कोशिश एफआईएच प्रो लीग में शीर्ष पर रह खिताब जीत सीधे विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने की: क्रेग फुल्टन

We will try to stay on top of the FIH Pro League and win the title to qualify directly for the World Cup: Craig Fulton

  • ध्यान लय बना मैदानी गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर पर भी बराबर गोल करना
  • हमारे पास एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण इन सभी टीमों के लिए योजना है

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अपने दक्षिण अफ्रीकी चीफ कोच क्रेग फुल्टन और कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम फिलहाल 2024-25 एफआईएच प्रो हॉकी लीग में तीसरे स्थान पर चल रही है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम प्रो लीग में खिताब जीत सीधे अगले साल होने बेल्जियम और नीदरलैंड में होने एफआईएच पुरुष हॉकी टीम के लिए क्वॉलिफाई करने का सपना संजोए है। एफआईएच प्रो लीग में अपनी स्थिति मजबूत कर इसमें खिताब जीतने के सपने को मजबूती देने के लिए इसके यूरोपीय चरण मे शिरकत करने के लिए एम्सतलीवन (नीदरलैंड) पहुंच चुकी है। भारत को 2026 में अगस्त में एफआईएच विश्व कप और फिर सितंबर में नगोया (जापान) में एशियाई खेलों में शिरकत करनी है। भारतीय टीम फिलहाल एफआईएच प्रो हॉकी लीग 2024-25 में आठ मैचों से 15अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। एफआईएच प्रो लीग का यूरोपीय चरण भारत के लिए खासा चुनौतीपूर्ण रहेगा और इसमें भारत को नीदरलैंड, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम सहित सभी चार देशों के खिलाफ दो दो यानी कुल आठ मैच खेलने हैं।

भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में मेजबान नीदरलैंड के खिलाफ मैच से पहले एम्सतलवीन से वर्चुअली बात करते हुए कहा, ‘हमारी कोशिश एफआईएच प्रो लीग में शीर्ष पर रह खिताब जीत सीधे विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने की है। हम यदि प्रो लीग खिताब नहीं जीत पाते तो तब हमारे पास अगस्त में अपने घर में राजगीर( बिहार) में खेला जाने वाला पुरुष हॉकी एशिया कप है और इसके लिए हम शिद्दत से अभ्यास कर रहे है। हमारी पूरी कोशिश एफआईएच प्रो लीग में उंचे से उंचा स्थान पा खिताब जीतने की होगी। बेल्जियम और नीदरलैंड सह मेजबान के रूप में पहले ही एफआईएच विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई कर चुके हैं और इनके बाद सबसे उंचे पायदान पर रहने वाली टीम को विश्व कप में स्थान मिलेगा। हम एफआईएच प्रो लीग में दुनिया की शीर्ष टीमों के खिलाफ अपने घर में इसके भुवनेश्वर चरण में पहले ही स्पेन, जर्मनी और इंग्लैंड और आयरलैंड जैसी टीमों के खिलाफ खेल चुके हैं और फिलहाल अंक तालिका में तीसरे स्थान पर हैं। अब एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में हमें नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम और अर्जेंटीना से भिड़ना है। हमारे पास एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण इन सभी टीमों के लिए योजना है और हम एक समय केवल एक मैच की बाबत सोच आगे बढेंगे। हमारा लक्ष्य हरेक मैच से अधिकतम अंक जुटाना है। एफआईएच प्रो लीग के भुवनेश्वर चरण में हमारा ज्यादा मैदानी गोल करना बेशक हौसला बढ़ाने वाला है लेकिन हमारा ध्यान लय बना कर मैदानी गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर पर भी बराबर गोल करना है। हमारे लिए अच्छी बात है कि हमारे सभी खिलाड़ी पूरी तरह फिट हैं। हमने आयरलेंड में छह और एम्सतलवीन में शुक्रवार को एक अभ्यास सत्र कियाा

