सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : तेज-तर्रार स्ट्राइकर उत्तम सिंह की अगुआई में अरिजित सिंह हंदल जैसे स्ट्राइकर-ड्रैग फ्लिकर के साथ विष्णुकांत जैसे चतुर लिंकमैन से सज्जित मौजूदा और तीन बार का चैंपियन भारत शनिवार को सलालाल(ओमान) में तीन बार के चैंपियन पाकिस्तान से जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप के पूल ए के अहम लीग मैच भिड़ेगा। भारत और पाकिस्तान ने शुरू के अपने दो- दो मैचों जीते हैं दोनों के ही फिलहाल समान रूप से चार -चार अंक हैं। पाकिस्तान बेहतर गोल अंतर के कारण फिलहाल भारत से आगे पूल ए में शीर्ष पर है। भारत को पाकिस्तान पर जीत दर्ज करनी है तो हंदल, उत्तम, धामी जैसे स्ट्राइकरों को धार दिखानी ही होगी मध्यपंक्ति में लिंकमैन विष्णुकांत को चतुर खेल दिखाना हागेा।
भारत ने अपने पहले मैच में चीनी ताइपे को 18-0 हराने के बाद दूसरे मैच में मजबूत जापान को पिछडऩे के बाद 3-1 से शिकस्त दी। वहीं पाकिस्तान ने पहले मैच में कमजोरी चीनी ताइपे को 15-1 से हराने के बाद दूसरे मैच में थाईलैंड पर 9-0 से जीत दर्ज की। भारत ने पिछली बार 2015 में पाकिस्तान को 6-2 से हराकर खिताब जीता था। भारत और पाकिस्तान 2011 से अब तक जूनियर एशिया कप में सात बार भिड़े हैं और इनमें भारत पांच बार जीता है जबकि एक मैच ड्रॉ रहा और एक मैच में भारत को हार झेलनी पड़ी थी।
भारत के पास कप्तान उत्तम सिंह, अरिजित सिंह हंदल, बॉबी सिंह धामी और अमनदीप के रूप में तेज तर्रार अग्रिम पंक्ति के साथ विष्णुकांत जैसा चतुर लिंकमैन है। भारत के लिए अरजित सिंह हंदल ने दो मैचों में सबसे ज्यादा पांच मैदानी गोल तथा कप्तान उत्तम सिंह और अमनदीप सिंह ने तीन-तीन गोल किए हैं। वहीं पाकिस्तान के लिए स्ट्राइकर अब्दुल रहमान ने सबसे छह और अरबाज अहमद और अब्दुल शाहिद ने पेनल्टी कॉर्नर पर तीन-तीन गोल किए हैं। ऐसे में भारत की रक्षापंक्ति में अनुभवी फुलबैक शारदानंद तिवारी को खासतौर पर पाकिस्तान के स्ट्राइकर अब्दुल रहमान और ड्रैग फ्लिकर अरबाज और अब्दुल शाहिद से खासा चौकस रहना होगा। भारत की खुशकिस्मती है कि उसके बाद हंदल के रूप में खुद मैदानी व पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से गोल करने की कूवत रखने वाला ऑलराउंडर है। भारत को जापान पर जिस तरह बुधवार को जीत के लिए पसीना बहाना पड़ा वह उसके लिए पाकिस्तान के खिलाफ के मैच से पहले नींद से जगाने वाला साबित होगा। वहीं पाकिस्तान की रक्षापंक्ति के लिए भारत के खासतौर पर हंदल, उपकप्तान बॉबी सिंह धामी और कप्तान उत्तम सिंह से जैसी स्ट्राइकरों की त्रिमूर्ति को रोकना मुश्किल चुनौती होगी। भारत और पाकिस्तान में जो भी शनिवार को अपना मैच जीतेगा वह पूल ए में अपना शीर्ष स्थान निश्चित कर लेगा। भारत को अपने अंतिम पूल मैच में थाईलैंड से और पाकिस्तान को मजबूत जापान से भिडऩा है।
भारत के पास कप्तान उत्तम सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ अहम पूल मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘हमार पास मजबूत रक्षापंक्ति है लेकिन पाकिस्तान के पास भी अच्छे स्ट्राइकर हैं। हम अतीत में ऐसी ही चुनौती का सामना कर चुके हैं। हमें उम्मीद है कि हम पाकिस्तान को शनिवार को गोल करने से रोकने में कामयाब रहेंगे।’
भारत की जूनियर हॉकी टीम के हेड कोच सीआर कुमार ने कहा, ‘पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा एक चुनौती होता है। हमने बढिय़ा ढंग से ट्रेनिंग की है। हमने पिछले महीनों में कुछ सीखा है हम उसी पर ध्यान लगाने में सफल रहे तो फिर हमें पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार के मैच में अच्छा नतीजा मिल सकता है। हमें पाकिस्तान के खिलाफ शांत होकर अपनी ताकत के मुताबिक खेलना होगा।
जूनियर एशिया कप में शीर्ष तीन में रहने वाली टीमें 5 से 16 दिसंबर, 2023 तक क्वालालंपुर(मलयेशिया) में होने जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करेंगी। भारत के पूर्व हॉकी कोच नीदरलैंड के रोलेंट ओल्टमैंस को पाकिस्तान ने जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप के लिए बतौर सलाहकार जोड़ा है और वह सलालह में टीम के साथ बतौर कोच मौजूद रहेंगे। देखना यह होगा कि ओलटमैंस का एक पखवाड़े का मार्गदर्शन पाकिस्तान जूनियर टीम के कितने काम आएगा। हरमनप्रीत सिंह के चार गोल से पाकिस्तान को पिछले 2015 में पिछले संस्करण में पाकिस्तान को फाइनल में क्वांटन (मलयेशिया) में 6-2 से, 2004 में कराची में 5-2 से तथा 2008 में हैदराबाद में दक्षिण कोरिया कों 3-2 से हरा कर जूनियर एशिया कप खिताब जीता था।