रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने हर्षिल में आयोजित ‘वाईब्रेंट विलेज परिचर्चा सम्मेलन‘ में प्रतिभाग किया। इस दौरान सम्मेलन में सीमांत क्षेत्र में हो रहे उल्लेखनीय बदलावों के साथ ही इस इलाके के अनूठे सांस्कृतिक एवं सामाजिक परिवेश की झलक देखने को मिली।
इस आयोजन में विभिन्न विभागों के साथ ही स्वयं सहायता समूहों व किसानों के द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में खेती-बागवानी, पर्यटन और स्वरोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों और संभावनाओं को प्रदर्शित करने के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों व महिलाओं के उल्लेखनीय प्रयासों व सामर्थ्य को भी प्रदर्शनी के रूप में सामने रखा गया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए खेती किसानी के तौर-तरीके में हो रहे बदलावों की बारीकी से जानकारी ली और सेब उत्पादकों से भेंट की। इसके साथ ही राज्यपाल ने इस क्षेत्र में उत्पादित सेब की विभिन्न किस्मों की प्रदर्शनी देखी व उनकी प्रशंसा की।
इस मौके पर पारंपरिक वेषभूषा में सुसज्जित बगोरी, हर्षिल, धराली, मुखवा, झाला, जसपुर, पुराली व सुक्खी गांव से आई महिलाओं व अन्य ग्रामीणों ने फूल और ऊनी अंगवस्त्र भेंट कर राज्यपाल का भव्य स्वागत किया। इस दौरान जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के द्वारा भी राज्यपाल को गंगोत्री मंदिर की प्रतिकृति भेंट की गई।
इस आयोजन के बाद राज्यपाल ने जनजाति बाहुल्य गांव बगोरी में ग्रामीणों से भेंट की और ऊन व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं के उत्पादों की जानकारी ली।