विहिप चलायेगा अस्पृश्यता मुक्त और समरसता युक्त भारत की मुहिम

VHP will campaign for an untouchability-free and harmonious India

अजय कुमार

लखनऊ : अयोध्या में रामलला का मंदिर निर्माण हो, इसके लिये संघर्ष के साथ बड़ा आंदोलन चलाने और कोर्ट-कचहरी में रामलला का पक्ष रखने वाला विश्व हिन्दू परिषद,(विहिप) अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पिछले कुछ समय से नेपथ्य में नजर आ रहा था। यह बात कुछ लोगों को भले ही सही नजर आ रही हो,लेकिन विहिप एक बार फिर उठ खड़ा हुआ है। अबकी से विहिप समरस समाज और समर्थ भारत का संदेश लेकर अगले वर्ष जनवरी 2025 में देशभर में सामाजिक समरसता यात्रा निकालेगी। इस दौरान विहिप द्वारा सेवा बस्तियों में समरसता संगोष्ठी, समरसता महायज्ञ और संतों की पदयात्राएं आयोजित की जाएंगी। यह जानकारी विहिप के केंद्रीय मंत्री और सामाजिक समरसता अभियान के अखिल भारतीय प्रमुख देवजी भाई रावत ने दी। देवजी अयोध्या के कारसेवकपुरम में अवध प्रांत के सामाजिक समरसता विभाग के दो दिवसीय अभ्यास वर्ग में शामिल होने के लिए आए थे।

देवजी ने बताया कि प्रत्येक जिले में बेरोजगार युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे, ताकि दलित युवाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके। इसके अलावा, अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रावासों में पढ़ने वाले बच्चों से संपर्क और सहयोग की योजना बनाई गई है। विहिप कार्यकर्ता प्रत्येक जिले में सेवा बस्ती के एक-एक परिवार को गोद लेकर हिंदू परिवार मित्र बनाएंगे। समरसता यात्रा के दौरान अस्पृश्यता मुक्त और समरसता युक्त भारत बनाने के लिए गांवों में आम जनता से संकल्प करवाया जाएगा।

देवजी भाई रावत ने बताया कि विहिप का सामाजिक समरसता विभाग वाल्मीकि जयंती के अवसर पर देश के 10,000 स्थानों पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। उन्होंने कहा कि भारत को सामाजिक समन्वय के आधार पर ही एक सूत्र में बाधा जा सकता है। समाज को खंडित करने के लिए कई प्रकार के कुचक्र विधर्मियों द्वारा प्रयास किए गए हैं, जबकि हिंदू सर्वे भवन्तु सुखिनः के मंत्र को आत्मसात करके सभी के कल्याण का संदेश देता आ रहा है। विहिप की ओर से 16 से 19 अक्टूबर तक देश के 10,000 स्थानों पर सहभोज, कन्या पूजन, समरसता यज्ञ और समरसता गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। अवध प्रांत में एक जनवरी से सात जनवरी तक समरसता यात्रा निकाली जाएगी। सामाजिक विषमता और छुआछूत के कलंक को मिटाने के लिए अवध प्रांत के सभी जिलों में समाज के विविध वर्गों की समरसता टोली का गठन किया जाएगा।

इस मौके पर विहिप के उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि हिंदू जीवन मूल्य श्रेष्ठ हैं, लेकिन व्यवहार में अंतर आया है। विहिप भेदभाव और छुआछूत की बुराई को खत्म करने के लिए गत 60 वर्षों से काम कर रही है। दो दिवसीय अभ्यास वर्ग को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के व्यवस्थापक गोपाल राव, संत निराला दास महाराज, समरसता अभियान अवध और गोरक्ष के प्रमुख मुकेश ने भी संबोधित किया। इस अभ्यास वर्ग में अवध प्रांत के 25 जिलों के कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस मौके पर प्रांत प्रमुख गोविंद शाह, प्रांत सह प्रमुख राज कुमार सोनी, भगवती सिंह, अमरेंद्र और पारसनाथ भी उपस्थित थे।