- कामयाबी का सबब स्थितियों के मुताबिक खेलना
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा भारत की इंग्लैंड पर प्रोविडेंस गयाना मे आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में 68 रन से जीत के साथ उससे पिछले संस्करण में एडिलेड में खेले सेमीफाइनल में मिली दस विकेट से हार का हिसाब चुकता करने से बेहद खुश हैं। भारत शनिवार को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ‘हमारी जीत का सबब बतौर टीम दबाव में शांत रहना है। हम फाइनल की अहमियत से वाकिफ हैं लेकिन इसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हमारे लिए शांत और संयमित रहना जरूरी है। शांत मन से ही अच्छे फैसले ले पाते हैं। टी-20 क्रिकेट विश्व कप में आपको जरूरत पूरे 40 ओवरों सही फैसले लेने की होती है। इंग्लैंड के खिलाफ अहम सेमीफाइनल में हम शांत रहे और सधा खेल दिखाया और हम बहुत ज्यादा घबराए नहीं नहीं। हमारी कामयाबी की कुंजी भी यही है। हमें मालूम है कि टी-20 विश्व कप का फाइनल बहुत बड़ा मंच और मौका लेकिन इसमें जरूरत अच्छी क्रिकेट खेलने की होगी। इंग्लैंड से 2022 के संस्करण के सेमीफाइनल में दस विकेट से हारने के बाद उसके खिलाफ गयाना में सेमीफाइनल में जीत बहुत संतोषजनक रही। हमने बहुत मेहनत की और जीत टीम में हरेक के प्रयास से हासिल हुई।’
उन्होंने कहा, ‘ मेरा मानना है कि हम परिस्थितियों के मुताबिक वाकई अच्छा खेले और हमारी अब तक कामयाबी का सबब भी यही है। आपको कामयाबी तभी मिलती है जब आपके बल्लेबाज और गेंदबाज स्थितियों को समझ उसी के मुताबिक खेलते हैं। हम जिस बढ़िया ढंग से फाइनल में पहुंचे वह संतोषजनक है। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में हमने एक समय समझा कि 140-150 रन का स्कोर अच्छा स्कोर होगा। फिर बीच के ओवर में हमने कुछ रन बनाए । जब मेरी और सूर्य की अच्छी भागीदारी हो गई तो हमने सोचा चलो 25 रन और बनाए ताते बेहतर होगा। मेेरे जेहन में इंग्लैंड के सामने रखने का लक्ष्य जरूर था लेकिन मैंने इस बाबत किसी को बताना नहीं चाहता था। सभी सहज खिलाड़ी हैं और मैं इसीलिए चाहता था कि ये सभी स्कोर की बाबत सोचने की बजाय मैदान पर उतर कर खुल कर खेले। हम जानते हैं कि जब हम स्थितियों को अच्छे से समझते हैं तो तब हम अच्छा स्कोर बनाने में कामयाब रहते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ भी यही होता अैर हमारे गेंदबाजों ने वाकई बेहतरीन गेंदबाजी की। अक्षर और कुलदीप यादव ने जुगल जोड़ी वाकई बेहतरीन है। इस तरह की स्थितियों में अक्षर और कुलदीपं के खिलाफ शॉट खेलना बहुत मुश्किल है। हमारे गेंदबाजों पर ने बहुत धैर्य से गेंदबाजी की। जब हम गेंदबाजी के लिए उतरे तो हमारी योजना ज्यादा से ज्यादा स्टंप को निशाना बना गेंदबाजी करने की थी और हमारे गेंदबाजों ने यही किया। जहां तक विराट कोहली के अब तक सात मैचों में 75 रन बनाने की बात है तो उनकी बाबत यही कहूंगा कि वह उत्कृष्टï खिलाड़ी है और आप ऐसे दौर से गुजर सकते हैं। हमें उनकी उत्कृष्टïता और बड़े मैचों में अहमियत को समझते हैं। विराट जैसा बल्लेबाज जब 15बरस तक खेलता हैं तो फिर उनकी फॉर्म कोई मसला नहीं है। विराट बढ़िया दिखाई दे रहे और उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठï संभवत: फाइनल से बचा रखा है।Ó