पी सी महालनोबिस पर हमको अभिमान राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस है हमारी शान

पिंकी सिंघल

अंग्रेजी के स्टेटिस्टिक्स शब्द को हिंदी भाषा में सांख्यिकी कहते हैं।सांख्यिकी शब्द लैटिन भाषा के स्टेटस शब्द से उत्पन्न हुआ है। सांख्यिकी एक प्रकार का विज्ञान ही है। सांख्यिकी शब्द के अगर अर्थ पर जाए तो सांख्यिकी : – डाटा अर्थात आंकड़ों को इकट्ठा करने और उनका वर्णन करने से संबंधित है।

सरकार प्रतिवर्ष हम सभी नागरिकों के कल्याण और विकास के लिए जो भी नई नई नीतियां बनाती है ,उन नीतियों के निर्माण में सांख्यिकी एक अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है ।सांख्यिकी की भूमिका के बारे में नागरिकों को और खासतौर पर युवाओं को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष सांख्यिकी दिवस भी मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को इस बात की जानकारी देना है कि किस प्रकार सांख्यिकी सरकारी नीतियों के निर्माण में सहायक सिद्ध होती है ।सांख्यिकी के बिना नीतियों के निर्माण की कल्पना करना भी असंभव है। सरकारी नीतियों को आकार देने और इन्हें तैयार करने में सांख्यिकी बहुत मददगार साबित होती है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस सर्वप्रथम 29 जून सन 2007 को मनाया गया था। सुप्रसिद्ध सांख्यिकीविद स्वर्गीय प्रशांत चंद्र महालनोबिस द्वारा सांख्यिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए एवं उनकी उत्कृष्ट भूमिका को सम्मानित करने के लिए सरकार ने उनके जन्मदिवस अर्थात 29 जून को प्रति वर्ष राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था ।स्वर्गीय प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस जिन्हें पूरे विश्व में पी सी महालनोबिस के नाम से भी जाना जाता है, ने देश की आर्थिक नीतियों एवं सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दिया एवं देश के विकास और प्रगति के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किए। उनके इसी योगदान के कारण उन्हें भारतीय सांख्यिकी का पिता अर्थात जनक भी माना जाता है ।उनका जन्म 29 जून 1893 में हुआ था ।वह एक प्रसिद्ध भारतीय सांख्यिकीविद और वैज्ञानिक भी थे ।उन्होंने 2 डाटा सेटों के बीच तुलना का एक मेजरमेंट तैयार किया जिसे महालनोबिस डिस्टेंस के रूप में भी जाना जाता है।

कोलकाता की भारतीय सांख्यिकी संस्थान अर्थात आई एस आई की स्थापना भी दिसंबर 1931 में इन्हीं के द्वारा की गई थी ।उन्हें देश विदेशों से अनेक प्रकार के प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा भी जा चुका है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने राष्ट्रीय सांख्यिकी में प्रोफेसर पी सी महालनोबिस आधिकारिक पुरस्कार की भी शुरुआत की है।सांख्यिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले सांख्यिकीविदों को प्रतिवर्ष इस पुरस्कार से नवाजा जाता है। यह सांख्यिकीविद केंद्र सरकार, राज्य सरकार ,केंद्र शासित प्रदेश सरकारों और संस्थानों में सरकारी पदों पर कार्यरत होते हैं। पिछले वर्ष यह पुरस्कार भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डॉक्टर चक्रवर्ती रंगराजन को भारत में राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली में उनके बेहतरीन योगदान के लिए दिया गया था।

पी सी महालनोबिस को उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियों द्वारा भी सदैव स्मरण किया जाता रहेगा।

महालनोबिस का था योगदान
सांख्यिकी का मिला नया ज्ञान