भारतीय पुरुष हॉकी टीम एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में अपना अभियान शनिवार को मेजबान नीदरलैंड के खिलाफ एम्सलवीन के वेगनेर :सटेडियम में मै खेल कर करेगी ही और अर्जेंटीना के खिलाफ अपने अगले दो मैच भी इसी मैदान पर खेलेगी। भारतीय पुरुष हॉकी टीम प्रो लीग के यूरोपीय चरण में ज्यादा से ज्यादा मैच जीत खुद को शीर्ष स्थान और खिताब की होड़ में बनाए रखना चाहती है। बृशक भारत के लिए 2026 खासा व्यस्त साल होगा और इसमें हमारी भारतीय हॉकी टीम को एशियाई खेलों और एफआईएच हॉकी विश्व कप में शिरकत करनी है औंर हमने इसके लिए योजना बनाई है। जहां तक हमारी टीम के आयरलैंड में कुछ रग्बी मैच खेलने की बात हे इससे हमारे खिलाड़ियों को खुद शारीरिक रुप से अलग ढंग से तैयार करने मे मदद मिली हालांकि इसका हॉकी कौशल और गोल करने से कोई ताल्लुक नहीं था।

फोकस मैदानी गोल व पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर पूरे तीन अंक पाने पर: हरमनप्रीत
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने एम्सतलवीन से एफआईएच प्रो लीग मैचों के यूरोपीय चरण के अभिभयान और रणनीति की बाबत वर्चुअली बात करते हुए कहा, ‘हमारे चीफ कोच क्रेग फुल्टन हर मैच से पहले यही कहते हैं कि हर मैच में तीन या इससे ज्यादा गोल करना हमारे हक में रहेगा और हम इसी मकसद से हर मैच में भी उतरते भी हैं। हर मैच में तीन या इससे ज्यादा गोल करने के लिए हमें मैच में हर क्वॉर्टर दो पेनल्टी कॉर्नर बनाने के साथ इन्हें हर हाल में गोल में बदलने के मकसद से उतरने की जरूरत है। हम बराबर मैचों में पेनल्टी कॉर्नर बनाने की पूरी कोशिश करने के साथ ज्यादा से ज्यादा मैदानी गोल करने की कोशिश करेंगे। प्रो लीग के यूरोपीय चरण में हमारा फोकस मैदानी गोल करने के साथ जहां ऐसा करना न मुमकिन हो वहां पेनल्टी कॉर्नरों के गोल में बदल मैच में जीत के साथ पूरे तीन अंक हासिल करने के तीन गोल करने का रहेगा । बेंगलुरू के बाद आयरलैंड में लगे शिविर से हमें खुद को यूरोप मे नीदरलैंड और बेल्जियम के मौसम के मुताबिक ढालने में मदद मिलेगी। मैं खुद तो पेनल्टी कॉर्नर पर बतौर ड्रैग फ्लिकर के रूप में गोल करने को आश्वस्त हूं लेकिन टीम में पेनल्टी कॉर्नर पर बतौर ड्रैग फ्लिकर जितने विकल्प होंगे बेहतर होगा। हमारे लिए अच्छी बात है बतौर ड्रैग मेरे और जुगराज सिंह के साथ नीलम संजीप खेस और अमित रोहिदास जेसे ड्रैग फ्लिकर हैं और इन्हें जब भी पेनल्टी कॉर्नर लगाने के लिए बुलाया जाएगा वे इसे गोल में बदलने में कामयाब रहेंग। बतौर गोलरक्षक बेशक पेरिस ओलंपिक में कांसा जिताने के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कहने वाले पीआर श्रीजेश के लंबे अनुभव की कमी हमें अखरेगी लेकिन कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा बेहद मुस्तेदी से भारत के ‘किले’ की चौकसी कर रहे हे और हमें इन दोनों पर पूरा भरोसा है।‘

भारत ने अपने पीछे चौथे स्थान पर चल रही नीदरलैंड से पिछले 20 में पांच जीते और सात ड्रॉ रहे है। वहीं नीदरलैंड ने इन पिछले 20 में से भारत से आठ मैच जीते हैं और इन दोनों टीमों के बीच अक्सर खासे करीबी और संघर्षपूर्ण रहे हैं। एफआईएच प्रो लीग के पिछले संस्करण में दोनों देशों के बीच दोनों मैच निर्धारित समय में ड्रा रहे और पहले में शूटआउट में भारत जीता जबकि दूसरे में नीदरलैंड जीता।

भारत एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण के पहले मैच में मेजबान नीदरलैंड से एम्सतलवीन के वेगनर स्टेडियम में सात व 9 जून को शाम छह बजे भिड़ेगा। भारत एम्सतलीचन में ही अगल दो मैच अर्जेंटीना से 11 और 12 जूनको खेलेगा।भारतीय टीम इसके बाद एंटवर्प में 14 और 15 जून को और फिर मेजबान बेल्जियम से 21 और 22 जून को मैच खेल एफआइएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण का अपना अभियान खत्म करेगी।