- भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनावों के बाद अब प्रदेशों में संगठन को मजबूती प्रदान करने की दिशा में काम शुरू किया
गोपेंद्र नाथ भट्ट
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनावों के बाद अब प्रदेशों में संगठन को मजबूती प्रदान करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है तथा 23 राज्यों में प्रभारी और सह प्रभारियों की नियुक्ति की है, जबकि राजस्थान के प्रभारी डॉ.विनय सहस्त्रबुद्धे को यथावत रखा गया है, इसी प्रकार सतीश पूनिया को भी हरियाणा में बरकरार रखा गया है। हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में राजस्थान के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूनिया पर बतौर प्रभारी भाजपा ने विश्वास रखा है. हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया के साथ सह प्रभारी सुरेंद्र सिंह नागर को लगाया गया है। त्वरित टिप्पणी के इस कोलम में हमने राजस्थान, हरियाणा प्रभारियों को यथावत रखने के पहले ही संकेत दिए थे। भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को केरल का प्रभारी बनाया है. इसीप्रकार विजय पाल सिंह तोमर को ओडिशा का प्रभारी बनाया गया है। भाजपा ने नॉर्थ ईस्ट में भी संयोजक और सह संयोजक नियुक्त किए है । उत्तर-पूर्व के राज्यों का प्रभार संबित पात्रा को दिया गया है। आशीष सूद को गोवा भाजपा का प्रभारी बनाया. तरुण चुघ को जम्मू-कश्मीर का प्रभारी बनाया. महेंद्र सिंह मध्यप्रदेश के प्रभारी बनाए गए है। लक्ष्मीकांत वाजपेयी झारखंड का प्रभारी बनाया गया है. छत्तीसगढ़ के प्रभारी नितिन नवीन और श्रीकांत शर्मा हिमाचल प्रदेश के प्रभारी बने है. विजय रूपाणी को पंजाब का प्रभारी बनाया गया है .
बीजेपी ने अंडमान और निकोबार में रघुनाथ कुलकर्णी को प्रभारी बनाया है. अरुणाचल प्रदेश का प्रभार अशोक सिंघल को दिया गया है. बिहार प्रभारी-विनोद तावड़े और सह प्रभारी दीपक प्रकाश को बनाया गया. छत्तीसगढ़ के प्रभारी नितिन नबीन, गोवा के प्रभारी आशीष सूद बने है. दादरा & नगर हवेली और दमन & दीव के प्रभारी दुष्यंत पटेल बने है . हिमाचल प्रदेश प्रभारी-श्रीकांत शर्मा और सह प्रभारी संजय टंडन बने. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख प्रभारी- तरुण चुघ, सह प्रभारी- आशीष सूद बने. झारखंड प्रभारी-लक्ष्मीकांत बाजपेयी, मिजोरम प्रभारी-देवेश कुमार बने. कर्नाटक-प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल और सह प्रभारी सुधाकर रेड्डी बने. केरल में प्रभारी-प्रकाश जावड़ेकर और सह प्रभारी-अपराजिता सारंगी को बनाया गया. मध्य प्रदेश प्रभारी-महेंद्र सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय बने. मणिपुर प्रभारी-अजीत गोपछड़े, मेघायल और नागालैंड प्रभारी अनिल एंटनी बने. ओडिशा प्रभारी- विजयपाल सिंह तोमर और सह प्रभारी लता उसेंडी बनीं. पुदुचेरी प्रभारी- निर्मल कुमार सुराना, सिक्किम प्रभारी-दिलीप जयसवाल बने. पंजाब प्रभारी- विजयभाई रूपानी और सह प्रभारी नरिंदर सिंह बने. उत्तराखंड प्रभारी-दुष्यंत कुमार गौतम और सह प्रभारी रेखा वर्मा बनीं. नॉर्थ ईस्ट संयोजक-डॉ.संबित पात्रा और सह संयोजक वी.मुरलीधरन बने है।
इधर राजस्थान की भजन लाल शर्मा की मंत्रिपरिषद के वरिष्ठ मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की है. डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने गुरुवार को जयपुर में मंत्रिपरिषद से अपने इस्तीफे की जानकारी को सार्वजनिक किया था। इसके बाद वे शुक्रवार को नई दिल्ली दौरे पर पहुंचे जहां उन्होंने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के पास भी उनके इस्तीफे की कॉपी है. मीणा ने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव दौरान कहा था कि यदि मेरे जिम्मे पूर्वी राजस्थान की सात सीटों के से एक भी सीट हारूंगा तो अपना इस्तीफा दे दूंगा। जनता को दिए वचन और हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैने इस्तीफे की घोषणा की है. मेरी पार्टी संगठन और मुख्यमंत्री जी से कोई नाराजगी नहीं है । सभी का मेरे प्रति भी स्नेह और सहयोग है । उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुझे 10 दिन बाद फिर से दिल्ली बुलाया है।
डॉ मीणा ने कहा कि मैने जनता से किए वायदे को पूरा कर अपनी जिम्मेदारी को पूरा किया है।साथ ही अपना वचन भी निभाया है ।अब इस्तीफा स्वीकार करना या ना करना आलाकमान ही तय करेगा. उल्लेखनीय है कि डॉ मीणा ने गुरुवार को अपने इस्तीफे की पुष्टि की थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि मुझे किसी बड़े पद की चाहत नहीं है. नैतिकता के नाते मैंने इस्तीफा दिया है. डॉ मीणा ने बताया कि मैने 20 दिन पहले ही सीएम को अपना इस्तीफा दे दिया था.
डॉ मीणा की सप्ताह भर के भीतर यह दूसरी दिल्ली यात्रा है. हाल ही दिल्ली में मीणा ने संगठन पदाधिकारियों से बातचीत की थी और आज शुक्रवार को एक बार फिर वो दिल्ली दौरे पर पहुंचे है. डॉ. मीणा भजनलाल सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग और श्रम नियोजन जैसे बड़े विभाग संभाल रहे थे लेकिन पिछले दिनों से उन्होंने सचिवालय में अपने कार्यालय जाना एवं संगठन और मंत्रिपरिषद की बैठकों में भाग लेना तथा सभी सरकारी सुविधाओं को त्याग रखा हैं।
मुख्यमन्त्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान विधानसभा में डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से संबद्ध विभागों कृषि और ग्रामीण मंत्रालय एवं अन्य मंत्रालयों से जुड़े सवालों का जवाब देने और अन्य संसदीय कार्यों के लिए अपने दो मंत्रियों ओटाराम देवासी और के के विश्नोई को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपीं हैं।
देखना है भाजपा का शीर्ष नेतृत्व डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए कितना जल्दी तैयार कर लेगा?