अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण के मतदान में आठ लोकसभा सीटों पर विभिन्न दलों से कुल 80 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 73 पुरुष और सात महिलाएं हैं. पहले चरण में कुल 1.43 करोड़ मतदाता हैं. मुरादाबाद से 12, कैराना से 14, मुजफ्फरनगर और बिजनौर से 11-11, सहारनपुर और पीलीभीत से 10-10, नगीना और रामपुर से छह-छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में असरदार समझे जाने वाले राष्ट्रीय लोकदल से और सपा ने कांग्रेस से हाथ मिलाया है. बसपा ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है.राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग), विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के लिए मंच तैयार है. पहले चरण के चुनाव के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरठ और पीलीभीत में रैलियों को संबोधित किया जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सीट पर 20 से अधिक रैलियों को संबोधित कर चुके हैं. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी पहले चरण में चुनाव से गुजरने वाले अनेक लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया.कांग्रेस महासचिव और स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने इन चुनाव में राज्य में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराते हुए पार्टी उम्मीदवार इमरान मसूद के पक्ष में सहारनपुर में एक रोड शो किया. मसूद इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं. बसपा अध्यक्ष मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पीलीभीत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और नगीना में रैलियों को संबोधित किया.
चुनाव में दिग्गज प्रत्याशियों की बात की जाये तो केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान, योगी सरकार में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, कैराना से भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी, बिजनौर से एनडीए (रालोद) प्रत्याशी के रूप में उतरे मीरापुर के रालोद विधायक चंदन चौहान और नगीना से बतौर भाजपा प्रत्याशी ताल ठोंक रहे नहटौर के विधायक ओम कुमार शामिल हैं। बालियान मुजफ्फरनगर से लगातार तीसरी बार लोकसभा जाने की तैयारी में जुटे हैं तो जितिन को भाजपा ने पीलीभीत से प्रत्याशी बनाया है। इस चरण में राजनीतिक घरानों का दमखम भी परखा जाएगा। कैराना के चर्चित हसन परिवार की बेटी इकरा हसन इस सीट से बतौर सपा उम्मीदवार चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचती हैं या नहीं, इस पर निगाहें लगी हैं। सहारनपुर के काजी परिवार से ताल्लुक रखने वाले इमरान मसूद पिछले दो लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद तीसरे प्रयास में संसद में दाखिल होते हैं या नहीं, यह भी कौतूहल का विषय है।
पिछले लोकसभा चुनाव में पहले चरण की आठ सीटों में से चार भाजपा, तीन बसपा और एक सपा ने जीती थी। पहले चरण में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों के लिए जनसमर्थन जुटाने में पूरी ताकत झोंकी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने मुजफ्फरनगर व बिजनौर, महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने मुजफ्फरनगर, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने बिजनौर, समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने शामली, राज्य मंत्री सुरेश राही, दिनेश खटीक और विजयलक्ष्मी गौतम ने मुरादाबाद तथा राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने सहारनपुर में विभिन्न चुनावी कार्यक्रमों में शिरकत कर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार का मोर्चा संभाला।