- भारत के पाक के खिलाफ अपनी श्रेष्ठता बनाए रखने की उम्मीद
- चमत्कार ही पाकिस्तान को भारत पर दिला सकता है जीत
- भारत के नए चीफ कोच फुल्टन की तवज्जो स्ट्रक्चर और मजबूत रक्षण पर
- पाक के सामने भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत को रोने की चुनौती
- …तो फिर सेमीफाइनल में भिड़ सकते हैं भारत -पाकिस्तान
- भारत के लिए कुल 16 में हरमनप्रीत के 5 गोल सहित 14 पंजाब के खिलाडिय़ों ने दागे
- भारत और पाक के खिलाडिय़ों के लिए हीरो बनने का मौका
सत्येन्द्र पाल सिंह
चेन्नै : चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान खेलों में खासतौर पर हॉकी और क्रिकेट में किसी भी मंच पर कहीं भी आमने-सामने हों तो मैच को लेकर एक अलग ही रोमांच रहता है। भारत और पाकिस्तान के बीच यहां पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के बुधवार को खेले जाने वाले अंतिम राउंड रॉबिन लीग मैच को लेकर खासतौर पर हॉकी प्रेमियों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। भारत और पाकिस्तानी खिलाडिय़ों के लिए यह मैच अपना जलवा दिखा हीरो बनने का मौका है। बतौर ड्रैग फ्लिकर और कप्तान हरमनप्रीत सिंह के अनुकरणीय खेल से तीन बार चैंपियन रह चुकी भारतीय टीम तीन जीत और एक ड्रॉ के साथ दस अंकों के साथ शीर्ष पर रहकर अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ यहां बुधवार को अपने अंतिम राउंड रॉबिन लीग मैच से पहले ही सेमीफाइनल में स्थान बना चुकी है। भारत को रोकना पाकिस्तान के लिए बेहद मुश्किल होगा। भारत के पाकिस्तान के खिलाफ अपनी श्रेष्ठता बनाए रखने की उम्मीद है। भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने कुल पांच गोल कर गोल दागने में शीर्ष पर चल रहे हैं जबकि उनके साथी ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार और स्ट्राइकर मनदीप सिंह ने दो -दो किए हैं।
भारत का पलड़ा पिछले करीब सात बरस से तो पाकिस्तान के खिलाफ भारी रहा है। भारत ने पाकिस्तान से पिछले 15 मैचों में से 12 जीते और दो ड्रॉ खेले और मात्र एक हार दक्षिण एशियाई खेलों में तब झेलनी पड़ी जब उसने इसमें अपनी तीसरे दर्जे की टीम उतारी थी। भारत की मौजूदा फॉर्म के आधार पर चमत्कार ही पाकिस्तान को जीत दिला सकता है। मौजूदा एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक 12 राउंड रॉबिन लीग मैचों में कुल 51 गोल हुए हैं।भारत ने अपने चार मैचों में सबसे ज्यादा 16 गोल किए हैं और इनमें से 14 पंजाब के खिलाडिय़ों ने किए हैं। भारत ने अब मात्र पांच गोल खाए हैं।
तीन बार चैंपियन रही पाकिस्तान ने भारत से बीता बरस एशिया कप में मैच एक-एक गोल से ड्रॉ खेला थ। पिछली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने पहले लीग में और फिर कांस्य पदक के मैच में पाकिस्तान को हराया था। पिछले संस्करण में खेलने वाली मेजबान भारतीय हॉकी टीम के आठ और पाकिस्तान की टीम में कप्तान उमर बुट्टा, अफराज, अब्दुल राणा सहित तीन खिलाड़ी ही यहां शिरकत कर रही टीम में हैं। पाकिस्तान के पास भारत से मैच हार भी जाता है तो भी उसके पास सेमीफाइनल में पहुंचने वाली चौथी टीम बनने का मौका है। दरअसल यदि चीन की टीम जापान को ड्रॉ पर मजबूर कर देती अथवा उसे बड़े अंतर से जीतने से रोक देती है तो पाकिस्तान का अंकों के आधार चौथी टीम के रूप में सेमीफाइनल का रास्ता साफ हो सकता है। ऐसे में भारत और पाकिस्तान एक बार फिर आमने सामने हो सकते हैं।
