अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में सर्राफ की दुकान पर डकैती के आरोपित मंगेश यादव की पुलिस मुठभेड़ में मौत पर समाजवादी पार्टी जिस तरह से हो हल्ला मचा रही है उसने कई सवाल खड़े कर दिये है।लोग पूछ रहे हैं कि अखिलेश को मंगेश की मौत पर सिर्फ इस लिये मातम नहीं मनाना चाहिए क्योंकि वह यादव है। सपा प्रमुख का इस तरह से अपराधियों के पक्ष में खड़ा होना बताता है कि समाजवादी पार्टी का अभी तक चाल-चरित्र और चेहरा बदला नहीं है। बस फर्क इतना है कि पहले जब उनकी सरकार थी तो अपराधी सत्ता के सरपरस्ती मेें फलते-फूलते थे ,लेकिन अब योगी राज में उनके साथ सख्ती की जा रही है। मंगेश की मौत पर सवाल उठा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया है।
विधानसभा उपचुनाव की हलचल के बीच कटेहरी विधानसभा क्षेत्र पहुंचे योगी ने अखिलेश का नाम लिए बिना कहा, ‘कोई डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो सपा को क्यों बुरा लगता है? अगर डकैतों का सुराग न लग पाता तो वे (सपा नेता) कहते हैं कि अराजकता है। डकैत अगर मुठभेड़ में मारा जाता है तो वे कहते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए, तो उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या होना चाहिए? जो डकैत मारा गया वह ग्राहकों को गोली मार देता तो उनकी जान समाजवादी पार्टी वापस कर पाती क्या? ग्राहक कोई यादव, दलित या किसी भी जाति का हो सकता था।