- विराट और अक्षर की छठे विकेट की 162 रन की भागीदारी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली का टेस्ट में फिर शतक जडऩे का सवा तीन बरस का लंबा इंतजार रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद में बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी के चौथे और आखिरी टेस्ट के चौथे दिन जड़े 28 वें टेस्ट शतक के साथ खत्म हुआ। 34 बरस के विराट की सही मायनों में टेस्ट के मिजाज के मुताबिक धैर्य, संकल्प और एकाग्रता दिखाते हुए 364 गेंद खेल कर 15 चौकों की मदद से 186 रन की बेहतरीन पारी और विस्फोटक अक्षर पटेल (79 रन, 113 गेंद, चार छक्के और पांच चौकों) के साथ छठे विकेट की 162 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने अपनी पहली पारी में 571 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 91 रन की अहम बढ़त हासिल कर ली। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 480 रन का पहाड़ का सा स्कोर बनाया था। भारत की ओर से पहले से लेकर छठी विकेट तक अद्र्धशतकीय भागीदारियां हुई।
विराट भले ही अपना आठवां दोहरा टेस्ट पूरा करने से मात्र 14 रन से चूक गए लेकिन उन्होंने टेस्ट मैच के मिजाज बेहतरीन बल्लेबाजी कर भारत को मजबूत स्कोर खड़ा कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में अहम बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। विराट के अपना दोहरा शतक पूरा करने की कोशिश में ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी की गेंद को उड़ाने के फेर में लॉन्ग ऑन पर नौवें बल्लेबाज के रूप में आउट होने से भारत की पहली पारी 178.5 ओवर में समाप्त हो गई क्योंकि श्रेयस अय्यर ने चोटिल होने के कारण बल्लेबाजी नहीं की। विराट भारत की पहली पारी में शुभमन गिल (128) के बाद शतक जडऩे वाले दूसरे बल्लेबाज रहे लेकिन इस टेस्ट का सबसे बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहे। ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी (3/113) और अनुभवी नाथन लियोन(3/151) ऑस्ट्रेलिया के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में छह ओवर में बिना क्षति तीन रन बनाए और तब सलामी बल्लेबाज ट्रेविज हेड तीन और दो जीवनदानों के बावजूद मैथ्यू कुहेनमान बिना कोई रन बनाए क्रीज पर थे। कुहेनमान का पहले तो पांचवें ओवर की अंतिम गेंद पर विकेटकीपर श्रीकर भरत ने कैच टपकाया जबकि अगले ओवर में दिन की अंतिम पूर्व गेंद पर शमी के ओवर में चेतेश्वर पुजारा ने उनका कैच टपकाया। ऑस्ट्रेलिया को भारत की पहली पारी की बढ़त को समाप्त करने के लिए अभी 88 रन और बनाने हैं लेकिन दूसरी पारी में उसके सभी दस विकेट अभी बाकी हैं। उस्मान ख्वाजा ने चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी का आगाज नहीं किया और यदि जरूरत पर पडऩे पर वह सोमवार को पांचवें और अंतिम दिन बल्लेबाजी के लिए नहीं उतर पाए तो फिर मेहमान टीम के लिए बड़ी दिक्कत पेश आ सकती है।
भारत शुरू के दो टेस्ट जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 2-1 से आगे है ही बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी पर अपना कब्जा भी बरकरार रखना सुनिश्चित कर चुका है। भारत को वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह चौथा और आखिरी टेस्ट जीता जरूरी है अन्यथा वह अगर मगर में फंस सकता है। भारत की चौथा और आखिरी टेस्ट जीतने की उम्मीदें अभी भी जिंदा हैं क्योंकि पांचवें और अंतिम दिन सोमवार को स्पिनरों को पिच से बहुत मदद मिल सकती है।