एशियाई खेलों से पहले एशियाई टीमों के खिलाफ एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में इम्तिहान में भारतीय टीम के नए चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने ‘स्ट्रक्चर’ और मजूत रक्षण को ज्यादा तवज्जो दी है। फुल्टन और अपने सभी पत्ते संभवत: नहीं खेले हैं। भारतीय स्ट्राइकरों का जोर पेनल्टी कॉर्नर बनाने पर ज्यादा रहा है और इसमें वह कामयाब भी रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ भी अनुभवी मनदीप, आकाशदीप, गुरजंट के साथ नौजवान भारतीय स्ट्राइकरों कार्ति सेल्वम और सुखजीत सिंह की कोशिश खुद मैदानी गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर बनाने की होगी। वहीं पाकिस्तान के सामने सबसे बड़ी चुनौती भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह को रोकना होगा। भारत के जापान के खिलाफ एक एक गोल से ड्रॉ कराने के बाद हुई आलोचना के बाद भारतीय स्ट्राइकरों ने खासतौर पर मलयेशिया को 5-0 से धोया उससे उनसे पाकिस्तान के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
सबसे अनुभवी उमर भुट्टा की अगुआई वाली पाकिस्तान चार मैचों में महज एक जीत और दो ड्रॉ और एक हार के साथ पांच लेकर अभी होड़ में बनी है। पाकिस्तान के लिए उसके कप्तान उमर भुट्टा ने अकेले 202 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं जबकि उन्हें छोड़ पाकिस्तान की बाकी पूरी टीम ने कुल मिलाकर 217 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं। पाकिस्तान ने चार मैचों में कुल सात गोल किए हैं और इनमें नौजवान ड्रैग फ्लिकर मुहम्मद खान ने उसके लिए सबसे ज्यादा तीन गोल किए हैं जबकि अफराज, अब्दुल राणा, अब्दुल शाहिद, मोहम्मद अब्दुल्लाह ने एक-एक गोल किया है। पाकिस्तान के लिए अब तक पेनल्टी कॉर्नर पर सबसे ज्यादा तीन गोल करने वाले मुहम्मद खान के लिए भारत के ‘रशर’ अमित रोहिदास को छका गोल करना बड़ी चुनौती होगा।
पाक के खिलाफ ध्यान रणनीति को अंजाम देने पर: फुल्टन
भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने कहा, ‘ भारतीय टीम के स्पेन में टूर्नामेंट खेलने के तुरंत बाद यहां एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने उतरने पर ‘रिकवरी’ में वक्त लगा। हमारे खिलाड़ी अब स्ट्रक्चर के मुताबिक खेल रहे हैं। हमारे स्ट्राइकर मैदानी गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर पर गोल बना रहे हैं। हमारे पास कप्तान हरमनप्रीत के साथ वरुण कुमार, जुगराज और अमित रोहिदास के रूप में पेनल्टी कॉर्नर ड्रैग फ्लिकरों के रूप में पर्याप्त विकल्प हैं। पाकिस्तान नौजवान खिलाडिय़ों से सज्जित टीम है और हम उसे हल्के में नहीं लेंगे। हमारा ध्यान अपनी पाकिस्तान के खिलाफ अपनी रणनीति को अंजाम देने पर रहेगा। हमारे पास अमित रोहिदास के रूप में पेनल्टी कॉर्नरों को रोकने के लिए दुनिया का बेहतरीन ‘रशर’ है।’
हमारी टीम लय में, पर सुधार की अभी भी गुंजाइश: श्रीजेश
भारत के सबसे अनुभवी और भरोसेमंद गोलरक्षक पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘हमारे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि हमारी टीम लय में है। आप हमारे मैचों पर निगाह डालेंगे तो पाएंगे कि यह महसूस करेंगे की सुधार की अभी भी गुंजाइश है। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हांगजू एशियाई खेलों का एक तरह पूर्वाभ्यास है और इसीलिए हम इसे हल्के में ले किसी भी प्रतिद्वंद्वी टीम को मौका नहीं दे सकते हैं। हमारी टीम जब भी पाकिस्तान के खिलाफ खेलती है तो यह मुकाबले काफी भावुक होते हैं। हमारे प्रशंसक इसमें हमसे जीत की उम्मीद करते हैं। पाकिस्तान की टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है और उसके खिलाफ बुुधवार को बढिय़ा मैच की आस है। मुझे पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा मजा आता है। मैं इस मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।’