
विराट आरसीबी को आईपीएल फाइनल जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत और दुनिया के धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली ने भले ही टी 20 अंतर्राष्ट्रीय और टेस्ट क्रिकेट को भले ही हाल ही में अलविदा कह दिया लेकिन मैदान पर एक बालक के से उनके जुनून ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) को जोश से सराबोर कर उसे मेजबान पंजाब किंग्स के खिलाफ उसके अपने अपने न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर में आईपीएल 2025 केक्वॉलिफायर 1 में आठ विकेट से जीत दिला 2016 के बार पहली और कुल चौथी बार फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की। चौथी बार आईपीएल फाइनल में पहुंची आरसीबी को अहमदाबाद फाइनल से पहले चार दिन का आराम मिलेगा और इससे वह तरोताजा होकर उतरेगी। विराट कोहली अब चौथे प्रयास में आरसीबी को आईपीएल फाइनल जिता खिताब जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। आरसीबी के मौजूदा आईपीएल के फाइनल के सफर की खास बात यह रही कि क्रुणाल पांडया (केकेआर व दिल्ली कैपिटल्स दो बार), कप्तान रजत पाटीदार (सीएसके, मुंबई इंडियंस, दो बार), फिल साल्ट (राजस्थान रॉयल्स), टिम डेविड (पंजाब किंग्स), विराट कोहली (पंजाब किंग्स) जोश हेजलवुड (राजस्थान रॉयल्स), रोमारियो शेफर्ड (सीएसके), जीतेश शर्मा (लखनउ सुपर जायंटस), सुयश शर्मा (पंजाब किंग्स) के रूप में उसके नौ अलग अलग खिलाड़ी मैन ऑफ द,मैच रहे। अपने फाइनल के सफर में आरसीबी ने पंजाब को सबसे ज्यादा तीन बार हराया। यह दर्शाता है कि मौजूदा सीजन में अकेले विराट कोहली जैसे सुपर स्टार पर ही निर्भर नहीं है बल्कि उसकी लगभग हर जीत का अलग अलग नायक रहा।
विराट कोहली ने बेशक क्वॉलिफायर 1 मे पंजाब किंग्स के खिलाफ मात्र 12 रन बनाए लेकिन उन्होंने जोश हेजलवुड और मैन ऑफ द’मैच सुयश शर्मा में ऐसा जोश भरा कि दोनों ने तीन तीन विकेट चटका कर पंजाब किंग्स को मात्र 14.1 ओवर में 101 रन पर ढेर कर दिया और फिर उनके सलामी जोड़ीदार फिल साल्ट ने मात्र 27 गेंदों पर तीन छक्कों और छह चौकों की मदद से ताबड़तोड़ 57 रन बना कर आरसीबी के स्कोर को मात्र 10ओवर में दो विकेट पर 106 रन बना आनन फानन में मैच जिता 3 जून को अहमदाबाद में खेले जाने वाले फाइनल में स्थान दिला दिया। आरसीबी 14 लीग मैचों से पंजाब किंग्स की तरह नौ नौ जीत और एक एक मैच के बारिश से धुलने पर उसकी तरह 19 अंक लेकर बस उससे नेट रन रेट में पिछड़ कर दूसरे पर रही। विराट कोहली ने आरसीबी के लिए मौजूदा सीजन में उसके क्वॉलिफायर 1 को छोड़ लगभग हर मैच में अहम पारी खेली है। विराट क्वॉलिफायर 1 सहित 15 मैचो में मौजूदा सीजन में सबसे ज्यादा आठ अर्द्धशतक सहित कुल 614 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने में पांचवें स्थान पर है। विराट कोहली आरसीबी से आईपीएल के