दीपक कुमार त्यागी
- हमारी जलती हुई चिताएं सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रकाश स्तम्भ बनेगी – महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी
- हम हर स्थिति में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी का साथ देंगे – साध्वी आस्था माँ
- निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा भारती सभी हिन्दू धर्मगुरुओं को विश्व धर्म संसद के लिये आमंत्रित करेगी।
रविवार दिल्ली नेटवर्क
डासना, गाजियाबाद : विश्व प्रसिद्ध शिवशक्ति धाम डासना, गाजियाबाद में 17 दिसम्बर 2024 को आरम्भ होने वाली विशाल ‘विश्व धर्म संसद’ की तैयारियों के लिये आज एक बैठक आयोजित की गई। जिस महत्वपूर्ण बैठक में देश के कोने-कोने से महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के शिष्य उपस्थित हुए। इस बैठक को सम्बोधित करते हुए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि साधारण हिन्दुओं के सहयोग और समर्थन से होने वाली यह ‘विश्व धर्म संसद’ असाधारण इतिहास रचेगी। ‘विश्व धर्म संसद’ सम्पूर्ण विश्व के हर गैरमुस्लिम के सम्मानपूर्वक जीने के अधिकार की आवाज बनेगी। यह विश्व का पहला ऐसा मंच है जहाँ दुनिया का कोई भी इस्लामिक जिहाद का पीड़ित व्यक्ति या समुदाय अपनी पीड़ा दुनिया के सामने रख सकता है। इसके लिये हमने उस यज़ीदी और यहूदी समुदाय के प्रतिनिधियों को भी बुलाया है जो हजार वर्षों से इस्लामिक जिहाद के दंश को झेलकर आज खत्म होने के कगार पर है।
यति नरसिंहानंद गिरी महाराज कहा कि हम जानते ही ‘विश्व धर्म संसद’ को रोकने के लिये इस्लामिक जिहादी कुछ भी कर सकते हैं। परंतु इन्हें ये समझना चाहिये कि हम हर स्थिति को झेलने के लिए तैयार हैं। हमारी जलती हुई चिताएं सम्पूर्ण मानवता के लिये प्रकाश स्तम्भ का कार्य करेगी और हमारे बलिदान से मानवता की रक्षा का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस बैठक में यह तय किया गया कि निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा भरती ‘विश्व धर्म संसद’ का निमंत्रण सभी सनातनी धर्मगुरुओं तक पहुँचाएगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि यति सत्यदेवानंद, यति रामस्वरूपानंद,यति रणसिन्हानंद, यति निर्भयानंद, कर्मयोगी आचार्य आशीष गोडसे, के साथ सिक्ख, जैन और बौद्ध धर्मगुरुओं को विश्व धर्म संसद का निमंत्रण देंगें।
बैठक में महेश आहूजा, पंडित अधीर कौशिक, डॉ उदिता त्यागी, साध्वी आस्था माँ, बिट्टू बजरंगी, अनिल यादव, धीरज नागर, अशोक पांडेय, वेद नागर, अनिल मावी, नरेंद्र नागर, पंडित विजय कौशिक, विनोद आजाद, मोहित बजरंगी, सरदार राजीव सिंह, बहन ममता अरोड़ा, राजू सैनी, हरि सिंह आर्य, अमित चौहान, अजित मलिक, चहन सिंह बालियान, निरंजन जाधव सहित अनेक भक्तगण उपस्थित थे।