न्यूजीलैंड सडनडेथ में जीत के साथ क्वॉर्टर फाइनल में
सत्येन्द्र पाल सिंह
भुवनेश्वर : 1975 के चैंपियन भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर मैच में यहां 40 मिनट तक 3-1 की बढ़त बनाने के बाद इसे गंवा सडनडेथ शूटआउट में हार के साथ हॉकी विश्व कप में 48 बरस बाद फिर पदक जीतने का सपना टूट गया। भारत को रविवार को यह मैच निर्धारित समय में ही जीत लेना चाहिए था। तीसरे क्वॉर्टर के आखिर और चौथे क्वॉर्टर के शुरू की ढील के चलते भारत ने अपनी 3-1 की बढ़त गंवा एक लगभग जीता हुआ मैच गंवा दिया। सडनडेथ शूटआउट में भारत के गोलरक्षक पीआर श्रीजेश का गजब का जीवट दिखा तीन बचाव करना भी भारत के काम नहीं आया। न्यूजीलैंड ने निर्धारित समय में तीन-तीन और शूटआउट में भी तीन -तीन की बराबरी के बाद सडनडेथ में 2-1 से जीत के साथ क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बना लिया।
भारत के स्ट्राइकर आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह और ललित उपाध्याय की त्रिमूर्ति की ङ्क्षलकमैन शमशेर और मध्यपंक्ति में राज कुमार पाल, नीलकांत शर्मा द्वारा मैच शुरू होते ही बराबर आगे बढ़ाई गेंद पर तेज फर्राटे लगाकर बराबर न्यूजीलैंड के गोल पर दबाव बनाने की रणनीति कारगर रही। भारत के 3-1 की बढ़त लेने के बाद न्यूजीलैंड ने मैच में सब ताकत बराबरी पाने में झोंक कर तीसरे क्वॉर्टर के आखिर और चौथे क्वॉर्टर के शुरू में मिले दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल निर्धारित समय तक तीन-तीन की बराबरी पाई और मैच शूटआउट में खिंच गया। श्रीजेश के बेहतरीन बचाव से शूटआउट में भी स्कोर 3-3 रहा। श्रीजेश ने सडनडेथ में निक वुड के पहले प्रयास को रोकने के फेर चोट खाकर बाहर होना भारत को भारी पड़ा। श्रीजेश की जगह सडनडेथ में भारत के लिए उतरे गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक नाकाम रहे।
शूटआउट में गोलरक्षक डॉमीनिक डिक्सन की जगह उतरे गोलरक्षक लियोन हेडन को उतारना न्यूजीलैंड की तुरुप चाल साबित हुआ। सडनडेथ में भारत के लिए अकेले राजकुमार पाल ही गोल कर पाए जबकि कप्तान हरमनप्रीत सिंह ,सुखजीत और शमशेर तीनों के प्रयास को न्यूजीलैंड के गोलरक्षक लियोन हेडन ने रोक कर बेकार किया। न्यूजीलैंड के लिए सडनडेथ में स्यां फिंडले और सैम लेन ने गोल किए जबकि वुड के साथ हेडन फिलिप्स चूके। इससे पहले शूटआउट में भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह, राज कुमार पाल और सुखजीत सिंह ने गोल किए जबकि अभिषेक और शमशेर के प्रयासों को न्यूजीलैंड के गोलरक्षक लियोन हेडन ने रोका। वहीं शूटआउट में न्यूजीलैंड के लिए कप्तान निक वुडस ,स्यां फिंडले और हेडन फिल्पिस ने गोल किए जबकि सैम लेन और सेम हिहा के प्रयासों को भारत के गोलरक्षक श्रीजेश ने रोका।
शुरू के तीन मैचों में रंगत पाने को जूझते ललित उपाध्याय ने आकाशदीप के क्रॉस पर मैच के18 वें तिमनट गोल भार का खाता खोला। हरमनप्रीत सिंह के पांचवें पेनल्टी कॉर्नर पर उंचे फ्लिक पर गोलरक्षक डॉमीनिक डिक्सन ने रोकने की कोशिश लेकिन वहीं खड़े सुखजीत सिंह ने लपक कर गेंद को गोल में डाल भारत की बढ़त 25 वें मिनट 2-0 कर दी। साइमन चाइल्ड के पास पर हाफ टाइम से ठीक पहले न्यूजीलैंड के सैम लेन भारत की रक्षापंक्ति की गफलत का लाभ उठा गोल कर स्कोर 1-2 कर दिया। वरुण कुमार ने तीसरे क्वॉर्टर 11वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर फ्लिक से गोल कर स्कोर 3-1 कर