वसुंधरा राजे और भजनलाल शर्मा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात ‘शिष्टाचार भेंट’ या सियासी संदेश?

Vasundhara Raje and Bhajanlal Sharma's meeting with Prime Minister Narendra Modi - a courtesy call or a political message?

दिल्ली ब्यूरो

राजस्थान भाजपा के दिग्गज नेताओं के दिल्ली दौरों से मरुधरा में सियासी हलचल मची हुई है. दिल्ली दौरों के दौरान सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी. वहीं उसके बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी प्रधानमंत्री मोदी से मिलने संसद भवन पहुंचे.राजे और शर्मा की पीएम मोदी से इन मुलाकातों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है और इसे शिष्टाचार भेंट के स्थान पर सियासी संदेश माना जा रहा तथा इसके कई मायने भी निकाले जा रहे है।

राजस्थान भाजपा में मच रही यह हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. पार्टी के कई बड़े नेताओं के दिल्ली दौरे के बाद अब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पीएम नरेन्द्र मोदी से हुई भेंट और वसुंधरा राजे की गृहमंत्री अमित शाह और अन्य केन्द्रीय नेताओं से भी बताई जा रही मुलाकात ने नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है. हालांकि इन मुलाकातों का ब्यौरा अभी तक बाहर नहीं आया है लेकिन इससे सूबे की बीजेपी की सियासत में अच्छी खासी हलचल मच गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि राजस्थान के एक के बाद एक दिग्गज नेताओं की पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात किस रणनीति का हिस्सा है इस पर राजनीतिक विश्लेषक नजर गड़ाए हुए हैं. वे इन्हें ‘सामान्य मुलाकातें’ मानने को तैयार नहीं है. वे इसमें कोई सियासी संदेश ढूंढ रहें है. हालांकि इन मुलाकातों को लेकर कोई भी सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहने से बचने की कोशिश कर रहा है लेकिन अंदरखाने सुगबुगाहट जोरदार है.राजे और शर्मा से पहले राज्य की डिप्टी सीएम दीया कुमारी और कद्दावर मीणा नेता कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा बीते दिनों दिल्ली दौरे पर आए थे. इन दोनों ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन परिसर में शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात की तस्वीर प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा की. तकरीबन चालीस मिनट चली इस मीटिंग में बताया जा रहा ही कि प्रदेश की विकास योजनाओं, संगठनात्मक फीडबैक और हालिया घटनाओं पर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद जर्जर स्कूल भवनों के सुधार, संसाधन आवंटन और राज्य सरकार की आगामी प्राथमिकताओं की जानकारी प्रधानमंत्री को दी.

पीएम से मुलाकात के बाद सीएम ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उनके दूरदर्शी नेतृत्व एवं निरंतर सहयोग उल्लेख किया और लिखा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 सालों में भारत ने नई ऊंचाइयों को छूते हुए विश्वपटल पर अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्वयं को स्थापित किया है. उनके कुशल मार्गदर्शन में पिछले डेढ़ वर्ष से राजस्थान निरंतर विकास की सभी बाधाओं को पार करता जा रहा है और नई ऊंचाइयां छू रहा है. हमारी डबल इंजन की सरकार लगातार राजस्थान को एक आदर्श राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जहां प्रत्येक किसान, युवा, महिला, गरीब और वंचित वर्ग को न्याय मिल रहा है और वे अपनी पूर्ण क्षमता के साथ सम्मान युक्त जीवन जी रहे है. पीएम ने आने वाले समय में राजस्थान को और अधिक सहयोग देने का आश्वासन दिया है, जिसके लिए उनका समस्त राजस्थानवासियों की ओर से कोटिशः आभार! मुख्यमंत्री शर्मा की इस यात्रा को प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दूसरी ओर ये यात्रा भाजपा के अंदरूनी समीकरणों और भावी रणनीतियों को लेकर भी संकेत देती है.

मुख्यमंत्री की यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब एक दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी. ऐसे में यह दौरा राजनीतिक लिहाज से भी विशेष मायने रखता है. मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने दिल्ली प्रवास के पहले दिन कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल और जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से भी मुलाकात की. इन बैठकों में मनरेगा के तहत लंबित राशि, पीएम आवास योजना (ग्रामीण) में 7.46 लाख नए घरों की स्वीकृति, जयपुर मेट्रो फेज-2, ई-बस सेवा, सौर ऊर्जा परियोजनाओं और जल जीवन मिशन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री शर्मा ने केंद्र से त्वरित सहयोग की अपेक्षा जताई. कृषि मंत्री ने मनरेगा के 4,384 करोड़ जारी करने और अतिरिक्त आवास आवंटन का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री शर्मा की इस यात्रा को प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दूसरी ओर ये यात्रा भाजपा के अंदरूनी समीकरणों और भावी रणनीतियों को लेकर भी संकेत देती है. मुख्यमंत्री शर्मा ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल राज्य मंत्री और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू से भी भेट कर प्रदेश की विकास परियोजनाओं पर चर्चा की।

राजस्थान के सियासी खेल की चर्चाएं गाहे-बगाहे आती रही हैं।वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार कमान संभाल चुकी है. उनका पूरे प्रदेश में जबर्दस्त सियासी दबदबा है. हालांकि उनको इस बार भी की जीत के बाद सूबे की कमान देने की चर्चाएं जोरों पर चली थी. लेकिन ऐनवक्त पर परिणाम कुछ और ही सामने आया. हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद नए सीएम के चयन को लेकर जाहिरा तौर पर किसी ने कुछ भी नहीं कहा लेकिन हमेशा की तरह अंदरखाने से सियासी खेल की चर्चाएं गाहे-बगाहे आती रही हैं.

वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की सोमवार को संसद भवन में हुई मुलाकात करीब 20 मिनट चली। बताया जा रहा है कि उसके बाद राजे ने गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की. राजनीति के जानकार बताते हैं कि ‘शिष्टाचार भेंट’ के बहाने पार्टी में किसी बड़े लक्ष्य पर काम किया जा रहा है. क्या यह लक्ष्य राजस्थान की राजनीति को लेकर है? क्या यह देश के नए उपराष्ट्रपति को लेकर फीडबैक प्रोग्राम है या फिर कोई तीसरी कहानी. इस पर से अभी तक पर्दा नहीं उठा है.राजे समय-समय पर तेवर दिखाती रहीं हैं। हालांकि सरकार के गठन के बाद राजे समय-समय पर तेवर दिखाती रहीं हैं. कई कार्यक्रमों में राजे ने इशारों ही इशारों में कई बड़े सियासी तीर चलाए हैं. वे अच्छे खासे चर्चा में भी रहे हैं. लेकिन उन पर कभी किसी ने पलटवार करने का साहस नहीं किया. इससे साफ जाहिर है कि राजे की दबदबा आज भी बरकरार है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीते दिनों सीएम भजनलाल शर्मा के खिलाफ दिल्ली में सियासी षड़यंत्र को लेकर बड़ा बयान दिया था. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उसे ‘उकसावे की राजनीति’ करार दिया था. राजे की पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह क्या सामान्य शिष्टाचार मुलाकात थी या फिर कुछ कहना मुश्किल है. लेकिन इसने सियासी हलचल जरुर मचा दी है।