क्या है भारत के में टी–20 विश्वकप विजेता बनने का राज?

What is the secret of India becoming T-20 World Cup winner?

नरेंद्र तिवारी

भारत टी–20 विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 में विश्वकप विजेता बन गया है। 29 जून को बारबाडोस के कैंसिग्टन ओवल में भारत की टीम ने दक्षिण अफ्रीका की टीम को फायनल मैच में पराजित कर शानदार विजय हासिल की इस जीत में वैसे तो पूरी टीम का अहम योगदान रहा है, किंतु विजय सुनिश्चित करने वाले वह कौनसे महत्वपूर्ण कारक है जिसने अफ्रीका के पक्ष में दिखाई दे रहे मैच के परिदृश्य को बदला और आखिरी ओवर में भारत ने जीत की इबारत लिखी। फायनल मैच अपनी रोमांचकता के सबाब पर था। अफ्रीका की टीम जीत के करीब थी, अंतिम 6 गेंदों पर 16 रनों की दरकार थी, फटाफट क्रिकेट में यह लक्ष्य कोई बड़ी बात भी नहीं है। हार्दिक पंड्या ने आखरी ओवर की पहली गेंद फैंकी जिसे डेविड मिलर ने सीमा रेखा के पार पहुंचाने का भरपूर प्रयास किया, गेंद सीमा रेखा पर पहुंची भी जहां तैनात भारत के सूर्य कुमार यादव ने जो फायनल मैच की बैटिंग में खास प्रदर्शन नहीं कर पाएं, किंतु अंचभित करने वाला उनका कैच जिसे आखों देखा हाल सुना रहे नवजोत सिद्धू ने सूर्यकुमार के जीवन का सबसे शानदार कैच भी बताया। मिलर का कैच सूर्यकुमार के संतुलन, समझ और जज्बे का कैच है।

कैच लेते समय बाउंड्री के अंदर सूर्या रहे, जब उनका पैर बाउंड्री के बाहर जाने लगा तो उन्होंने गेंद को उछाल कर सीमा के अंदर धकेला और जब वे सीमा रेखा के अंदर हुए तो कैच वापस लपक लिया। सूर्य कुमार के इस लाजवाब कैच ने अफ्रीका के पाले में जाती दिख रही जीत का रुख भारत की तरफ कर दिया। भारत की इस विजय में विराट कोली की महत्वपूर्ण पारी का भी योगदान रहा उन्होंने शुरुवात तेज की बीच में धीमे हुए फिर अपनी पारी की अंतिम कुछ गेंदों पर चौके छक्के जड़ कर 76 रनों का योगदान दिया। अक्षर पटेल की पारी भी विजय की नींव रखने में कामयाम रही। शुभम दुबे ने भी कुछ अच्छे शाट लगाकर भारत के स्कोर को बढ़ाया। गेंदबाजी में भी अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह , हार्दिक पंड्या, अर्शदीप द्वारा की गई गेंदबाजी जीत की इबारत लिखने में कामयाब हो सकी।

भारत ने 17 साल बाद टी–20 क्रिकेट वर्ल्ड कप अपने नाम किया, रोहित की कप्तानी में विश्वकप विजेता बनने का यह पहला मौका है, इससे पूर्व यह अवसर महेंद्रसिंह धोनी की कप्तानी में 2007 में प्राप्त हुआ था।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा और दुनियां के शानदार बल्लेबाजों में शुमार विराट कोली ने टी–20 क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा की है। उनका टी–20 क्रिकेट से सन्यास विश्व विजय के साथ होना इन दोनो खिलाड़ियों की शानदार बिदाई का अवसर माना जा रहा है। फायनल मैच की आखरी गेंद पर मिली भारत की विजय पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा धरती पर लेट गए और ईश्वर को धन्यवाद दिया उनकी आंखों से खुशी की धारा फूट रही थी। इस दौरान पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान जो कमेंट्री कर रहे थै उन्होंने कहा यह वही भारतीय कप्तान है जिनकी कप्तानी में भारत 2023 विश्वकप के फायनल मैच में पराजित हुआ था, तब उनकी आंखों से दुख के आंसू निकलें थै। उस समय भी भारत लगातार विजय हुआ था किंतु फायनल में पराजित हो गया था। रोहित अपना दुख छुपा नहीं पाए थै, आंसू उनकी आंखों से निकल रहे थै। बारबाडोस के आंसू खुशी के प्रसन्नता के गर्व और गौरव के आंसू है।

