हम इससे ज्यादा बदकिस्मत नहीं हो सकती थी : हरमनप्रीत कौर

  • जेमिमा ने हमें मैच में लय वापस दिलाई

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर नेे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बृहस्पतिवार रात आईसीसी टी-20 महिला क्रिकेट विश्व कप सेमीफाइनल में अपनी टीम की हार के बाद कहा कि उनकी टीम इससे ज्यादा बदकिस्मत नहीं हो सकती थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के लिए 173 रन का पीछा करते हुए भारत ने तीन विकेट मात्र गंवाने के बाद जेमिमा और हरमनप्रीत कौर की चौथे विकेट की 69 रन की भागीदारी की बदौलत सेमीफाइनल पर वापस पकड़ बना ली थी। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर 52 रन बना दूसरा रन लेने के फेर में बदकिस्मती से रनआउट हो गई और तभी ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल की ओर अपनी ओर मोड़ पांच रन से जीत लिया। जब हरमनप्रीत आउट हुई तब भारत को जीत के लिए 33 गेंदों पर मात्र 40 रन बनाने थे और उसके पांच विकेट बाकी थे। भारत ने ग्रुप दो में अपने चार में से तीन मैच लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते थे और टॉस हारने के बावजूद इसलिए कप्तान हरमनप्रीत कौर चिंतित नहीं थी।

भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने सेमीफाइनल के बाद कहा, ‘हम इससे ज्यादा बदकिस्मत नहीं हो सकती थी। मैं और जेमिमा रॉड्रिग्ज जब बल्लेबाजी कर रही थी और हमने जिस तरह लय वापस पाई इसके बाद हमे सेमीफाइनल हारने की आशंका कतई नहीं की थी। मैं जिस तरह रनआउट हुई इससे ज्यादा बदकिस्मती नहीं हो सकती थी। अपना प्रयास करना ज्यादा अहम था और मुझे इस बात की खुशी है कि हम सेमीफाइनल को आखिरी गेंद तक ले जाने में कामयाब रही। हमने इस टूर्नामेंट में अच्छी संघर्ष क्षमता दिखाई और कुछ अच्छी क्रिकेट खेली। हम हालांकि अपनी ताकत के मुताबिक नहीं खेले फिर भी हम सेमीफाइनल में स्थान बनाने में रहे। बृहस्पतिवार को हम अपना नैसर्गिक खेल चाहते थे थे और हममें कुछ इसमें कामयाब रहीं भी। हमें लक्ष्य का पीछा करना पसंद है और हम बृहस्पतिवार को भी केवल लक्ष्य का पीछा करने की ही सोच रहे थे। जब ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत पहले बल्लेबाजी करने का फषसला किया तो हम जानते थे वही हुआ जो हमने सोचा था। लक्ष्य का पीछा करते हुए जब हमने दो विकेट गंवा दिए तो हम जानते थे कि हमारे पास मजबूत बल्लेबाजी है। हम जानती थी कि हमारी पास ऐसी बल्लेबाज हैं जो कि हमारी मैच में वापसी करा सकती हैं। जिस अंदाज में जेमिमा ने बल्लेबाजी की मैं उसे पूरा श्रेय दे उनकी तारीफ करुंगी। जेमिमा ने ही हमें वह लय वापस दिखाई जिसे हम तलाश रहे थे। इस टूर्नामेंट में कुछ अच्छे प्रदर्शन देखकर अच्छा लगा। हम बृहस्पतिवार को कई आसान कैच टपकाए। हमें जीतने के लिए इन कैचों को लपकना जरूरी था। हमारा क्षेत्ररक्षण ढीला रहा। हम इससे सबक ले इसमें सुधार की ही सोच सकते हैं। हम आगे बेशक इस तरह कैच नहीं छोड़ेंगे।’

यह हमारी सर्वश्रेष्ठï जीत में से एक : लेनिंग

ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेघ लेनिंग ने सेमीफाइनल के रोमांचक अंत पर कहा, ‘यह हमारी सर्वश्रेष्ठï जीत में से एक थी। हमारी टीम ने सर्वश्रेष्ठï क्रिकेट न खेलने के बावजूद वापसी की। हमने नाजुक क्षणों पर मौकों को भुनाया। हम कई बार नर्वस भी हुई। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर बदकिस्मत रही। मेरा मानना है कि हमने धैर्य बनाए रखा और गेंदबाजी करते हुए दबाव में हड़बड़ाई नहीं।हम इसी तरह के मैचों को जीतना चाहती है।