रविवार दिल्ली नेटवर्क
- तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज और एल्युमिनाई रिलेशन्स सेल- एआरसी की ओर से आयोजित एल्युमिनाई मेंटरशिप प्रोग्राम में पीसीएस-जे 2022 में चयनित सुश्री प्रगति ने लॉ स्टुडेंट्स को दिए सफलता के टिप्स
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज की पूर्व छात्रा और पीसीएस-जे 2022 में चयनित सुश्री प्रगति ने सक्सेस मास्ट्री: शेपिंग योर डेस्टिनी पर बोलते हुए कहा, लॉ ग्रेजुएट के लिए कानून में सही करियर चुनना एक चुनौती है, जिसे उन्हें किसी भी तरह से पार करना होगा। अगर आप लॉ ग्रेजुएट हैं और वकील के रूप में अपना करियर नहीं चुनना चाहते हैं तो यह समय चिंतित होने का नहीं है। लॉ के पेशे में मुकदमेबाजी एक पारंपरिक विकल्प है, लेकिन एकमात्र विकल्प नहीं है। इसके कारण छात्र के लिए वकील बनने या किसी दूसरे करियर को चुनने में गंभीर स्थिति बन जाती है। सुश्री प्रगति तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज और एल्युमिनाई रिलेशन्स सेल- एआरसी की ओर से आयोजित एल्युमिनाई मेंटरशिप प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहीं थीं। इससे पूर्व 2012-17 बैच की बीए-एलएलबी की पूर्व छात्रा सुश्री प्रगति ने बतौर मुख्य अतिथि, ज्वाइंट रजिस्ट्रार एल्युमिनाई रिलेशन्स सेल प्रो. निखिल रस्तोगी, लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. सुशील कुमार, डॉ. माधव शर्मा आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में स्टुडेंट्स ने एल्युमिना से सवाल-जवाब भी किए। कार्यक्रम में सुश्री प्रगति का बुके देकर स्वागत किया गया। अंत में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है, टीएमयू में लॉ कॉलेज की एल्युमिना सुश्री प्रगति ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज की न्यायिक सेवा सिविल जज की परीक्षा में अपना परचम लहराया हैं। प्रगति के पिता सिंचाई विभाग में कार्यरत हैं। एल्युमिना सुश्री प्रगति ने कहा, वैश्विक स्तर पर कानून एक चुनौतीपूर्ण करियर है। एक पेशे के रूप में इसमें विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं। स्टुडेंट्स को मुकदमेबाजी में जाना पड़ सकता है। यह अवधारणा अब बदल गयी है। अब छात्र पेटेंट लॉ, कॉर्पोरेट लॉ आदि में भी अपना करियर बना सकते हैं। लॉ की डिग्री न केवल एक वकील के रूप में करियर खोलती है, बल्कि कॉर्पोरेट प्रबंधन, प्रशासन सेवाओं और कानूनी सेवाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भी विकल्प देती है। एल्युमिना प्रगति कहती हैं, वर्तमान में सभी को त्वरित न्याय दिलाना जरूरी है। विक्टिम के न्याय में देर होने से एक और अन्याय न हो। लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. सुशील कुमार बोले, तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स न केवल ज्यूडिशियल क्षेत्र, बल्कि सभी क्षेत्रों मंक अपने परिजनों के साथ-साथ यूनिवर्सिटी और गुरुओं का भी मस्तक ऊँचा कर रहे हैं। यह बड़े ही गौरव का विषय है। एआरसी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. निखिल रस्तोगी एल्युमिनाई को यूनिवर्सिटी का सबसे मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा कि दुनिया की किसी भी यूनिवर्सिटी की पहचान और विकास का पैमाना उसके एल्युमिनाई ही होते हैं। एल्युमिनाई जूनियर्स स्टुडेंट्स के लिए रोल मॉडल की मानिंद होते हैं।