अक्षर पटेल पारी के 173वें ओवर में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की भीतर अंदर गेंद ड्राइव करने की कोशिश में गेंद की लाइन चूके और बोल्ड हो गए। विराट की गजब की पारी की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है क्योंकि उन्होंने अपना शतक 241 गेंद खेलने के मात्र पांच चौकों की मदद से पूरा किया लेकिन इसके बाद अगले 50 रन 72 गेंद खेल सात चौके की मदद से पूरे कर 150 रन का आंकड़ा पार किया। भारत के लिए विराट ने करीब साढ़े आठ घंटे बल्लेबाजी। अक्षर पटेल के आउट होने के बाद रविचंद्रन अश्विन (7) भी लियोन की गेंद पर छक्का उड़ाने के फेर में मैथ्यू कुहेनमान को कैच थमा बैठे जबकि उमेश यादव(0) दूसरा मुश्किल रन दौडऩे के फेर में रनआउट हो गए। अश्विन और उमेश यादव के दो रन के भीतर आउट होने से ही विराट को अपना दोहरा शतक पूरा करने के लिए जोखिम उठाना पड़ा और इसी फेर में वह आउट हुए। विराट ने तीसरे विकेट के लिए शुभमन गिल के 58, रवींद्र जडेजा के साथ चौथे विकेट के लिए 64 और पांचवें विकेट के लिए श्रीकर भरत के साथ 84 रन की भागीदारियां कर भारत को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की।
विराट कोहली ने चायकाल के बाद नाथन लियोन की गेंद पर एक रन लेकर सवा तीन बरस के बाद अपना पहला और कुल 28 वां टेस्ट शतक पूरा किया। यह विराट का 23 नवंबर, 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में ईडन गार्डन पर जड़े शतक के बाद पहला टेस्ट शतक था। भारत ने लंच और चायकाल के बीच केवल विकेटकीपर बल्लेबाज श्रीकर भरत (44 रन, 88 गेंद, तीन छक्के और दो चौके) का विकेट खोकर 110 रन और जोड़े। श्रीकर भरत ने नाथन लियोन की रूक की आई मिडल और लेग स्टंप पर खासी घूमी और उछाल लेती गेंद को खेलने की कोशिश में पीटर हैंडसकॉम्ब को फॉरवर्ड शॉर्ट पर कैच थमा दिया। भरत के रूप में भारत ने पांचवां विकेट 137वें ओवर में पांचवां विकेट 393 रन में खोया। भरत ने आउट होने से पहले विराट के साथ 84 रन की भागीदारी की। इससे पहले भरत की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने लंच के बाद ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज कैमरून ग्रीन की बाउंसर की बौछार पर जवाबी प्रहार कर उनके एक ओवर में पुल कर दो छक्कों और एक चौके सहित खुद 17 रन बनाए और उनके इस ओवर में 21रन बनाए। इससे ऑस्ट्रेलिया के हौसले पस्त हो गए।
भारत ने रविवार को चौथे दिन सुबह अपनी पहली पारी तीन विकेट पर 289 रन से आगे शुरू की और शनिवार के अविजित बल्लेबाज रवींद्र जड़ेजा (28 रन, 84 गेंद, एक छक्का, दो चौके) का विकेट खोकर लंच तक चार विकेट पर 131 ओवर में 362 रन बनाए थे। तब विराट कोहली 220 गेंद खेल पांच चौकों की मदद से 88 और श्रीकर भरत 70 गेंद खेल एक छक्के और एक चौके की मदद से 25 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे। भारत ने सुबह पहले के सत्र में 32 ओवर में 73 रन जोड़े। भारत के रवींद्र जडेजा बेवजह ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी की गेंद को उड़ाने के फेर में मिड ऑन पर उस्मान ख्वाजा को कैच थमा दे बैठे। जडेजा को यह जानते हुए कि सुबह श्रेयस अय्यर पीठ में चोट के लिए स्कैन के लिए अस्पताल जाने के कारण उपलब्ध नहीं होंगे समझबूझ कर बल्लेबाजी करने की जरूरत थी। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने चतुराई से क्षेत्ररक्षण सजाया और उसके स्पिनरों खासतौर पर ऑफ स्पिनर नाथन लियोन और टॉड मर्फी ने उनकी रणनीति के मुताबिक गेंदबाजी की। विराट ने रविवार सुबह पहले सत्र में शनिवार के स्कोर में मात्र 29 रन ही जोड़े थे।