बिहार में नौकरी कर रहे दूसरे राज्यों के बीपीएससी शिक्षकों पर अब कार्रवाई होने जा रही है। उनकी नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। बीपीएससी की परीक्षा पास कर बहाल हुए औरंगाबाद जिले के 10 महिला शिक्षक अयोग्य पाए गए हैं। वहीं इन सभी शिक्षकों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
दरअसल, औरंगाबाद जिले के विभिन्न स्कूलों में 10 ऐसे शिक्षक हैं, जो दूसरे राज्यों के निवासी हैं। उन्हें सीटीईटी में 60 फीसदी से कम अंक मिले हैं। इन शिक्षकों में हिंदी विषय के लिए नियुक्त सरिता देवी, संस्कृत विषय से सुमन पटेल, अंग्रेजी से ऋचा और शिवकुमार यादव, सामाजिक विज्ञान से आराधना कुमारी, मुकेश कुमार गौतम और रीना यादव, गणित विज्ञान से कविता शर्मा और अंजना कुमारी गौतम के नाम शामिल हैं।
वहीं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना दयाशंकर सिंह ने इससे संबंधित पत्र जारी किया है। पत्र में स्पष्ट है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में 5 प्रतिशत की छूट बिहार के निवासी अभ्यर्थियों को ही दी जाएगी। बिहार से बाहर रहने वाले व्यक्तियों को पात्रता परीक्षा में 5 प्रतिशत की छूट नहीं दी जाएगी। 60 प्रतिशत से कम अंक होने के कारण उक्त शिक्षक की नियुक्त रद्द कर दी जाएगी।