विराट ग्रुप चरण की निराशा को भुला सुपर आठ में ‘विराट’ पारी खेलने को बेताब

Virat forgets the disappointment of group stage, 'Virat' is desperate to play innings in Super Eight

  • विराट और रोहित अफगानिस्तान के स्पिनरों पर जवाबी हमला बोलने में कसर नहीं छोड़ेंगे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत और दुनिया के तीनों फॉर्मेट में सबसे बेहतरीन सर्वकालीन बल्लेबाजों में एक विराट कोहली मौजूदा आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप में न्यूयॉर्क में 27 मैचों में सबसे ज्यादा 14 अर्द्धशतकों सहित 1141 रन बना का उतरे थे। बदकिस्मती से मौजूदा संस्करण में भारत के शुरू के तीन ग्रुप मैचों में विराट कोहली का बल्ला न्यूयॉर्क में खामोश रहा और वह इन मैचों में -1, 4, 0- कुल पांच रन ही बना पाए जबकि कनाडा के खिलाफ उसका मैच बाारिश से धुल गया। भारत ने अपने शुरू के तीनों मैच जीत ग्रुप में छह अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर रहकर सुपर आठ में स्थान पाया। भारतीय टीम अब सुपर आठ में ग्रुप 1 में अपने पहले मैच में बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान से भिड़ेगी और इसमें विराट ग्रुप चरण की निराशा को भुला बड़ी ‘विराटÓ पारी खेलने को बेताब हैं। भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ तो कम से ऐसा ही मानते हैं। विराट के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह है कि टीम प्रबंधन और कप्तान रोहित शर्मा का उन पर बतौर सलामी बल्लेबाज भरोसा कायम है। विराट के मौजूदा संस्करण में बेहद साधारण प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया के प्रबंधन का उन पर भरोसा कायम रखना यह दर्शाता है कि वह भीड़ से अलग टीम इंडिया के लिए सबसे अहम खिलाड़ी हैं। वेस्ट इंडीज में ब्रिजटाउन की पिच कभी तेज गेंदबाजी के लिए बेहद मुफीद मानी जाती थी लेकिन अब कमोबेश इन पिचों का मिजाज बहुत कुछ भारत की पिचों की तरह है। विराट सहित खुद कप्तान रोहित शर्मा भी अफगानिस्तान के लेग स्पिनरों की जोड़ी-कप्तान राशिद खान और नूर अहमद पर जवाबी हमला बोल उनकी स्पिन की धार कुंद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। ब्रिजटाउन में भारत ने सोमवार को जिस तरह जमकर अभ्यास किया उसे उससे इसकी पिच की थाह ले उसके मुताबिक रणनीति बनाने में जरूर मदद मिलेगी।

भारतीय टीम अफगानिस्तान के खिलाफ अपने पहले सुपर 8 मैच के लिए ब्रिजटाउन पहुंच चुकी है। विराट ने जिस तरह नेटस पर खासतौर पर भारत और दुनिया के नंबर एक टी-20 गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ शिद्दत से स्ट्रोक खेले और सुपर 8 में अपने पहले मैच में दुनिया के नंबर एक लेग स्पिनर अफगानिस्तान के राशिद खान और बाएं हाथ के लेग स्पिनर नूर अहमद से निपटने के लिए अपने आरसीबी के पुराने साथी और भारत के बेहतरीन कलाई के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और न्यूयॉर्क में टीम संयोजन के चलते एकादश में जगह पाने में नाकाम कलाई के बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव कके खिलाफ जिस विश्वास से अभ्यास में बल्लेबाजीज की उससे यह संकेत साफ है कि वह अफगानिस्तान के स्पिनरों से निपटने के लिए खुद को जेहनी तौर पर तैयार कर चुके हैं। खुद कप्तान ओपनर रोहित शर्मा और टीम इंडिया के चीफ कोच राहुल द्रविड़ ने बतौर सलामी बल्लेबाज जिस तरह मौजूदा टी-20 विश्व कप के लिए विराट का आगाज जारी रखने के लिए जोर दिया है उससे साफ है कि अफगानिस्तान के खिलाफ सुपर आठ में भी वही भारत की पारी का आगाज करते नजर आएंगे।

विराट के टी-20 विश्व कप के अब तक आंकड़े भी टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और चीफ कोच राहुल द्रविड़ के उनके भरोसे को और मजबूत करते हैं। ग्रुप चरण में नाकामी के बावजूद विराट कोहली अभी टी-20 क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में कुल 30 मैचों 14 अर्द्धशतकों सहित अभी ११४६ रन बना शीर्ष पर है। वहीं ग्रुप चरण में भारत के लिए अर्द्धशतक जड़ने वाले दो बल्लेबाजों में से एक रोहित शर्मा अपना लगातार नौवां टी-20 विश्व कप मैच खेल अब तक 42 मैचों 10 अर्द्धशतक कुल 1031रन के साथ दूसरे स्थान पर है। विराट कोहली ने मौजूद विश्व कप से पहले भारत में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर (आरसीबी) के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी कर 15 मैचों में सबसे ज्यादा 774 रन बतौर ओपनर खेलते हुए बनाए थे।

विराट कोहली की बतौर बल्लेबाज क्षमता पर मौजूदा संस्करण के शुरू के तीन ग्रुप मैचो में अपना जलवा न दिखा पाने पर उनकी आलोचना इसलिए वाजिब है कि क्योंकि वहां की पिचें गेंदबाजों खासतौर पर तेज गेंदबाजों के लिए जरूरत से ज्यादा मुफीद रहीं। नसउ काउंटी क्रिकेट क्लब की पिच अंतर्राष्टï्रीय स्तर की कतई नहीं थी और इन पर बड़ी से बड़ी टीमों के लिए 100-125 रन तक पहुंचना मुश्किल हो गया था और जरूर आईसीसी की आंखें खोलने वाली बात चाहिए कि यह अमेरिका जैसे उस मुल्क के लिए कतई अच्छी बात नहीं जो कि क्रिकेट में अपनी पहचान और वजूद बनाने की कोशिश में है।