गोपेंद्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली/उदयपुर : राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार को सवेरे अचानक उदयपुर पहुंची और महाराणा प्रताप एयरपोर्ट से सीधे असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के उदयपुर के हिरण मगरी सेक्टर ग्यारह स्थित निवास पर पहुँची। दोनों नेताओं के मध्य बंद कमरे में करीब 45 मिनट से भी अधिक समय तक मुलाकात हुई। इस भेंट से प्रदेश और भाजपा की अंदरूनी की राजनीति में उबाल आ गया है।
वसुन्धरा राजे का उदयपुर आने और कटारिया से मिलने का कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था। इस कारण इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाजार गर्म हो रहा है।
बताते है कि वसुन्धरा राजे के उदयपुर में इस अल्प प्रवास को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था। दोनों की मुलाकात के समय पार्टी का कोई पदाधिकारी और बड़ा नेता भी मौजूद नही रहा,यहां तक कि उदयपुर में राजे के करीबी नेता भी मौजूद नहीं थे।
चुनावी मौसम में वसुन्धरा राजे का बिना किसी निर्धारित कार्यक्रम राज्यपाल कटारियाँ से मिलने उदयपुर आना सभी को अचरज में डाल रहा है। वसुंधरा राजे और गुलाबचंद कटारिया के बीच हुई इस गोपनीय मुलाकात को लेकर मेवाड़ सहित प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट आ गई है । दोनों नेताओं की मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई कयास भी लगाए जा रहें है जा रहे हैं।
राजनीतिक पण्डित राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में रविवार सुबह उदयपुर में जो यह नया घटनाक्रम देखने को मिला उसके राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहें है। बताया जा रहा है कि वसुन्धरा राजे और कटारियाँ के मध्य विधान सभा चुनाव के टिकटों के वितरण में स्थानीय आर एस एस नेताओं की भूमिका और शीर्ष नेतृत्व द्वारा सांसदों को चुनाव में उतारने के साथ ही स्थानीय कार्यकर्ताओं की भावनाओं को तवज्जो देने तथा सही उम्मीदवारों का चयन नही होने से पार्टी को होने वाले नफा नुक़सान साथ ही पार्टी के कई बिछुड़े नेताओं को पुनः मुख्य धारा से जोड़ चुनाव में भाजपा की जीत की सम्भावनाओं को प्रबल बनाने आदि विषयों पर बातचीत हुई। कटारियां आरएसएस पृष्ठभूमि के मेवाड़ के क़द्दावर नेता माने जाते है।
राजस्थान भाजपा की पहली सूची में 41 नाम आने के पार्टी में मचे बवाल के बाद अब दूसरी सूची आने को लेकर चर्चाएं तेज है । माना जा रहा है कि भाजपा की दूसरी सूची में मेवाड़ की कई सीटों पर भाजपा अपने पत्ते खोल सकती है ।इसी मध्य वसुंधरा राजे और गुलाबचंद कटारिया के मध्य हुई इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं । माना जा रहा है कि मेवाड़ में भी कोई बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिल सकता है ।
असम के राज्यपाल कटारिया इन दिनों अपने गृह नगर उदयपुर की यात्रा पर आयें हुए हैं और उनका रविवार शाम को ही उदयपुर से असम जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। कटारिया से भेंट करने के बाद वसुंधरा राजे भी बांसवाड़ा स्थित मात्रा त्रिपुरा सुंदरी मंदिर के मंदिर पहुंची जहां उन्होंने त्रिपुरा सुंदरी माता के दर्शन कर उनके दरबार में पूजा अर्चना और देश प्रदेश में ख़ुशहाली की कामना की।
दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि वसुन्धरा राजे हर नवरात्री में दक्षिणी राजस्थान के बाँसवाड़ा स्थित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर और मध्य प्रदेश के दतियाँ स्थित पीताम्बरा माता के नियमित रूप से दर्शन करती है ।इसलिए उनकी कटारिया से मुलाक़ात में कोई नई बात नही है। पिछलें दिनों गुलाब चंद जी कटारियाँ का जन्म दिवस था अतः बाँसवाड़ा जाने से पहले उन्होंने कटारियाँ जी से शिष्टाचार भेंट की।