
कांग्रेस ने भी भजन लाल सरकार को डॉ किरोड़ी लाल मीणा के फोन टेपिंग पर घेरा
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण का जवाब देते हुए गजब का आत्म विश्वास प्रदर्शित किया और प्रतिपक्ष के सवालों के जवाब देते हुए कांग्रेस के नेताओं पर उनके नाम लिए बिना चुन चुन कर हमला बोला।
उन्होंने अपने भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा पर भी तीखे व्यंग कसे और कहा कि लोग मुझे भोला समझते है लेकिन मैं किसान का बेटा हूं और ब्याज सहित हिसाब चुकता करने में विश्वास करता हूँ। डोटासरा पर मजाकिया अंदाज में तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गमछा हिला रहे थे, मोरिया किसका बोला, ये तो बताओ भाई? हरियाणा में भी गमछा फिराया था, लेकिन जितवा नहीं पाए। भजन लाल ने कहा कि हरियाणा में भी इनकी हार हुई, अब दिल्ली का परिणाम भी देख लीजिएगा।
प्रतिपक्ष को घेरते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल ने विधानसभा में सवाल पूछा कि राजस्थान की जनता को कितना ठगोगे? पहले अपना आईना देखो, फिर आरोप लगाओ।भजन लाल विधानसभा में खूब गरजे और बोले कि मेरी आवाज नहीं दबेगी। उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार, महंगाई और जनता के पैसे को लूटने का आरोप लगाया। कांग्रेस सरकार ने 70 साल तक किसानों और गरीबों को लूटा है, लेकिन अब राजस्थान की जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है।
कांग्रेस नेताओं पर जम कर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि आप मुझसे किसी कीमत पर जीत नहीं पाओगे। मैं किसान का बेटा हूं और राजस्थान की 8 करोड़ जनता के लिए काम करूंगा। आपको 20-25 साल तक भजन करना पड़ेगा, क्योंकि अब आपकी नींद उड़ चुकी है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आपको 5 साल नहीं, 20-25 साल भजन करना पड़ेगा। अब आपको भजन के बिना नींद नहीं आएगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि पीकेसी ईआरसीपी , फोन टैपिंग, गहलोत सरकार की नीतियों, और कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई जैसे मुद्दों पर जमकर प्रहार किया। उनके इस संबोधन के चलते विधानसभा में माहौल गरम हो गया और कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में जम कर हंगामा किया।
इधर कांग्रेस ने भी विधानसभा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सबसे वरिष्ठ मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा के कथित फोन टेपिंग मामले को उठा कर भजन लाल शर्मा के इस्तीफा की मांग रख दी और कहा कि आपके ही केबिनेट मंत्री जिस प्रकार से आपकी सरकार पर आरोप लगा रहे थे ऐसे में आपको सरकार में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। इस मुद्दे को अब कांग्रेस ने विधानसभा में उछाला और खूब हंगामा किया। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस्तीफे की मांग कर दी।कांग्रेस ने कहा कि जब तक इस मामले पर सरकार का जवाब नहीं आएगा, तब तक सदन की कार्यवाही चलने ही नहीं देंगे। सीएम शर्मा के संबोधन के दौरान भी सदन में कांग्रेस विधायक लगातार नारेबाजी करते दिखे। इस बीच सीएम ने कहा भजन का नाम तो आपको दिन रात लेना पड़ेगा।राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम भजनलाल शर्मा ने प्रतिपक्ष के आरोपों का बिंदूवार जवाब दिया।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि संसद और विधानसभा में प्रतिपक्ष द्वारा हंगामा अब रोजमर्रा का प्रचलन हो गया है। ऐसे में जनहित और विकास के मूल मुद्दे गौण हो जाते है लेकिन राजस्थान की राजनीति में विशेष कर भाजपा के वरिष्ठ राजनेता डॉ किरोड़ी लाल मीणा द्वारा अपनी सरकार के लिए जो टिप्पणियां आए दिन की जा रही है उससे राज्य सरकार की छवि पर कही न कही प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा हैं। ऐसे में अब यह देखना होगा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस प्रकरण का पटाक्षेप किस तरह से करेगा?