दिया। केन रसेल ने तीन मिनट बाद न्यूजीलैंड को मिले मैच के पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर स्कोर 2-3 कर दिया। केन रसेल के दूसरे पेनल्टी कॉर्नर को मैच गोलरक्षक कृष्ण पाठक ने रोक लेकिन रिबाउंड पर स्यां फिंडले ने लपक कर गोल कर न्यूजीलैंड को 50 वें मिनट में तीन-तीन की बराबरी दिला। बराबरी पाने के बाद न्यूजीलैंड के बराबरी दिला दी। भारत ने 3-1 की बढ़त लेने के बाद आखिर में लय खोना भारी पड़ा। भारत को मैच में दस पेनल्टी कॉर्नर मिले और वह मात्र दो को गोल में बदल पाया जबकि न्यूजीलैंड ने मिले शुरू के दोनों पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।
न्यूजीलैंड की टीम पहले क्वॉर्टर में भारत के गोल पर एक भी हमला नहीं बोल पाई। भारत ने दूसरे क्वॉर्टर में भी अपना दबाव बनाया। भारत ने दूसरे क्वॉर्टर में चार पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। भारत की रक्षांक्ति में कप्तान हरमनप्रीत सिंह, उपकप्तान अमित रोहिदास और सुरेन्दर कुमार ने भी विश्वास से अपने गोल के सामने से न्यूजीलैंड के स्ट्राइकर किम किंग्सटन, सैम हिहा और सैम लेन को अपनी डी में घुसने का ही बहुत कम मौका दिया।
भारत के कप्तान हरमनप्रीत ने मैच के 17 वें मिनट अपनी डी के बाहर गेंद तेजी से आकाशदीप सिंह के लिए निकाली। आकाशदीप ने दाएं से गेंद को लेकर दौड़े और तेज क्रॉस डी में पहुंचे ललित उपाध्याय का दिया। ललित ने डी में दाएं गेंद को संभाला और तेज वॉली जमा गोल कर भारत का खाता । भारत ने खासतौैर पर दाएं छोर से हमले जारी रखे,ललित उपाध्याय ने दाएं से तेज क्रॉस डी में पहुंचे अभिषेक के लिए दिया औैर इस पर भारत को मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला इस पर वरुण के फ्लिक को गलत ढंग से मिले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर वरुण के शॉट को गोलरक्षक डॉमीनिक डिक्सन ने रोका। लौटती गेंद पर राज कुमार ने गेंद को नीलकांत शर्मा ने गोल में डाल दिया लेकिन न्यूजीलैंड के रेफरल पर अंपायर ने यह गोल नकार दिया। भारत को ललित के प्रयास पर अभिषेक ने मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन अमित रोहिदास के शॉट को न्यूजीलैंड के गोलरक्षक डॉमीनिक डिक्सन ने रोक दिया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह पेनल्टी कॉर्नर पर तेज उंचा फ्लिक किया लेकिन गोलरक्षक डॉमीनिक ने रोकने की लेकिन वहीं ठीक सामने खड़े सुखजीत सिंह ने गेंद को बस गोल में डाल कर भारत को 25 वें मिनट में 2-0 से आगे कर दिया। न्यूजीलैंड के साइमन चाइल्ड तीन मिनट बाद बाएं से तेज क्रॉस डी में जमाया और वहां खड़े सैम लेन ने भारत की रक्षापंक्ति में कप्तान हरमनप्रीत सिंह और वरुण कुमार की गफलत का लाभ उठा गोल कर स्कोर 1-2 कर दिया
आकाशदीप और मनदीप सिंह आपस में गेंद को लेते देते तीसरे क्वॉर्टर के 11 वें मिनट में न्यूजीलैंड की डी में पहुंचे। आकाशदीप को गलत ढंग से रोकने पर मिले मैच के सातवें पेनल्टी कॉर्नर वरुण कुमार सीधा तेज ड्रैग फ्लिक लगा गोल कर भारत को 3-1 से आगे कर दिया। केन रसेल ने तीन मिनट बाद न्यूजीलैंड को मिले पहले पेनल्टी कार्नॅर पर सीधे ड्रैग फ्लिक से गोल कर स्कोर 2-3 कर दिया। पेनल्टी कॉर्नर पर लौटती गेंंद पर स्यां फिंडले ने गोल में बदल कर न्यूजीलैंड को तीन तीन की बराबरी दिला दी। भारत को इसके बाद दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह इस पर विजयदाई गोल दागने में नाकाम रहा।