संदीप ठाकुर
मोदी सरकार ने रक्षाबंधन और ओणम पर आम लाेगाें काे बड़ा तोहफा दिया है।
सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये की कमी कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट की बैठक में
यह फैसला लिया गया। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 200 रुपये का
अतिरिक्त फायदा मिलेगा। उन्हें पहले से ही सब्सिडी के रूप में 200 रुपये
मिल रहे हैं। इस तरह अब उनके खाते में 400 रुपये की सब्सिडी आएगी। अभी
दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1103
रुपये है। इस घोषणा के बाद उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के खाते में
400 रुपये आएंगे। यानी उन्हें सिलेंडर 703 रुपये का पड़ेगा। आम
उपभोक्ताओं के लिए गैस सिलेंडर दिल्ली में 903 रुपये का पड़ेगा। घटी हुई
कीमत आज रात से ही लागू हो गई है। गत तीन साल में देश में एलपीजी सिलेंडर
की कीमत दोगुनी हो गई है। लोग लंबे समय से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में
राहत का इंतजार कर रहे हैं।
सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि नए 75 लाख उज्ज्वला
कनेक्शन मिलने के बाद इस श्रेणी में कुल 10 करोड़ 35 लाख कस्टमर्स हो
जाएंगे। ठाकुर ने कहा कि अप्रैल 2020 से अप्रैल 2022 तक दुनिया भर में
एलपीजी के दाम तिगुने हाे गए हैं। लेकिन भारत में इसकी कीमत सिर्फ 35
फीसदी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से देश भर के एलपीजी
के 33 करोड़ ग्राहकों को फायदा मिल्गा। यह फैसला आज से ही लागू हो जाएगा।
इससे इस वित्त वर्ष में 7,680 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। इस फैसले का
किसी इलेक्शन से कोई लेना-देना नहीं है। यह ओणम और रक्षाबंधन का गिफ्ट
है। लेकिन विपक्ष इसे चुनावी स्टंट बता रहा है। विपक्ष का कहना है कि
मोदी सरकार आसन्न चुनाव में संभावित हार से डर गई है। इसलिए वोटरों काे
लुभाने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रही है।
मालूम हाे कि सरकार ने मार्च 2023 में कैबिनेट ने इस योजना के
लाभार्थियों के लिए प्रति सिलेंडर 200 रुपये की सब्सिडी एक साल के लिए
बढ़ाने का फैसला लिया था। सरकार ने गरीबों को स्वच्छ ईंधन का फायदा देने
के लिए मई 2016 में यह योजना शुरू की थी। फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में
इसका कुल खर्च 6,100 करोड़ रुपये था जो फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में बढ़कर
7,680 रुपये हो जाएगा। देश में 14.2 किग्रा वाले एलपीजी सिलेंडर के रेट
में आखिरी बार एक मार्च, 2023 को बदलाव हुआ था। दिल्ली में 14.2 किलो के
एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1103 रुपये है। कोलकाता में 1129 रुपये, मुंबई
में 1102.50 रुपये और चेन्नई में 1118.50 रुपये है।
गत वर्ष जुलाई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई
थी। उसके पहले मई में भी इसमें 50 रुपये का इजाफा किया गया था। एक नवंबर
2019 को इसकी कीमत 594 रुपये थी। दो दिसंबर, 2020 को इसे बढ़ाकर 644
रुपये किया गया था। फिर 15 दिसंबर, 2020 को यह कीमत 694 रुपये हो गई।
फरवरी, 2021 में तीन बार इसकी कीमत बढ़ाई गई और यह 794 रुपये का हो गया
था। एक अप्रैल को इसमें दस रुपये की कटौती की गई और इसकी कीमत 809 रुपये
रह गई। लेकिन एक जुलाई 2021 को इसे बढ़ाकर 834 रुपये कर दिया गया। फिर 17
अगस्त, 2021 को इसकी कीमत 859.50 रुपये कर दी गई। एक सितंबर, 2021 को फिर
इसमें इजाफा हुआ और 14.2 किलो का सिलेंडर दिल्ली में 884.50 रुपये का हो
गया। छह अक्टूबर, 2021 को इसकी कीमत बढ़कर 899.50 रुपये हो गया। फिर 22
मार्च, 2022 को 949.50 रुपये का हो गया। सात मई, 2022 को फिर इसमें 50
रुपये की बढ़ोतरी हुई और यह 999.50 रुपये को हो गया। 19 मई, 2022 को इसकी
कीमत में 3.50 रुपये की बढ़ोतरी हुई और इसकी कीमत 1003 रुपये हो गई।
जानकारों का कहना है कि सिलेंडर के दाम में कमी करके केंद्र सरकार ने
बड़ा सियासी दांव चल दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर ममता
बनर्जी तक महंगे सिलेंडर को मुद्दा बनाकर केंद्र सरकार को घेरती रही है।
केंद्र सरकार को अगले साल चुनाव में उतरना है। ऐसे में सिलेंडर की कीमतों
को कम करके सत्तारूढ़ दल विपक्ष को जवाब भी देना चाहती है।दरअसल, पिछले
एक महीने में कई सर्वे में बीजेपी सरकार लगातार तीसरे बार तो आती दिख रही
है लेकिन उसका वोट प्रतिशत और जीत का आंकड़ा घटता जा रहा है। अभी चुनाव
में करीब 7 महीने का वक्त है। ऐसे में बीजेपी इन लोकलुभावन कदमों के जरिए
अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में जुट गई है।