वेस्ट इंडीज ने भारत से पांचवां टी-20 आठ विकेट से जीत सीरीज 3-2 जीती

  • सूर्य के तेज अर्धशतक पर पूरन की 47 रन की आतिशी पारी भारी
  • तिलक वर्मा रहे भारत के लिए टी-20 सीरीज की खोज

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के सूर्य कुमार यादव के तेज अर्धशतक पर सबसे दमदार प्रदर्शन करने वाले वेस्ट इंडीज के निकोलस पूरन की 47 रन की तूफानी पारी लाउडरहिल में सीरीज के पांचवें व अंतिम टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारी पड़ी। वेस्ट इंडीज ने भारत को रविवार को पांचवें व निर्णायक टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आठ विकेट से शिकस्त देकर सीरीज 3-2 से जीत ली। पूरन ने वेस्ट इंडीज को अकेले दम दूसरा टी 20 मैच जिता सीरीज में 2-0 की बढ़त दिलाई । वहीं मेहमान भारतीय टीम ने अगले दोनों मैचोंं में पूरन कों सस्ते आउट कर जीत दर्ज कर दो दो की बराबरी पाई। पूरन पांचवें और निर्णायक 20 मैच में एक बार फिर आतिशी पारी खेल वेस्ट इंडीज को जीत दिला सीरीज उसके नाम कराने में सफल रहे। मैन ऑफ द सीरीज रहे पूरन ने कुल 176 रन बनाए और ब्रेंडन किंग (कुल 196 रन) रन बनाने में दूसरे स्थान पर रहे। अंतिम मैच में मैन ऑफ द मैच रहे रोमारियो शेफर्ड ने मेजबान टीम की ओर से सीरीज में सबसे ज्यादा नौ विकेट लिए। बाएं हाथ के तिलक वर्मा (कुल 173 रन) भारत के लिए इस टी-20 सीरीज की खोज रहे। भारत के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (कुल सात विकेट) लेकर बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव(छह विकेट) इस साल भारत में होने वाले वन डे विश्व कप के लिए तैयार दिखश।

चौथे टी-20 में शतकीय भागीदारी करने वाले यशस्वी जायसवाल (5) और शुभमन गिल (9) की सलामी जोड़ी को रविवार अंतिम व निर्णायक टी-20 रात वेस्ट इंडीज के लेफ्ट आर्म स्पिनर अकील हुसैन ने अपने शुरू के दो ओवर में मात्र 17 रन पर आउट कर शुरू में ही ऐसा बिखेरा की सूर्य कुमार यादव(61 रन,45 गेंद,तीन छक्के, चार चौके) और तिलक वर्मा (27 रन, 18, दो छक्के, तीन चौके) की तीसरे विकेट की 49 रन की भागीदारी के बावजूद भारतीय टीम निर्धारित 20 ओवर में नौ विकेट पर 165 रन ही बनाए। वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ के पहले ओवर में 19 रन बनाने वाले तिलक वर्मा का वेस्ट इंडीज के कामचलाउ स्पिनर शाई होप की धीमी गेंद पर उन्हें ही वापस कैच थमा देने से फिर मैच पर पकड़ बनाने की भारत की उम्मीद पर पानी फिर गया। संजू सैमसन(13 रन, 9 गेंद, चौके) और कप्तान हार्दिक पांडया (13 रन, 9 गेंद, दो चौके) कप्तान हार्दिक पांडया (14 रन, 18 गेंद ,एक छक्का) वेस्ट इंडीज के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज रोमारियो शेफर्ड (4/31) की गेंद को उड़ाने के फेर तथा अक्षर पटेल(13 रन, 10 गेंद, एक छक्का) जेसन होल्डर (2/36) का शिकार बने। जेसन होल्डर ने ही अंतत: पारी के 18 वें ओवर में सूर्य कुमार यादव को एलबीडब्ल्यू आउट किया। सूर्य के रूप में भारत ने छठा विकेट140 रन खोया। शेफर्ड ने भारत की पारी के अंतिम पूर्व और अपने चौथे ओवर में लगातार दो गेंदों में पहले अर्शदीप सिंह (8) को बोल्ड और फिर कुलदीप यादव (0) को एलबीडब्ल्यू आउट किया।

वेस्ट इंडीज ने जीत के लिए 20 ओवर 166 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज कायल मायर्स (10 गेंद, एक छक्का, एक चौका) का विकेट पारी के दूसरे ओवर मे 12 रन पर गंवाया। मायर्स को अर्शदीप ने यशस्वी जायसवाल के हाथों लपकवाया। ब्रेंडन किंग (अविजित 85, 55 गेंद, 6 छक्के, 5 चौके)और निकोलस पूरन (47 रन, 35 गेंद, चार छक्के,एक चौका)की दूसरे विकेट की 107 रन की भागीदारी की बदौलत वेस्ट इंडीज ने दो ओवर के बाकी रहते दो विकेट पर 171 रन बनाकर आठ विकेट से जीत दर्ज की। पूरन को अपनी शॉर्ट पिच गेंदों के जाल में उलझाने का भारत के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह का दांव नहीं चला। अर्शदीप की पहली गेंद पूरन की पसलियो में लगी लेकिन दो गेंद उन्होंने उनकी गेंद पर छक्का जड़ दिया। पूरन को तब किस्मत का साथ मिला जब उन्होंने भारत के कप्तान हार्दिक पांडया की गेंद को पुल करने की कोशिश लेकिन मुकेश गेंद तक पहुंचने के बावजूद कैच लपक नहीं पाए। पूरन ने अगली दो गेंदों पर छक्के जड़ दिएऔर वह आनन फानन में मात्र 9 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 18 रन पर पहुंच गए। पांडया की गेंदों पर पूरन के इन करारे प्रहारों से ब्रेंडन किंग पर भी ाबाव हट गया। खतरनाक दिखाई पड़ते पूरन को आउट करने के मकसद से भारत के कप्तान पांडया ने सीरीज के तीसरे और चौथे मैच में उन्हें आउट कर चुके बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव को मोर्चे पर लगाया । पूरन एक बार फिर कुलदीप यादव की गेंद को चूके और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया लेकिन इस पर उन्होंने डीआरएस और तीसर अंपायर ने फैसला पलट दिया। कुलदीप के अगले ओवर में पूरन ने उनकी गेंद को रिवर्स स्वीप कर चौका जड़ा। पूरन (47) पारी के 14 वें ओवर में अंतत: जब भारत के कामचलाउ ऑफ स्पिनर तिलक वर्मा की गेंद को उड़ाने के फेर में लपके गए तब वेस्ट इंडीज का स्कोर दो विकेट पर 119 रन था। ब्रेंडन किंग और शाई होप(22 रन, 13 गेंद एक छक्का, एक चौका)ने तीसरे विकेट के लिए 52 रन की अटूट भागीदारी कर वेस्ट इंडीज को दो ओवर के बाकी रहतेे मैच जिताने के साथ सीरीज भी 3-2 से जिता दी।