विनेश फोगाट ने ओलंपिक में कुश्ती में फाइनल में स्थान बना रचा इतिहास

Vinesh Phogat made history by reaching the finals in wrestling in Olympics

  • सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : हरियाणा की छोरी विनेश फोगाट ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में कुश्ती में 50 कि.ग्रा फ्री स्टाइल के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन इतिहास रच दिया। विनेश ने सेमीफाइनल में क्यूबा की युजनेलिस गुजमैन को एकतरफा मुकाबले में मंगलवार रात 5-0 से शिकस्त दी। विनेश अब बुधवार रात ओलंपिक में अपना स्वर्ण पदक जीतने उतरेंगी। विनेश ने फाइनल तक का सफर बुधवार को अपनी तीन प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को पटक कर पूरा किया।

फाइनल में विनेश का मुकाबला अमेरिका सारा एन हिल्डरब्रैंट से बुधवार रात को होगा।विनेश ने मंगलवार को पहले दौर ओलंपिक चैंपियन और चार बार की विश्व चैंपियन जापान की युई सुसाकी को हराकर उलटफेर करते हुए क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाया। विनेश ने क्वॉर्टर फाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच 7-5 से हराया।

बीते बरस विनेश फोगाट बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का बड़ा चेहरा थी। विनेश ने पहलवानों के हक के लिए दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया था।

विनेश ने सेमीफाइनल में गुजमैन के खिलाफ अपना सेमीफाइनल बहुत संभल कर शुरू किया और अंतत: गुजमैन को पटकनी दी लेकिन कोई अंक नहीं हासिल कर पाई। विनेश के खिलाफ गुजमैन ने आक्रमण की बराबर बचने की कोशिश करने और अंतत: इस पर विनेश को अपना पहला अंक मिल गया। गुजमैन ने बराबर विनेश की टांगों को खींच उन्हें पटकनी देने की कोशिश की लेकिन दोनों पहलवानों में किसी को भी अंक नहीं मिला। विनेश ने अतत: गुजमैन को मैट पर गिरा कर चार और अंक अर्जित कर जब अपने अंकों क संख्या बढ़ा कर पांच का ली तब बमुश्किल एक मिनट बाकी था। गुजमैन की वापसी की कोशिश बेकार गई और विनेश ने आसान जीत के साथ फाइनल में स्थान बना लिया।

विनेश ने क्वॉर्टर फाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच के खिलाफ मुकाबला खत्म होने से दो मिनट पहले 4-0 की बढ़त बना ली थी। हालांकि लिवाच ने कुछ संघर्ष कर विनेश की बढ़त को कुछ कम किया। विनेश ने संयम बरकरार रख जीत के साथ सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। विनेश ने सुसाकी के खिलाफ पूरे विश्वास के साथ आगाज किया । सुसाकी ने विनेश की दाएं टांग खींच उन्हें नीचे गिराने की कोशिश की लेकिन वह उनकी पकड़ में नहीं आई। विनेश ने हमला बोलने की पहल नहीं की और इस पर केवल बचाव करने के चलते सुसाकी को अंक मिल गया। तीन मिनट के बाद सुसाकी एक अंक से जरूर आगे थी लेकिन यह पर्याप्त नहीं था और पहला राउंड बराबर पर खत्म किया। दूसरे राउंड भी विनेश ने खुद को बचाने की रणनीति बरकरार रखा। सात सेकंड के रहते विनेश ने नीचे उन्हें जमीन पर पटक दिया। सुसाकी ने विनेश को अपनी पकड़ में लेने में कोशिश की लेकिन विनेश ने बढ़त बरकरार अपना मैच जीत अंतिम आठ में स्थान बना लिया।