भारतीय टीम के कप्तान रोहित और पूर्व कप्तान विराट कोली की बिदाई का यह अवसर इन दोनो धाकड़ बल्लेबाजों के लिए अविस्मरणीय पल है। फायनल मैच की शुरुवात में भारत ने टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया कप्तान रोहित जल्दी आउट हो गए। ऐसे समय विराट कोली ने संयम का परिचय दिया धीमे ही सही 76 बहुमूल्य रन जोड़े। सेमीफाइनल में जब इंग्लैंड के सामने विराट जल्दी आउट हो गए थै, तब रोहित ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर भारत के फायनल में पहुंचने का रास्ता साफ किया था। भारत के इन दोनो महान बल्लेबाजों की आईसीसी टी–20 क्रिकेट से सन्यास का अवसर बहुत बड़ा बन गया है। इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी बात यह रही की भारत अपने सभी मैच जीतकर अपराजेय रहा। दक्षिण अफ्रीका की टीम भी भारत के मुकाबले कमजोर नहीं थी। इस टीम ने भी फायनल छोड़ सभी मैचों में जीत दर्ज की थी। फायनल मैच में भी अंतिम ओवर तक अफ्रीका मैच में बना हुआ था। उनकी गेंदबाजी, बल्लेबाजी, और क्षेत्ररक्षण बेहतरीन रहा।

अमेरिका और वेस्टइंडीज की संयुक्त मेजबानी में आयोजित टी–20 विश्वकप की कुछ विषयों को लेकर आलोचना भी हुई।

भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भारत कनाडा मैच रद्द होने पर आईसीसी की आलोचना करते हुए कहा फ्लोरिडा में पिच को कवर नहीं किया जा सका और भारत बनाम कनाडा का मैच रद्द हो गया। गीले आउट फील्ड के कारण मैच रद्द होना अव्यवस्थाओं को दर्शाता है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने गीले आउट फील्ड को न ढकने को लेकर आयोजको की आलोचना की थी। कमियों, आलोचनाओं के बाद भी आईसीसी टी–20 विश्वकप अपने अंजाम तक पहुंचा। भारत बनाम अफ्रीका के मध्य रोमांचक फायनल में भारत ने शानदार विजय अर्जित की। 29 जून को भारत के शहरो और गांवों में इस विजय के बाद उल्लास का वातावरण बन गया। भारतीय तिरंगा लेकर नागरिकों ने भारत माता की जय के उदघोष के साथ आसमान गूंजा दिया। मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर सहित देश के बड़े शहरों में उत्सव का माहौल बन गया था। फायनल मैच की अंतिम गेंद पर मिली ऐतिहासिक विजय का आंखों देखा हाल बताते हुए बताते पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिद्धू ने कहा भारतीय तिरंगा आसमान में लहरा रहा है। भारतवासियों के चेहरों पर खुशी की लहर है। सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा। क्रिकेटर इरफान ने कहा आज भारत ही नहीं विजय हुआ, यह 150 करोड़ भारतीयों की जीत है।

भारत का टी–20 क्रिकेट वर्ल्ड क्रिकेट टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। भारत अपराजेय रहा और अफ्रीका को पराजित कर विश्व चैंपियन बना। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोली की यह सर्वश्रेष्ठ बिदाई मानी जा सकती हैं। भारत की यह जीत बेहद गौरवशाली है। भारत वर्तमान में क्रिकेट की दुनियां का बेताज बादशाह बन गया है। ऐसा बेताज बादशाह जो वर्ल्ड कप के अपने पूरे मैचों में अपराजेय रहा।