
दीपक कुमार त्यागी
उत्तर प्रदेश में एक ऐसे संन्यासी का राज चल रहा है, जिसके शानदार विज़न ने उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदलते हुए हम निवासियों की तक़दीर बदलने का कार्य कर दिखाया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ऐसे संन्यासी हैं, जिनकी कुशल नेतृत्व क्षमता के बदोलत उत्तर प्रदेश की देश में बीमारू राज्य वाली तस्वीर बहुत ही कम समय में पूरी तरह से अब बदल गई है। जिस यूपी में कभी अपराधियों व भ्रष्टाचारियों का बोलबाला रहता था, आलम यह हो गया था कि राज्य के निवेशक तक भी भय व भ्रष्टाचार के चलते अपनी जमा पूंजी का निवेश अपने ही गृह राज्य में करने के लिए तैयार नहीं थे। आज उसी उत्तर प्रदेश में एक संन्यासी योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के चंद वर्षों के कार्यकाल में ही बड़े सकारात्मक बदलाव स्पष्ट रूप से नज़र आते हैं। दुनिया में चर्चित हो चुकें योगी मॉडल ने उत्तर प्रदेश की धरा पर ऐसा चमत्कार करके दिखाया है, जिसके चलते विकास के मामले में उत्तर प्रदेश अब देश में दूसरे नंबर पर आ करके, देश व दुनिया के निवेशकों की पसंदीदा जगह बन गया है, उत्तर प्रदेश में अपनी पूंजी निवेश करने के लिए अब निवेशकों की कतार लगी हुई है।
उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में सकारात्मक बदलाव की बयार चल रही है, जिसका श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ महाराज यानी एक संन्यासी को जाता है, जोकि लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए हैं। जिस बदलाव के कार्य को राज्य में बड़े से बड़े दिग्गज धुरंधर राजनेता भी नहीं कर पाए थे, उस कार्य को एक संन्यासी योगी आदित्यनाथ के साहस, दृढ़ संकल्प व दृढ़ इच्छाशक्ति ने चंद वर्ष में करके देश व दुनिया को दिखा दिया है। आपको याद होगा कि जिस उत्तर प्रदेश ने देश को कई प्रधानमंत्री देकर दुनिया में नाम रोशन किया था, उसी उत्तर प्रदेश में एक ऐसा दौर भी आया था जब तत्कालीन राजनैतिक नेतृत्व के चलते उत्तर प्रदेश के वासियों को बहुत असुविधा हुई थी। राज्य के चंद राजनेताओं के आशीर्वाद से लोगों ने वह दौर भी देखा था कि जब देश व दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हम जाकर यह परिचय देते थे कि हम उत्तर प्रदेश से हैं, तो लोग एकदम से चौकन्ने हो कर सजग हो जाते थे, उनको लगता था कि पता नहीं यह व्यक्ति कैसा होगा। क्योंकि उस दौर में दंगा-फसाद, अपराध व भ्रष्टाचार हर तरफ उत्तर प्रदेश में चरम पर था। हालात ऐसे बन गये थे कि उत्तर प्रदेश में हत्या, अपहरण करना, रंगदारी वसूलना व्यापार बन गया था। भोले-भाले आम लोगों को लगता था कि सत्ता में बैठे मठाधीशों की कृपा से अपराधियों व भ्रष्टाचारियों के उत्तर प्रदेश में अलग-अलग ऐसे ताकतवर संगठित गिरोह बन गये हैं, जिन्हें तोड़ कर सफ़ाया करना उत्तर प्रदेश के शासन-प्रशासन के बस से अब तो बाहर की बात हो गई है।
लेकिन उत्तर प्रदेश की राजनीति ने जब वर्ष 2017 में करवट ली, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में एक संन्यासी महंत योगी आदित्यनाथ महाराज मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए, तो उस वक्त बहुत सारे लोगों को यह लगता था कि एक संन्यासी उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य जिसमे हर तरफ गंभीर ज्वलंत समस्याओं का अंबार लगा हुआ की बागडोर को सफलतापूर्वक कैसे संभाल पायेगा। लेकिन सिद्धि, साहस, विश्वास, दृढ़ संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति से परिपूर्ण व्यक्तित्व के धनी महंत योगी आदित्यनाथ महाराज ने मुख्यमंत्री बनने के चंद दिनों बाद से ही राज्य की बदहाल व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करने का चमत्कार करना शुरू कर दिया था। चंद वर्षों के कार्यकाल में ही महंत योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अपराध, भ्रष्टाचार आदि पर लगाम लगाकर यूपी को बीमारू राज्यों की श्रेणी से बाहर निकाल कर के दूसरे पायेदान पर खड़ा कर के देश व दुनिया को अपनी कार्य क्षमता को दिखा दिया। एक संन्यासी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में भ्रष्टाचार व अपराध पर अपनी जीरो टॉलरेंस की ऐसी नीति को बनाया, जिसके दम पर सर्वांगीण विकास के पथ पर उत्तर प्रदेश अब तेजी के साथ सफलता के नित-नए आयाम स्थापित करते हुए अग्रसरित होता जा रहा है।
