रविवार दिल्ली नेटवर्क
मुरैना : बाढ़ एवं जलभराव से मुरैना जिले वासियों को सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चेतावनी जारी कर दी गई है। चंबल नदी के तटवर्ती 89 गांवों में मुनादी कराकर सूचित किया गया है कि गांवों में पानी आने की सूचना जिला मुख्यालय पर संचालित वार्ड कन्ट्रोल रूम पर अवश्य दें। यह प्रयास जिला प्रशासन द्वारा चम्बल नदी में बढ़ते जलस्तर को देखकर आरंभ किया है।
राजस्थान के जंगल एवं पहाड़ी क्षेत्रों में हुई वर्षा के बाद कोटा बैराज में जलस्तर क्षमता से अधिक हो गया। दो दिवस पूर्व से लगभग 70 हजार क्यूसेक पानी कोटा बैराज से चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है। इसलिये बीते 24 घंटे के दौरान चम्बल का जल स्तर लगभग डेढ़ मीटर बढ़ गया।
मंगलवार सुबह चम्बल का जल स्तर 123 मीटर से ऊपर पहुंच गया। जिले के राजघाट पर चंबल नदी में खतरे का निशान 138 मीटर पर है। हालांकि बैराज से छोड़े गए पानी से खतरे के निशान पर पहुंचने की संभावना नहीं है। चम्बल नदी में जलस्तर बढ़ने से 89 गांव प्रभावित हो जाते हैं। इन गांवों के ग्रामीणों को सुरक्षित बनाये रखने के लिये प्रशासन के दल लगातार निगरानी कर रहे हैं।