संजय सक्सेना
मौका कोई भी हो कुछ नेता और मीडिया वाले नफरत का बीज बोने का मौका नहीं छोड़ते हैं.इस बात का ताजा उदाहरण नये संसद भवन में कामकाज शुरू होने से पूर्व देखने को मिला,जब मीडिया ने अपना नफरती एजंेडा बढ़ाते हुए सपा नेता और संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को ’हथियार’ बनाने का काम किया है। बर्क से एक मीडिया वाले ने सवाल किया कि क्या नए संसद में मुसलमानों के लिए नमाज पढ़ने की जगह मिलनी चाहिए थी। इस पर बर्क उतेजित लहजे में बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए बोले कि इन लोगों ने हिंदू और मुसलमानों में नफरत फैला रखी है तो वे नई संसद में नमाज पढ़ने के लिए जगह क्यों बनाते? इससे पहले मीडिया के लोगों ने शफीकुर्रहमान बर्क से नए संसद भवन में पूजा स्थलों को लेकर बातचीत की। उनसे पूछा गया कि क्या नए संसद भवन में मुस्लिम सांसदों और कर्मचारियों को नमाज पढ़ने के लिए जगह दी जानी चाहिए थी? इस पर बर्क ने कहा कि नमाज पढ़ने की जगह तो पुरानी संसद में भी नहीं थी। उन्होंने कहा कि ये (संसद) नई बनी है। नमाज के लिए जगह के बारे में तो उन्हें सोचना चाहिए था,लेकिन वो नमाज पढ़ने की इजाजत या कोई जगह कैसे बनाएंगे जबकि (उन्होंने) मुसलमानों से नफरत फैला रखी है। हिंदू-मुस्लिम नफरत फैला रखी है तो वो नमाज पढ़ने के लिए जगह क्यों बनाते।
बर्क ने कहा कि नई संसद में नमाज पढ़ने के लिए जगह बिल्कुल होना चाहिए। जब मुसलमानों के लिए नमाज का वक्त हो जाता है तो उनके लिए भी कोई जगह होनी चाहिए थी कि वो वहां अल्लाह-अल्लाह कर लेते।