- हंदल, अंगद और गोलरक्षक शशिकुमार रहे भारत की जू. टीम की जीत के हीरो
- भारत की जू. टीम ने रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीत अपनी श्रेष्ठïता बरकरार रखी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनु़भवी स्ट्राइकर उत्तम सिंह की अगुआई में स्ट्राइकर अंगद बीर सिंह और अरिजित सिंह हंदल के एक-एक बेहतरीन मैदानी गोल और गोलरक्षक मोहित शशिकुमार की मुस्तैदी की बदौलत मौजूदा चैंपियन भारत की जूनियर टीम ने पाकिस्तान की जूनियर टीम को सलालाह (ओमान) में जूनियर पुरुष एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के बेहद रोमांचक फाइनल में बृहस्पतिवार रात 2-1 से हराकर खिताब पर कब्जा बरकरार रख अपनी श्रेष्ठïता बरकरार रखी। भारत की जूनियर टीम ने रिकॉर्ड चौथी बार जूनियर पुरुष एशिया कप हॉकी खिताब जीता। फाइनल में शुरू के दो क्वॉर्टर भारत की जूनियर टीम हावी रही जबकि अंतिम दो क्वॉर्टर पाकिस्तान की जूनियर टीम ने जमकर संघर्ष किया और एक गोल उतारा भी। पाकिस्तान की जूनियर टीम को फाइनल हारने के बावजूद बस यह संतोष रहा कि उसने जूनियर एशिया कप में भारत और दक्षिण कोरिया के साथ शीर्ष तीन टीमों में रहकर इस साल के आखिर में 5 से 16 दिसंबर तक क्वालालंपुर (मलयेशिया) मेें होने वाले एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई कर लिया। दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम ने मलयेशिया को 2-1 से हरा कर तीसरा स्थान पाया। जूनियर एशिया कप की शीर्ष तीन टीमों को एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करना था। चौथे स्थान पर रही मलयेशिया की टीम बतौर मेजबान पहले ही जूनियर हॉकी विश्व कप में खेलने का हक हासिल कर लिया था। भारत की जूनियर टीम ने इससे पहले हरमनप्रीत सिंह के चार गोल से 2015 में पिछले संस्करण में पाकिस्तान की जूनियर टीम को फाइनल में क्वांटन (मलयेशिया) में 6-2 से, 2004 में कराची में 5-2 से तथा 2008 में हैदराबाद में दक्षिण कोरिया कों 3-2 से हरा कर जूनियर एशिया कप खिताब जीता था। भारत की जूनियर टीम ने अजेय रहते हुए खिताब जीता और उसने पाकिस्तान की जूनियर टीम के खिलाफ पूल ए में अपना मैच एक-एक गोल से ड्रॉ खेला। पाकिस्तान की जूनियर टीम ने (1988, 1992, 1994) शुरू के तीनों सस्करण में खिताब जीता था।
कप्तान उत्तम सिंह , सुदीप चिरिमाको, अंगद बीर सिंह और अरिजित हंदल से सज्जित भारत की जूनियर टीम की अग्रिम पंक्ति ने परस्पर तालमेल से खेलते हुए पाकिस्तान की जूनियर टीम के गोल पर बराबर दबाव बना बराबर मैदानी गोल करने के मौके बनाने के साथ शुरू के दोनों क्वॉर्टर में बराबर पेनल्टी कॉर्नर भी बनाए। पाकिस्तान की जूनियर टीम की मध्य और रक्षापंक्ति ने गेंद को भारत की जूनियर टीम के कप्तान स्ट्राइकर उत्तम सिंह से दूर रखने और सुदीप चिरिमाको के कब्जे में जाने से पहले छीनने की कोशिश में गलतियां कीं। भारत की जूनियर टीम के नौजवान पर चतुर स्ट्राइकर अंगद बीर सिंह और अरिजित हंदल ने परस्पर स्थान बदल कर खेलते हुए पाकिस्तान की जूनियर टीम के गोल पर जो दबाव बनाया उसके सामने आखिरी उसका किला बिखर गया। अरिजित हंदल के तेज शॉट पर पाकिस्तान की जूनियर टीम के गोलरक्षक मोहम्मद जंजुआ के पैड से लगकर लौटती गेंद को वहीं डी में खड़े अंगद बीर सिंह ने लपक कर संभाल तेज शॉट जमा गोल कर पहला क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले खूबसूरत मैदानी गोल कर आखिरकार गोल कर भारत की जूनियर टीम का खाता खोला। पाकिस्तान की जूनियर ने बराबरी पाने की कोशिश में दूसरे क्वॉर्टर के शुरू में आक्रामक अंदाज किया और दो और पेनल्टी कॉर्नर किए लेकिन भारत की जूनियर टीम के गोलरक्षक शशिकुमार ने अरबाज अहमद के शॉट को रोक कर पाकिस्तान की बराबरी पाने की उम्मीद पर पानी फेर दिया। अरिजित हंदल ने दूसरे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में जोरदार वॉली जमा गोल कर भारत की जूनियर टीम को को 2-0 से आगे कर दिया और हाफ टाइम तक स्कोर यही रहा।
