रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली: भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। इस साल के ओलंपिक में यह भारत का पहला पदक है। महिलाओं की 10मी उन्होंने ये कारनामा एयर पिस्टल में किया है। वह ओलंपिक में निशानेबाजी में भारत के लिए पदक जीतने वाली पहली महिला बनीं।
मनु भाकर के पदक से भारत का 12 साल का ओलंपिक शूटिंग पदक सूखा समाप्त हो गया। भारत ने इस पदक के लिए 12 साल का इंतजार किया है। इससे पहले अभिनव बिंद्रा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विजय कुमार और गगन नारंग नेम्बजीत मेडल जीत चुके हैं।
मनु भाकर मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं। हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले मनु ने कम उम्र में ही खेल के प्रति अपनी प्रतिभा और जुनून दिखा दिया। बचपन से ही उन्हें मार्शल आर्ट, टेनिस, बॉक्सिंग, स्केटिंग जैसे खेलों का शौक था। हालांकि, बाद में उन्होंने शूटिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया।
14 साल की उम्र में मनु ने शूटिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया। उस वक्त यानी 2016 में रियो ओलंपिक खत्म ही हुआ था। एक हफ्ते के अंदर ही मनु ने अपने पिता से शूटिंग के लिए पिस्टल लाने को कहा था और उसके पिता राम किशन भाकर, जो हर फैसले में मनु का समर्थन करते हैं, उसके लिए पिस्तौल भी लाते हैं।
2017 नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में मनु भाकर ने ओलंपियन और तत्कालीन वर्ल्ड नंबर 1 हीना सिद्धू को हराकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। पिस्टल की खराबी के कारण मनु टोक्यो में आयोजित ओलंपिक के फाइनल में जगह नहीं बना सकीं। मनु ने 2017 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। यह उनका पहला अंतर्राष्ट्रीय पदक था। इसके बाद उन्होंने 2017 में केरल में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 9 स्वर्ण पदक जीतकर हीना सिद्धू का रिकॉर्ड तोड़ दिया।