेंगे।
स्कूल आॅफ कंप्यूटर साइंस का दीक्षांत समारोह 25-26 नवंबर को होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डीएक्ससी टेक्नोलॉजी के एप्लाइड इंटेलिजेंस, प्लेटफॉर्म और इंजीनियरिंग के ग्लोबल हेड श्री रॉबिन फिलिप वरुणीस, किंड्रिल के डेटा और एआई सर्विसेज के उपाध्यक्ष और सीटीओ श्री नवीन कामत और ब्रिटिश भारतीय व्यवसायी लॉर्ड करण बिलिमोरिया शामिल होंगे। अन्य विशिष्ट अतिथियों में डाबर इंडिया लिमिटेड के ग्लोबल सीआईओ आशीष पांडे और कलिंगा इंस्टीट्यूट आॅफ इंडस्ट्रियल टेकनोलॉजी (केआईआईटी) और कलिंगा इंस्टीट्यूट आॅफ सोशल साइंसेज (केआईएसएस) के संस्थापक सचिव डॉ. अच्युत सामंत शामिल होगे। दीक्षांत समारोह के अंतिम दिन स्कूल आॅफ एडवांस्ड इंजीनियरिंग में भी सम्मारोह होगा, जिसमें एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक श्री शलम गोयल मुख्य अतिथि होंगे और ओएनजीसी लिमिटेड की अन्वेषण निदेशक डॉ. शुष्मा रावत मुख्य अतिथि होगी।
इस अवसर पर बोलते हुए, यूपीईएस के कुलपति डॉ. राम शर्मा ने कहा, “यह दीक्षांत समारोह यूपीईएस की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि हम प्रत्येक छात्र को व्यक्तिगत रूप से सम्मानित करते हैं। हमें उनकी अनूठी उपलब्धियों को पहचानने और एक्सीलेंस की संस्कृति को अपनाने में बहुत गर्व है। यह उत्सव ग्लोबल और नेशनल रैंकिंग में हमारी निरंतर वृद्धि को भी दशार्ता है, जो मजबूत इंडस्ट्री सहयोग, अभूतपूर्व रिसर्च, उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता और छात्रों को भविष्य के लीडर्स, इनोवेटर्स और परिवर्तन करने वालों के रूप में आकार देने के हमारे समर्पण से प्रेरित है। मुझे विश्वास है कि 2024 का स्नातक वर्ग उद्देश्य और प्रभाव से भरा भविष्य बनाएगा।”
डॉ. शर्मा ने यूपीईएस की हालिया उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें दर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग: एशिया 2025 में उल्लेखनीय वृद्धि शामिल है, जहाँ इसने एशिया में 148वाँ और दक्षिण एशिया में 21वाँ स्थान प्राप्त किया। उन्होंने वढएर की 300 से अधिक रैंक की असाधारण छलांग पर भी प्रकाश डाला, जो दुनिया के शीर्ष 501-600 विश्वविद्यालयों के प्रतिष्ठित बैंड में शामिल है, और टाइम्स हायर एजुकेशन (ळऌए) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में भारत के शीर्ष 7 संस्थानों में शामिल है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि कैसे स्टैनफोर्ड लिस्ट के अनुसार, अब 46 संकाय सदस्यों को दुनिया के शीर्ष 2% शोधकतार्ओं में मान्यता प्राप्त है, और रनवे इनक्यूबेटर, हिमालयन इनोवेशन लैब और श्रीजन सोशल इंटर्नशिप जैसी पहलों के साथ, यूपीईएस ने अनुसंधान, नवाचार और प्रभावशाली सामाजिक जुड़ाव पर अपना ध्यान केंद्रित करना जारी रखा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे इस प्रतिबद्धता ने उद्योग सहयोग और समग्र छात्र विकास के साथ मिलकर स्नातकों को ऐसे कौशल प्रदान किए हैं जो वैश्विक परिदृश्य में प्रतिध्वनित होते हैं।