पाकिस्तान की जूनियर टीम के अब्दुल शाहिद के बढिय़ा पास पर बशारत अली ने तीसरे क्वॉर्टर के आठवें मिनट में गोल कर स्कोर 1-2 कर दिया। तीसरे क्वॉर्टर में पाकिस्तान की जूनियर टीम ने बराबर पाने की जुगत में दनादन हमले बोले और भारत की जूनियर टीम के गोल पर बराबर दबाव बनाए रखा। पाकिस्तान की जूनियर टीम को मैच के आखिर क्वॉर्टर में जो पेनल्टी कॉर्नर मिले उन्हें भारत की जूनियर टीम गोलरक्षक शशिकुमार ने मुस्तैदी दिखा रोक कर बेकार किया।
‘शुरू में गोल करने से फाइनल पर नियंत्रण में मदद मिली : उत्तम
भारत की जूनियर टीम के कप्तान मैन आफ द मैच उत्तम सिंह ने जूनियर पुरुष एशिया कप हॉकी फाइनल जीतने पर कहा, ‘ पाकिस्तान की जूनियर टीम के खिलाफ पूल ए का अपना मैच एक एक गोल से ड्रा खेलने के बाद हमें मालूम था कि फाइनल में उसे हराने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। फाइनल बेहद नर्वस करने वाला रहा। हमें मालूम था कि हमें पाकिस्तान की जूनियर टीम के खिलाफ कहां बेहतर प्रदर्शन करना है हमारी जूनियर टीम कभी भी इतने ज्यादा दर्शकों के खिलाफ नहीं खेली थी। हमें शुरू में गोल करने से पाकिस्तान की जूनियर टीम के खिलाफ फाइनल में नियंत्रण बनाने में मदद मिली।’
टीम प्रयास से मिली जीत: सीआर कुमार
भारत की जूनियर टीम के कोच सीआर कुमार ने कहा, ‘ हमारी जूनियर टीम की फाइनल की जीत टीम प्रयास से मिली। फाइनल में मौकों को भुनाना जरूरी था। हालांकि मेरा मानना है कि हमें कुछ और गोल करने चाहिए थे लेकिन जब आप पाकिस्तान की जूनियर टीम जैसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलते हैं तो दबाव ज्यादा होता है। हमारे खिलाड़ी जिस तरह भावनाओं पर काबू रख अपनी क्षमता के मुताबिक खेले उससे में खुश हूं।’
भारतीय टीम ने जू. एशिया कप जीत सिर गर्व से किया उंचा : दिलीप टिर्की
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ओलंपियन पद्मश्री दिलीप टिर्की ने भारत की जूनियर टीम को अजेय जूनियर पुरुष एशिया कप हॉकी खिताब जीतने पर बधाई देते हुए कहा, ‘भारतीय जूनियर टीम ने जूनियर हॉकी एशिया कप जीत हम सभी का सिर गर्व से उंचा कर दिया,। जूनियर एशिया कप जीतने से भारतीय जूनियर टीम का इस साल के आखिर में होने वाले एफआईएच हॉकी विश्व कप के लिए हौसला बढ़ेगा।
जू. भारतीय टीम के हर सदस्य को मिलेंगे नकद दो-दो लाख
हॉकी इंडिया के कार्यकारी बोर्ड ने भारतीय जूनियर हॉकी टीम के जूनियर एशिया कप जीतने और इस साल होने एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने पर चैंपियन टीम के हर सदस्य को दो-दो लाख रुपये और सपोर्ट स्टाफ के हर सदस्य को एक एक लाख रुपये नकद इनाम की घोषणा की।
अरिजित हंदल गोल दागने में अव्वल, अंगद दूसरे स्थान पर
भारत की जूनियर टीम के लिए जूनियर एशिया कप में स्ट्राइकर अरिजित सिंह हंदल कुल सबसे ज्यादा आठ गोल किए जबकि अंगदबीर सिंह सात गोल कर गोल दागने में दूसरे स्थान पर रहे। भारत की जूनियर टीम के लिए कप्तान उत्तम सिंह, उपकप्तान बॉबी सिंह धामी समान रूप से छह-छह गोल,ड्रैग फ्लिकर शारदा नंद तिवारी ने पांच गोल किए जबकि विष्णुकांत सिंह, सुनीत लाकरा, अमनदीप लाकरा, बीसी पुवन्ना और योगेंबर रावत दो-दो गोल आमिर अली, आदित्य लालगे, राजिंदर सिंह और रोहित एक-एक गोल किया।