गोपेंद्र नाथ भट्ट
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं के अनुसार भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्य्मंत्री वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकती है। इस खबर को लेकर देश और राजस्थान की सियासत में हलचल तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि वसुंधरा राजे का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पहली पसंद बना है। इस खबर के बाहर आने के बाद से वसुंधरा राजे खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
उन्हे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की अग्रिम बधाइयां भी सोशल मीडिया पर मिलने लगी है। वसुंधरा राजे के अलावा संघ की तरफ से संजय जोशी का नाम भी रखा गया था। हालांकि यह बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तरफ से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम को आगे किया गया है लेकिन संघ सिर्फ वसुंधरा राजे के नाम को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त नाम मान रहा है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस बारे में फैसला क्या होगा ? अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष पद पिछली 30 जून से ही रिक्त चल रहा है और वर्तमान में इस पद की जिम्मेदारी का निर्वहन केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा द्वारा किया जा रहा है। वैसे इसके लिए कई अन्य नाम भी लिए जाते रहते है लेकिन वसुन्धरा राजे का नाम सामने आने का मुख्य कारण उनका ग्वालियर की राजमाता विजया राजे सिंधिया की बेटी होना है।राजमाता विजया राजे सिंधिया का भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी को एक पौधे से वटवृक्ष बनाने में अतुलनीय योगदान रहा है। उन्होंने संघ और पार्टी को निस्वार्थ सेवाएं प्रदान की जिसके परिणाम स्वरूप आज भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। वसुन्धरा राजे ने पिछले वर्षों में उनकी लगातार अनदेखी होते रहने के बावजूद जिस प्रकार का धैर्य और अनुशासन बनाए रखा तथा कई अफवाहों के बाद भी वे पार्टी के साथ मजबूती के साथ टिकी रही उससे आरएसएस बहुत प्रभावित हुआ है। साथ ही वे पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने से अध्यक्ष पद की नैसर्गिक अधिकारी भी है। इसलिए उनका प्रमोशन किया जा सकता है।
वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रही हैं। साल 2003 से 2008 तक और साल 2013 से 2018 तक वह राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं। केंद्र में भी वसुंधरा राजे अटल बिहारी वाजपेई की केबिनेट में मंत्री रही और उन्होंने पार्टी संगठन में भी अन्य कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। फिलहाल वह बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर हैं। ऐसे में अगर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है तो यह वसुंधरा राजे का प्रमोशन होगा। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से वह अध्यक्ष बनेंगी। वसुंधरा राजे राजस्थान के झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा सीट से लगातार विधायक निर्वाचित होती आ रही हैं। साल 2023 में भी वह विधायक निर्वाचित हुई हैं। वसुंधरा राजे 5 बार लोकसभा सांसद भी बन चुकी हैं। 1985 से वह सक्रिय राजनीति में हैं। 8 मार्च 1953 को जन्मी वसुंधरा राजे राजमाता विजया राजे सिंधिया की बेटी हैं। उनके बेटे दुष्यंत सिंह भी झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से लगातार चुनाव जीतते हुए मौजूदा सांसद हैं।
इस प्रकार भाजपा के केंद्रीय संगठन में राजस्थान की हाडौती अंचल के नाम का डंका बजने वाला हैं और लगभग माना जा रहा है कि राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे निकट भविष्य में भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकती हैं।
देखना है आने वाले दिनों में भाजपा की राजनीति किस करवट मुड़ने वाली है?