लिए सभी 18 संस्करणों में खेले हैं और 266 मैच खेल आठ शतकों व 63 अर्द्ध शतकों सहित इसके इतिहास में सबसे ज्यादा 8618 रन बनाए लेकिन उसे अब उसे अब तक खिताब नहीं जिता पाए हैं। आरसीबी अब तक आईपीएल में जो तीन आईपीएल फाइनल खेली उनमें जोहानिसबर्ग में 2009 में डेकन चार्जर्स से 6 रन से, 2011 में चेन्नै सुपर किंग्स से चेन्नै में 58 रन से तथा 2016 में अपने घर में सनराइजर्स हैदराबाद से आठ रन से हार गई थी। आरसीबी अब 2025 में फाइनल में हार को हार के सिलसिले को पलट खिताब जीत नया अध्याय लिखने को बेताब है
मैं फिल साल्ट का बहुत बड़ा मुरीद हूं : पाटीदार
आरसीबी के कप्तान रजत पाटीदार ने कहा, ‘क्वॉलिफायर 1 में अपनी योजना और इसमें पंजाब किंग्स के खिलाफ कैसे गेंदबाजी करनी है हमारी सोच एकदम साफ थी। मुल्लांपुर की पिच का हमारे तेज गेंदबाजों ने बढ़िया इस्तेमाल किया ही लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने स्पिन का जाल बुन कर अच्छा योगदान किया। सुयश ने अपनी ताकत के मुताबिक सीधे विकेट पर गेंद की और मैं उन्हें बहुत सुझाव नहीं देता क्योंकि मैं उन्हें असमंजस में नहीं डालना चाहता। हमने इस पूरे आईपीएल टूर्नामेंट में बहुत अभ्यास किया। एक दिन अभ्यास न करने से कोई नुकसान नहीं। जिस तरह फिल साल्ट ने हर मैच में बल्लेबाजी कर हमें बेहतरीन शुरुआत दी वह वाकई दर्शनीय था और मैं उनका बहुत बड़ा मुरीद हूं। हम बस खिताब से एकदम दूर हैं। अपने प्रशंसकों का आभारी हूं कि हम जहां भी ेलने गए तो उन्होंने हमें यह अहसास कराया कि वही हमारा घरेलू मैदान हैं।’
गुगली मेरी स्टॉक बॉल है: सुयश शर्मा
मैन ऑफ द‘ मैच आरसीबी के सुयश शर्मा ने कहा, ‘ मैंने बढ़िया प्रदर्शन किया और इसीलिए सभी लोग खुश हैं। मेरी भूमिका बतौर गेंदबाज यही है कि मैं सीधे विकेटों पर गेंदबाजी की , फिर चाहे यह गुगली हो , लेग स्पिन या फ्लिपर। गुगली मेरी स्टॉक बॉल है और पिच से भी कुछ मदद मिली। हम जश्न 3 जून के फाइनल जीतने पर ही मनाएंगे।’
जीत का श्रेय हमारे गेंदबाजों की दमदार गेंदबाजी को : साल्ट
आरसीबी के लिए क्वॉलिफायर 1 में तेज अर्द्धशतक जड़ने वाले फिल साल्ट ने कहा,‘ जीत एक सुखद अहसास और हमें बाद में बल्लेबाजी का मौका मिला। गेंद जरूर कुँद मूव हो रही लेकिन कितनी मैं बता नहीं सकता। एक तरह से कह सकता हूं कि पिच बल्लेबाजी के लिए कोई बुरी नहीं थी। मेरे जेहन में बस यही था कि मुझे अर्शदीप की गेंद पर विकेट नहीं गवांना है और गेंद के मुताबिक खेलना है। मैंने मैच से एंडी फ्लावर से कहा था कि यह निराशा के बीच आशा की तरह है। कई बार आप जरूरत से ज्यादा सोचते हैं और खुद पर दबाव बना लेते हैं। हमें बस लय मिली गई। टूर्नामेंट के आखिरी में आप अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं।अपनी आरसीबी टीम की जीत का श्रेय अपनी टीम के गेंदबाजो की दमदार गेंदबाजी को देना चाहूंगा।