भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चेपॉक में बेहद रोमांचक मुकाबले की उम्मीद

  • भारत के पास इशान व केएल राहुल के रूप में हैं बेहतरीन विकल्प
  • भारत को ध्यान बेहतरीन एकादश चुनने पर लगाना चाहिए
  • चेपॉक की पिच से बेहतर वाकिफ होने का भारत को लाभ मिलेगा
  • हार्दिक और रवींद्र जडेजा की बतौर ऑलराउंडर भूमिका बेहद अहम
  • स्पिनर जम्पा व मैक्सवेल के साथ कमिंस व स्टार्क से भारत को चौकस रहना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : पूरे रंग में चल रहे सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का डेंगू की चपेट में आने के कारण दुनिया की नंबर वन टीम मेजबान भारत के लिए इतिहास में सबसे ज्यादा पांच बार खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नै में रविवार को 2023 के आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप के पहले मैच में बाहर होना लगभग तय है। भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ भले ही यह कहे कि शुभमन गिल बेहतर महसूस कर रहे हैं ‘मेडिकल टीम उनके बाबत फैसला लेगी’ बहुत कुछ बयां कर देता है। सच तो यही है कि शुभमन के रविवार को खेलने की संभावना न के ही बराबर है। शुभमन नेइस साल वन डे अंतर्राष्ट्रीय में पांच शतक सहित सबसे ज्यादा 1230 रन बनाए ही हैं पिछले चार मैचों में उनके दो शतक और दो अद्र्धशतक इस बात का सुबूत है कि वह टीम इंडिया के लिए वाकई बेहद अहम हैँ। शुभमन अपने सलामी जोड़ीदार कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली के साथ बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम में भारत की धुरी हैं और बतौर टीम संतुलन और संयोजन के लिहाज से बेहद अहम हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चेपॉक में बेहद रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है। भारत को अपने दर्शकों और चेन्नै की पिच से बेहतर वाकिफ होने का लाभ मिलेगा। भारत को अपना ध्यान बदकिस्मती से शुभमन गिल के अस्वस्थ होने के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार के मैच के लिए उपलब्धता की बजाय मैच के मिजाज के मुताबिक बेहतरीन एकादश चुनने पर लगाना चाहिए।