“अपनी कार्यशैली के दम पर महंत योगी आदित्यनाथ महाराज अब जनता की अदालत में बहुत लोकप्रिय शख्सियत बन गये हैं, “योगी मॉडल” से प्रभावित आम जनमानस ने प्यार से योगी को “बुलडोजर बाबा” की उपाधि से नवाजने का कार्य किया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के अंदर और देश व दुनिया में महंत योगी आदित्यनाथ महाराज हिंदुत्व के एक बड़े फायरब्रांड दिग्गज राजनेता’ के रूप में अब पूरी तरह से स्थापित हो चुके है। देश की चुनावी रणभूमि में योगी भाजपा के एक ऐसे स्टार प्रचारक बन गये हैं, जिनकी हर चुनावों में जबरदस्त मांग होती है।”
महंत योगी आदित्यनाथ महाराज ने पहली बार उत्तर प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री के रूप में आठ वर्ष का कार्यकाल पूरा करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। देश व दुनिया में योगी आदित्यनाथ की पहचान विकास, सुरक्षा, सुशासन, समृद्धि, विश्वास और विश्व की सबसे प्राचीन सनातन धर्म, संस्कृति व परंपराओं के एक बड़े स्थापित ब्रांड एंबेसडर के रूप में अब होती हैं। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते हुए उत्तर प्रदेश के बारे में वर्षों से देश व दुनिया में बने हुए नकारात्मक परसेप्शन को पूरी तरह से धरातल पर बदलने का कार्य करते हुए, उत्तर प्रदेश की छवि में सकारात्मक बदलाव करने का कार्य किया है। अपनी दमदार, कारगर कार्यशैली के दम पर योगी आदित्यनाथ की छवि देश व दुनिया में एक ऐसे कुशल प्रशासक की बन गई है, जिनकी कही बातों पर आम जनमानस के द्वारा भरोसा किया जाता है। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में सरकारी तंत्र के कार्य करने के माहौल में सुधार करते हुए, देश व दुनिया के निवेशकों को आकर्षित करने कार्य बखूबी किया है। जिसके चलते ही योगी आदित्यनाथ के अभी तक के कार्यकाल में यूपी सरकार के आंकड़ों के अनुसार पिछले आठ वर्ष में 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश परियोजनाएं जमीनी धरातल पर उतारी गईं हैं। योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही उत्तर प्रदेश अब देशी व विदेशी निवेशकों के लिए एक पसंदीदा ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है। योगी आदित्यनाथ राज्य की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर की बनने के लिए दिन-रात कार्य कर रहे हैं। योगी सरकार के आंकड़ों को देखें तो विगत आठ वर्ष में यूपी की अर्थव्यवस्था अब 27.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई है, अब यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है।
वहीं योगी आदित्यनाथ ने राज्य में ऐसा करिश्मा कर दिखाया है कि जो अपराधी व दलाल अपने आकाओं के दम पर कभी खुलेआम शासन व प्रशासन के बीच घूमते थे, उनको कानून की जद में लाकर सलाखों के पीछे पहुंचाने का कार्य जनता को धरातल पर करके दिखाया है। शासन-प्रशासन के शीर्ष पर बैठे अपने आकाओं के दम पर जिस उत्तर प्रदेश पुलिस का कभी अपराधियों के मन से पूरी तरह से भय निकल गया था, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ इच्छा शक्ति से आज उसी उत्तर प्रदेश पुलिस से छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा अपराधी भी छिपकर अपनी जान बचाते फिर रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस ने लगभग 230 खूंखार अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने का कार्य गया है, वहीं योगी राज में बड़ी संख्या में अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर व हिस्ट्रीशीट की कार्रवाई की गई है, 142 स्लीपर सेल को नष्ट किया गया है, राज्य में अपराधियों की संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है या फिर बुलडोजर से ध्वस्त करके योगी ने अपराधियों की कमर तोड़ने का कार्य किया है, योगी सरकार की सख्ती से उत्तर प्रदेश में अब दंगा-फसाद करना व करवाना दूर की बात हो गयी है।
