भारतीय स्पिनरों से निपटना ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती

  • भारत की निगाहें दूसरा टेस्ट भी जीत डब्ल्यूटीसी फाइनल का दावा मजबूत करने पर
  • पुजारा अपने सौवें टेस्ट में भारत को जीत दिलाने को बेताब
  • सही एकादश चुनने के लिए ऑस्ट्रेलिया को जूझना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : इतिहास गवाह है भारतीय स्पिनर ऑस्ट्रेलिया के लिए पहेली रहे हैं। वीनू मांकड, गुलाम अहमद, बापू नाडकर्णी, जसू पटेल, बिशन सिंह, इरापल्ली प्रसन्ना, श्रीनिवास वेंकटराघवन, भागवत चंद्रशेखर, मनिंदर सिंह, रवि शास्त्री, अनिल कुंबले से लेकर अब रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव जैसे भारतीय स्पिनर बीते छह दशक से ज्यादा से लेकर आज तक मेहमान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए पहेली ही हैं। स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के गेंद और बल्ले से कमाल से भारत ने मेहमान ऑस्ट्रेलिया को नागपुर में मौजूदा चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही सीरीज के पहले टेस्ट मैच पारी और 132 रन से हरा बेहतरीन आगाज किया। ऑस्ट्रेलिया के महज तीन बल्लेबाज -मरनस लबुशेन, स्टीव स्मिथ और अलेक्स कैरी पहली पारी में जरूर कुछ टिके दूसरी पारी में जिस तरह पूरी टीम ने घुटने टेके उससे उनके यहां दूसरे टेस्ट में भी टिकने की आस बेहद कम है। मेहमान ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती अरुण जेटली स्टेडियम में शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में भारतीय स्पिनरों से निपटने की होगी। भारत यहां 1987 में वेस्ट इंडीज से हारने के बाद से लेकर एक भी टेस्ट नहीं हारा है। यहां पिच पर गेंद भले ही नागपुर टेस्ट की तरह में पहले ही दिन से न घूमे लेकिन हर दिन के आगे बढऩे के साथ नीची रहने लगेगी और तब भारतीय स्पिनरों को खेलना ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए और मुश्किल होता चला जाएगा। रोहित शर्मा की अगुआई में अब भारतीय टीम की निगाहें यहां दूसरा टेस्ट जीतने के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-0 की बढ़त हासिल कर 2023 वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल का दावा मजबूत करने पर रहेंगी। भारत की कोशिश यहां भी जीत के बाद इंदौर और अहमदाबाद में खेले जाने क्रमश: तीसरे और चौथे टेस्ट में से कम से एक में जीत के साथ सीरीज पर कब्जा जमा डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्थान पाने की होगी।

अपने करियर का सौवां टेस्ट खेलने जा रहे 35 बरस के चेतेश्वर पुजारा यहां दूसरे टेस्ट में यादगार पारी पारी खेल कर भारत को जीत दिला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-0 की बढ़त दिलाने को बेताब होगी। पुजारा शुक्रवार को यहां खेलने उतरने के साथ ही भारत के लिए सौ या इससे अधिक टेस्ट खेलने वाले 13 वें क्रिकेटर बन जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के लिए पिछली तीन टेस्ट सीरीज अपनी मजबूत तकनीक और जीवट के कारण सबसे बड़े सिरदर्द रहे पुजारा का घर में भारत के लिए रिकॉर्ड के भले ही कुछ कमतर रहा और पहले टेस्ट नागपुर में वह भले ही सस्ते में आउट हो गए हों लेकिन उन्हें सस्ते में आउट करना मेहमान टीम के लिए अभी बड़ी चुनौती होगा। कानपुर में बीते बरस अपने टेस्ट करियर का आगाज करने के बाद से भारत के मध्यक्रम की नींव रहे चोट के चलते नागपुर में पहले टेस्ट से बाहर रहने वाले श्रेयस अय्यर के एनसीए द्वारा फिट घोषित किए जाने के बाद यहां पिछले दो दिन से जमकर अभ्यास करने से उनके शुक्रवार को सूर्य कुमार यादव की जगह एकादश में खेलना लगभग पक्का दिख रहा। स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और अश्विन की जोड़ीनागपुर में मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट में कमाल दिखा भारत को जिताने के बाद कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, पुजारा के साथ मिलकर यहां दूसरे टेस्ट में भारत को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। विराट कोहली का भले ही यह गृह मैदान है लेकिन एक दिलचस्प बात यह है कि भारत के लिए अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट खेलने की व्यस्तता के चलते कई बरस से दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट में नहीं खेले हैं। हाल ही में टी-20 और वन डे में भारत के लिए अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में फिर शतक जडऩे की राह पर लौट चुके विराट की कोशिश 2019 के बाद से टेस्ट में फिर शतक जडऩे की लौटने की होगी। भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने जिस तरह जांचे परखे खिलाडिय़ों को टीम में फिट होने पर टीम में बरकरार रखने की वकालत की है उससे केएल राहुल के टीम में बने रहने की पूरी उम्मीद है।

ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन और तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने पिछले दो दिनों से भले ही गेंदबाजी की है बावजूद इसके इन दोनों की फिटनेस को लेकर ऑस्ट्रेलिया अभी भी पूरी तरह आश्वस्त नहीं है। बड़ा सवाल यह रहेगा कि क्या पूरी तरह फिट न होने के बावजूद क्या ऑस्ट्रेलिया टीम संयोजन को संतुलन देने के मकसद से ग्रीन को एकादश में शामिल करने का जोखिम लेगा। दूसरे टेस्ट के लिए सही एकादश चुनने के लिए ऑस्ट्रेलिया को जूझना होगा। ग्रीन यदि फिट होते हैं तो वह रेनशॉ अथवा पीटर हैंडसकॉम्ब में किसी एक की जगह और फिट होने पर तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क कंजूस तेज गेंदबाज बोलैंड की जगह ऑस्ट्रेलिया की एकादश में जगह बना सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया रेनशॉ और हैंडसकॉम्ब को बाहर रख कर ग्रीन के फिट होने पर उनके साथ ट्रेविज हेड को अपनी एकादश में शामिल करने की बाबत सोच सकता है। बहुत कुछ ग्रीन की फिटनेस पर निर्भर करेगा। यदि वह उपलब्ध नहीं हैं तो फिर तीसरा स्पिनर ऑस्ट्रेलिया के लिए विकल्प नहीं है। यदि ग्रीन फिट हैं तो फिर अॅॉस्ट्रेलिया के लिए दूसरे तेज गेंदबाज की बजाय तीसरा स्पिनर विकल्प हो सकता है। तब कप्तान कमिंस के साथ दूसरे तेज गेंदबाज का जिम्मा ग्रीन संभालेेंग। टॉड मर्फी और नाथन लियोन का खेलना तय है और तीसरे स्पिनर के लिए एस्टन एगर और मैथ्यू कुहैनमान में किसी एक को ऑस्ट्रेलिया को चुनना पड़ेगा। दिक्कत यह है कि एगर में विश्वास की कमी नजर आती है। तीसरे स्पिनर और पांचवें गेंदबाज के रूप में एगर पर कम दबाव रहेगा और ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम की बल्लेबाजी मजबूत हो सकती है, लेकिन कुहनमान का गेंद पर लाल गेंद से बेहतर नियंत्रण है।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को भारत में स्पिनरों की मुफीद पिचों को घटिया बताने की बजाय हकीकत को समझना चाहिए कि उसके बल्लेबाजों के पास स्पिनरों को खेलने के लिए सही तकनीक ही नहीं है। अगर नागपुर की पिच पर भारत के कप्तान रोहित शर्मा के साथ निचले क्रम में उ सके बाएं हाथ के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने बेहतरीन अद्र्धशतक जड़ उसे पहली पारी में 400 रन तक पहुंचाया था। वहींपहली पारी में इसी पिच पर ऑस्ट्रेलिया 177 पर और दूसरी पारी में मात्र 91 रन ढेर हो गई थी। भारत के लिए भारतीय स्पिनरों ने बेशक इस पिच पर ऑस्ट्रेलिया की दोनों पारियों में गिरने वाले 20 में से 16 विकेट चटकाए। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट करियर का आगाज करने वाले ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी को भी भारत की पहली पारी में सात विकेट मिले थे। भारत के यहां दूसरे टेस्ट में भी तीन स्पिनरों -अश्विन, जडेजा और अक्षर के साथ दो तेज गेंदबाजों- मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज के साथ ही उतरने की उम्मीद है।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा यदि टॉस जीतते हैं तो निश्चित रूप से इस पर पहले बल्लेबाजी करेंगे। यहां अरुण जेटली स्टेडियम में फिरोजशाह कोटला की पिच पर सुबह की नमी में रोहित शर्मा और केएल राहुल की सलामी जोड़ी को पहला घंटा संभल कर निकालना होगा। विराट कोहली के बाद भारत की ओर से मौजूदा टीम में शुक्रवार को सौ टेस्ट खेलने वाला दूसरा खिलाड़ी बनने जा रहे चेतेश्वर पुजारा बेशक इस पिच पर बड़ी पारी खेल कर मेजबान टीम के बड़े स्कोर की नींव रखने में कसर नहीं छोड़ेंगे। विराट और पुजारा ने बीते दो दिन से यहां अभ्यास में रफ में नेट स्पिनरों से गेंदबाजी कर जिस तरह स्वीप लगाने का अभ्यास किया और स्पिनरों को एशियाई महाद्वीप की पिचों पर खेलने में माहिर श्रेयस अय्यर के फिट होने से भारत स्पिन ऑलराउंडरों की त्रिमूर्ति -जडेजा, अश्विन और अक्षर पटेल- के साथ मिलकर बड़ा स्कोर खड़ा कर अपनी जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने की आस कर सकता है।

दिल्ली में भारतीय स्पिनरों ने नचाया है ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को
ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत से यहां इस मैदान पर 1959 में खेला सीरीज का पहला टेस्ट पारी से जीतने के बाद अगले छह टेस्ट में से एक भी टेस्ट नहीं जीत पाई। कुल मिलाकर भारत ने यहां इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले कुल सात में तीन टेस्ट जीते, तीन ड्रॉ रहे और मात्र पहला और मात्र एक ही टेस्ट हारा। इस मैदान पर खेले पिछले सभी टेस्ट मैचों में भारतीय स्पिनरों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपनी स्पिन से खूब नचाया। भारत ने 1969 में यहां ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सात विकेट से जीता और अगले दो टेस्ट लगातार ड्रॉ खेले और पांचवां टेस्ट भी सात विकेट से जीता। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैदान पर ड्रॉ रहे तीन टेस्ट में से दो में एक में 500 से और दूसरे में 600 से अधिक रन बनाए और तीसरे में मेहमान टीम पहली पारी में बढ़त नही लेने दी। मैन ऑफ दÓ मैच रवींद्र जडेजा और 29 विकेट ले मैन ऑफ द सीरीज रहे रविचंद्रन अश्विन के कमाल से भारत ने ऑस्ट्रेलिया से 2013 में इसी मैदान पर चौथा और आखिरी टेस्ट छह विकेट से जीत महेन्द्र सिंह धोनी की अगुआई में सीरीज 4-0 से अपने नाम की थी।
टेस्ट का समय: सुबह साढ़े नौ बजे से।