मेजबान भारत खुशकिस्मत है कि शीर्ष क्रम में रोहित के सलामी जोड़ीदार के रूप में शुभमन गिल की तरह ही अपने छोटे वन डे अंतर्राष्ट्रीय करियर में दोहरा शतक जडऩे वाले इशान किशन तो हैं ही विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल के रूप में दो बेहतरीन विकल्प हैं। इशान किशन का शुभमन की जगहकप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करने और भारतीय एकादश में जगह पाने का इसलिए सबसे मजबूत है कि क्योंकि उन्होंने वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए 210 रन का सर्वाधिक स्कोर बतौर सलामी बल्लेबाज ही बनाया है। खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श, कप्तान पैट कमिंस, ग्लेन मैक्सवेल और लेग स्पिनर एडम जम्पा भारत में आईपीएल में लंबे समय से खेलने के कारण इसके मिजाज से खासे वाकिफ हैं।
मनिंदर सिंह ने मौजूदा वन डे विश्व कप के शुरू होने से ठीक पहले मुझे दिए इंटरव्यू में कहा था कि टीम इंडिया हर लिहाज से बेहद संतुलित है बस वह कामना करते हैं कि चोट से उबरने वाले खिलाडिय़ों की चोट इस दौरान न उबरे और टीम का हर क्रिकेटर एकदम फिट रहे अन्यथा दीवार में एक ईंट के निकलने की स्थिति में पूरी दीवार के भरभरा कर गिरने की आशंका बन जाती है। मनिंदर चेन्नै में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1986 में भारत ‘टाई’ रहे टेस्ट और 1987 में उससे रिलायंस वन डे विश्व कप में मात्र एक रन से हारने वाली टीम में अंतिम बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। मनिंदर सिंह का भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2023 के वन डे विश्व कप का मैच पिछले मैचों की तरह रोमांचक रहने की उम्मीद है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार एलन बॉर्डर की कप्तानी में वन डे विश्व कप जीता था। भारत ने इससे पहले १९८३ में लीग मैच में रॉजर बिन्नी (4/29, 21 रन) के हरफनमौला खेल से ऑस्ट्रेलिया को 119 रन से हराया और कपिल देव की कप्तानी में अंतत: पहली बार वन डे विश्व कप इतिहास रचा। 2011 के वन डे विश्व कप में अहमदाबाद में युवराज सिंह (2/44, नॉटआउट 57 रन) के हरफनमौला खेल से पांच विकेट क्वॉर्टर फाइनल में हराने के बाद अंतत : महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में दूसरी बार चैंपियन बनने का गौरव पाया। भारत को ऑस्टे्रलिया के खिलाफ रविवार को चेन्नै में जीत के साथ आगाज करना है तो1983 में बतौर ऑलराउंडर रॉजर बिन्नी और 2011 में युवराज सिंह की तरह 2023 की भारतीय टीम ऑलराउंडर उपकप्तान हार्दिक पांडया और रवींद्र जडेजा की भूमिका खासी अहम होगी।। कौन जाने भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर जीत के साथ आगाज किया हो उसकी 2023 में कुल तीसरी और अपने घर में दूसरी बार वन डे विश्व कप जीतने की साथ पूरी हो जाए।
बेशक भारत की ताकत उसकी मजबूत बल्लेबाजी कप्तान रोहित, इशान, विराट, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के साथ मजबूत शीर्ष क्रम में मध्यक्रम में हार्दिक पांडया, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन जैसे ऑलराउंडर को उतार कर आठवें नंबर तक बल्लेबाजी और फिर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल कर भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे मजबूत व आदर्श एकादश के साथ उतर सकता है। भारत के बल्लेबाजों को खासतौर पर लेग स्पिनर एडम जम्पा और ग्लेन मैक्सवेल के साथ कप्तान पैट कमिंस व स्टार्क से चौकस रहना होगा मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम की ताकत कहिए या मिजाज की वह अपने घर में दूसरी और कुल मिलाकर तीसरी बार वन डे विश्व कप जीतने के लिए हर चुनौती के लिए जेहनी तौर पर तैयार है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया से मौजूदा वन डे विश्व कप से ठीक पहले तीन वन डे मैचों की सीरीज शुरू के दो मैच जीत 2-0 से अपने नाम कर ली और तीसरा व आखिरी मैच ही हार थी। राह में हर बाधा को चुनौती के रूप में लेने वाली भारतीय टीम की खुशकिस्मती कहिए बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल के आखिरी वक्त पर चोट के चलते बाहर होने से ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन को टीम में शामिल कर जरूरी संतुलन हासिल कर लिया। चेन्नै अश्विन का घरेलू मैदान है। ऑस्ट्रेलिया के हाल ही सम्पन्न तीन वन डे मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में जिस तरह अश्विन ने अपनी स्पिन के जाल में फंसाया उससे उनके चेन्नै के एम. ए चिदाम्बरम स्टेडियम में चेपॉक की पिच पर भारत की एकादश में मौका मिलने पर उसके गेंदबाजी आक्रमण का तुरुप का इक्का साबित होने की उम्मीद है।

वन डे के मिजाज के मुताबिक तेज बल्लेबाजी में माहिर ट्रेविज हेड के चोट के चलते विश्व कप से बाहर होने पर ऑस्ट्रेलिया मरनस लबुशेन जैसे तकनीकी रूप से काबिल बल्लेबाज को अपनी टीम में शामिल किया है। ऑस्ट्रेलिया की ताकत भारत की पिचों से खासी वाकिफ डेविड वॉर्नर व मिचेल मार्श की सलामी जोड़ी के साथ स्टीव स्मिथ, लबुशेन, ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल, कैमरून ग्रीन, विकेटकीपर अलेक्स कैरी के रूप में मजबूत बल्लेबाजी के साथ तेज गेंदबाज कप्तान पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और एडम जम्पा के रूप में हर लिहाज से संतुलित गेंदबाजी है। चेपॉक की पिच पर खासतौर पर बतौर लेग स्पिनर एडम जम्पा और ऑफ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल के ओवर खासे अहम रहने की उम्मीद है।

चेन्नै में मैच का समय : भारत वि. ऑस्ट्रेलिया (दोपहर 2 बजे से)