योगी आदित्यनाथ की सरकार के चंद वर्षों के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर का जाल बिछाने के कार्य को धरातल पर मूर्तरूप देना योगी आदित्यनाथ की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। आज उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ तो सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक्सप्रेसवे का बहुत तेजी से जाल बिछ रहा है। जिसके ही चलते देश-दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां अब यूपी में काम करने के लिए आगे आ रही हैं। योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से यूपी धार्मिक पर्यटन के मामले में अब देश व दुनिया भर के पर्यटकों को खूब आकर्षित कर रहा है, हमने इसकी एक बानगी महाकुंभ में देखी है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ की दिव्यता व भव्यता व करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए की गयी शानदार व्यवस्था को पूरी दुनिया ने देखा है।
5 जून 1972 को उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) के पौड़ी गढ़वाल जनपद स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गाँव के एक गढ़वाली क्षत्रिय परिवार में योगी आदित्यनाथ का जन्म हुआ था। बचपन से ही उनका आध्यात्म की तरफ झुकाव था। जिसके चलते ही उन्होंने 22 वर्ष की आयु में संन्यास लिया और बाद में वह गोरखपुर की प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के गोरक्षपीठाधीश्वर बने। लेकिन एक दिन वह समय भी आया जब योगी अपने गुरु जी की आज्ञा पर संन्यासी जीवन के साथ-साथ राजनीति में भी सक्रिय हो गए और मात्र 26 वर्ष की आयु में वर्ष 1998 में गोरखपुर से सांसद (लोकसभा) का चुनाव जीतकर उन्होंने राजनीति का सफ़र शुरू कर दिया, जिसके बाद से ही गोरखपुर की जनता ने योगी आदित्यनाथ पर निरंतर विश्वास करना जारी रखा और योगी वर्ष 1999, 2004, 2009 व 2014 के लोकसभा चुनावों में भी विजयी हुए। योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के पहली बार मुख्यमंत्री बने, जो सफ़र अब उत्तर प्रदेश के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के साथ जारी है। योगी के व्यक्तित्व में सनातन धर्म के लिए पूरी तरह से निस्वार्थ भाव से समर्पित एक संन्यासी और देश व समाज की सेवा के लिए समर्पित राजनेता के गुणों का अद्भुत संगम है। यही कारण है कि एक तरफ जहां वह धर्म-संस्कृति परंपराओं के रक्षक के रूप में दिखते हैं, तो वहीं वह दूसरी तरफ आम जनमानस की जनसमस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास करते हुए एक कुशल राजनेता के रूप में दिखते हैं। जिसके चलते ही देश की जनता की अदालत में योगी की छवि आम जनमानस के दर्द को समझने वाले एक लोकप्रिय जन-नेता की बन गई है। अपनी कार्यशैली के दम पर ही महंत योगी आदित्यनाथ महाराज की ख्याति दिन-प्रतिदिन देश व दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ी है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी योगी आदित्यनाथ एक सन्त की तरह ही सादा जीवन जीते हैं और वोट बैंक की चिंता किए बिना ही वह मुख्यमंत्री पद के सभी दायित्वों के साथ-साथ ही सनातन धर्म के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों का खुलकर बखूबी सार्वजनिक रूप से निर्वहन करते हैं। योगी आदित्यनाथ के जीवन पर एक नज़र डालें तो यह स्पष्ट रूप से समझ आता है कि योगी ने हमेशा अन्याय एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ने का कार्य किया है। उनकी गिनती निर्भीक, विचारधारा के प्रति पूरी निष्ठा व ईमानदारी से खड़े रहने वाले एक शानदार विज़नरी शख्स के रूप में होती है। योगी आदित्यनाथ महाराज सिद्धान्तों के प्रति अडिग रहने वाली एक ऐसी शानदार शख्सियत के मालिक हैं, जोकि लाभ-हानि, मान-सम्मान की चिन्ता किये बगैर साहस के साथ किसी भी सीमा तक जाकर के देश व सनातन धर्म, संस्कृति एवं परंपराओं की रक्षा करने का प्रयास करते है। योगी के जीवन का रोमांचक सफरनामा संकल्प, सिद्धि, संघर्ष और स्वर्णिम सफलताओं की एक महत्वपूर्ण मिसाल बन गया है, योगी का जीवन संघर्षशील लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है। आज जन्मदिन पर मैं भी मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ महाराज को बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं और मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह देश, समाज व सनातन धर्म के हित में कार्य करते हुए योगी आदित्यनाथ को जीवन पथ पर सफलताओं के नित-नए आयाम स्थापित करने के निरंतर अवसर प्रदान करते रहें।