
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड (3/21) ने बेहतरीन सीम और अनुभवी भुवनेश्वर कुमार (1/20) ने बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी कर चार विकेट और कप्तान रजत पाटीदार के अर्द्धशतक की बदौलत रॉयल चैलेंजेर्स बेंगलौर (आरसीबी) ने चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) को शुक्रवार रात 17 बरस बाद आईपीएल के इतिहास में उसके घर में पहली बार 50 रन से शिकस्त दी। सीएसके की रणनीति आरसीबी को स्पिन से घेरने की थी लेकिन इस पर आरसीबी ने हेजलवुड की सीम और भुवी की स्विंग का जादू से जीत दर्ज की। इस हार से सीएसके का अपने मजबूत किले चेन्नै में आरसीबी के खिलाफ लगातार जीत का सिलसिला भी टूट गया। सीएसके की टीम शुक्रवार रात मैच में दिखी ही नहीं और जीत के लिए 197 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरू में तीन विकेट 26 रन पर गंवाने के बाद निर्धारित 20 ओवर में आठ पर 146 रन बना मैच हार गई। आरसीबी के कप्तान रजत पाटीदार के कैच दीपक हुड्डा व राहुल त्रिपाठी ने टपकाए और इसका लाभ उठा उन्होंने अर्द्धशतक जड़ा।
आरसीबी के हाथों अपनी टीम की हार पर सीएसके के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा,‘ इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। पर मेरा मानना है कि हमें ढीले क्षेत्ररक्षण का भारी खामियाजा भुगतना पड़ा। जब जीत के लिए 170 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे हों तब आप अलग ढंग से बल्लेबाजी करते हैं क्योंकि तब क्रीज पर पर उतर आपको इसके मिजाज को समझने का कुछ मौका मिल जाता है लेकिन जब इससे 20 रन ज्यादा का पीछा कर रहे है और जहां गेंद पुरानी होने के बाद कुछ रुक कर आ रही हो तो तब पॉवरप्ले में अलग अंदाज में बल्लेबाजी की जरूरत होती है।जब आपके पास रविचंद्रन अश्विन, नखर अहमद व रवींद्र जडेजा तीन विश्वस्तरीय स्पिनर हों बेशक अलग स्थिति होती हैं। आप चाहते है कि नया बल्लेबाज इन स्पिनरों का सामना करे बस यहीं मैच पलट गया। हम बराबर कैच टपकाते रहे और आरसीबी के बल्लेबाजों ने इसका लाभ उठाकर अतरिक्त छक्का व चौका जड़ा । आखिर तक बल्लेबाजों ने लय बना कर प्रहार किया।‘
गायकवाड़ ने कहा, ‘ मैं और राहुल अपने शॉट खेलने में विश्वास करते हैं। कई बार यह रणनीति कारगर रहती है कई बार नहीं। जब आपको 20 अतिरिक्त रन का पीछा करना पड़ रहा हो तो आप उसी के मुताबिक खेलते है ।रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आप मैच में बने रहना चाहते हैं। हमारी सोच बस यही थी लेकिन हमारी रणनीति कारगर नहीं रही। बस खुशी इस बात की है हम बहुत बड़े अंतर से नहीं हारे। जहां तक राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रविवार को हमारी गुवाहाटी में अगले मैच की रणनीति की बात है तो हम बस आरसीबी के खिलाफ की गलतियां को सुधार कर बेहतर करने के इरादे से उतरेंगे । आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में मुमकिन है कभी आपकी गेंदबाजी या बल्लेबाजी न चले। हमें अपना क्षेत्ररक्षण सुधारने की जरूरत है। मुझे लगता है कि हम अगले मैच में बेहतर क्षेत्ररक्षण करेंगे।‘
मेरा लक्ष्य हर गेंद पर ज्यादा रन बनाना था : पाटीदार
सीएसके पर जीत के बाद मैन ऑफ द’मैच रहे आरसीबी के कप्तान रजत पाटीदार ने कहा, ‘यदि मैं इस मैच की बाबत बात करूं तो ऐसी पिच जिस पर गेंद कुछ रुक कर आ रही थी और इस पर छक्के व चौके जड़ना आसान नहीं था पर हमने बढ़िया स्कोर बनाया। चेपॉक में खेल और सीएसके खिलाफ जीतना हमेशा खास होता क्योंकि प्रशंसक अपनी टीमों का समर्थन करत हैं। जहां तक मेरी पारी की बात है तो हमारा लक्ष्य 200 रन बनाना था क्योंकि इसका पीछा करना इस पिच पर आसान नहीं होता। मेरा लक्ष्य साफ था जब तक मैं क्रीज पर हूं हर गेद पर ज्यादा स ज्यादा रन बनाना था। जहां गेंदबाजी परिवर्तन की बात है तो मेरे जेहन में यह बात थी कि इसमें स्पिनरों के लिए खासी मदद है। मैं अपने स्पिनरों का पारी के शुरू में इस्तेमाल कर सकता हूं। खासतार पर लिविंगस्टोन का और उन्होंने जिस तरह अपने चार ओवर फेंके वह शानदार था। हेजलवुड की गेंदबाजी मैच का नतीजा बदलने वाली साबित हुई। हमने शुरू के छह ओवर में सीएसके के तीन विकेट निकाल निकाले।
हमने गेंदबाजी इकाई के रूप में बढ़िया गेंदबाजी की: हेजलवुड
आरसीबी के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कहा, ‘ हमने शुक्रवार रात सीएसके खिलाफ बतौर टीम केकेआर खिलाफ मैच से भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। हमने स्थितियों का बढ़िया इस्तेमाल कर तेज और स्पिन गेंदबाजी इकाई के रूप में बढ़िया गेंदबाजी की। इस पिच पर गेंद उंची और नीची रह रही थी और दोहरा उछाल था। हमारे क्षेत्ररक्षकों ने मुस्तैद प्रदर्शन कर कैच लपके और रन भी बचाए ।इससे हम गेंदबाजों का हौसला भी बढ़ा। जब आप चोट के चलते बाहर क्रिकेट से दूर रहते हैं तो निराशा महसूस होती है । ऐसे में आप यदि इस समय का अच्छा इस्तेमाल कर कुछ वक्त जिम में बिताते हैं आप बढ़िया स्थिति में होते हैं। मेरा मानना है कि टीम में टीम में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का होना खासा अहम है। आईपीएल में हर टीम के पास बाएं हाथ का गेंदबाज है ।हमारे बाएं हाथ के तेज गेदबाज यश दयाल का गति परिवर्तन गजब का रहा।‘